बने-बनाए डबरी को फिर से उसे साफ-सुथरा कर के डबरी का पैसा निकालने के फिराक में हितग्राही
रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 25 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत खांड़ा आये दिन विवादों में उलझा रहता है पहले ही इस पंचायत के कार्यो काफी अनिमियताओं का ऊजागर हो चुका है वहीं अनिमियता पर कई जांच भी लंबित है। ऐसा ही फिर एक मामला सामने आया है जहां वर्ष वर्ष 2016-17 में हितग्राही कौषलेन्द्र पिता परसुराम साहू के नाम से डबरी निर्माण हुआ था पर वर्तमान में उसी डबरी पर नया डबरी निर्माण की स्वीकृति मिली है। पूर्व में बने डबरी को साफ-सुथरा करके उसे नये का स्वरूप दिया जा रहा है और हितग्राही द्वारा इसकी राशि निकालने के फिराक में है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खांड़ा में अनिमियताओं का अंबार सा लग गया है पहले विभिन्न मामलों मे अनिमियता उजागर होने पर जांच लंबित है वहीं एक मामला आया जिसमें पहले से ही बना डबरी पर दुबारा सरपंच के मिलीभगत से हितग्राही साधना के नाम से डबरी बनाने की स्वीकृति मिली है पर हितग्राही द्वारा बने बनाये डबरी पर ही कार्य कराये जा रहे है। डबरी में बने घाट को साफ-सुथरा करके उसे नया बनाने के फिराक में है। जब इस बात की जानकारी सचिव को लगी तो हितग्राही द्वारा सचिव को चुप रहने की हिदायद दी गयी और हितग्राही द्वारा सचिव को धमकी भी दिया गया कि यदि वह अपना मुंह खोला तो उसे झूठे किसी आरोप पर फंसा दिया जायेगा।
डबरी के मूल्यांकन पर आये सचिव पर भड़की हितग्राही
डबरी निर्माण का मूल्यांकन करने पहुंचे आरईएस के एसडीओ और सब इंजिनियर के साथ मौजुद रहे ग्राम पंचायत खांड़ा के सचिव राम विनोद पर महिला हितग्राही साधना भड़क गयी और कहा कि मेरे डबरी निर्माण में अडंगा मत लगाओ नहीं अंजाम अच्छा नही होगा। बातचीत इतनी बढ़ गयी कि सचिव से हितग्राही द्वारा हाथापायी होने की स्थिति निर्मित हो गयी। हितग्राही के बर्ताव को मूल्यांकन करने पहुंचे अधिकारीयों सहित सरपंच के ने प्रत्यक्ष रूप से देखा।
हितग्राही पर सरपंच की कृपा
जानकारी के अनुसार पुराने बने डबरी पर पुनः निर्माण कार्य कराके पैसा निकालने का प्रयास सरपंच द्वारा किया जा रहा है और सरपंच के कृपा पर ही हितग्राही द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। इस पूरे मामले में हितग्राही पर सरपंच की कृपा ऐसी बनी हुयी है जैसे उनको ही डबरी निर्माण का पूरा पैसा मिलना है।
सरपंच की भूमिका पर सवाल
कांग्रेस के कुछ नेता जिनके साथ ग्राम पंचायत में सरपंच के अच्छे ताल्लुक है उनके साथ मिलकर अपने ग्राम पंचायत खांडा में कई निर्माण कार्यो में जमकर अनिमियता कर चुके है और ऊजागर हुई अनिमियता पर विभाग द्वारा कुछ मामलों में जांच की प्रक्रिया चल रही है तो कई मामलो में अभी जांच होने बाकी है। सरपंच द्वारा अपने पंचायत में अपनी खूब मनमानी कर रहे है इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला जब पहले से बना डबरी पर पुनः हितग्राही का नाम बदल कर नये डबरी निर्माण की स्वीकृति मिली।
वर्ष 2016-17 में हितग्राही कौषलेन्द्र पिता परसुराम साहू के नाम से डबरी निर्माण हुआ था। उसी डबरी पर दुबारा स्वीकृति मिल गयी जिसमें पूर्व हितग्राही के बहन का नाम है। इस बात का मेरे द्वारा विरोध करने पर हितग्राही साधना पिता परसुराम साहू द्वारा अनावष्यक रूप से विवाद करने की मंषा रखते हुये धमकी दिया जाता है कि किसी झूठे केस में फंसा देंगे।
राम विनोद
सचिव ग्राम पंचायत खांड़ा