चुनाव में गलत बयानबाजी पर होगी कार्रवाई
ईसी से मिलने वाली अनुमति में भी हो सकती है कटौती
राजनीतिक दलों को गलत बयानबाजी को लेकर सतर्क करने के साथ ही ईसी ने बैठाया पहरा
तय नियमों को तोड़ने पर प्रचार पर रोक
नई दिल्ली,03 मार्च 2024 (ए)। चुनाव प्रचार के गिरते स्तर पर चिंता जताने और राजनीतिक दलों को प्रचार के दौरान सिर्फ मुद्दों पर बात करने की हिदायत देने के बाद चुनाव आयोग ने अब गलत बयानबाजी करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की तैयारी शुरू कर दी है। राजनीतिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए अपने तंत्र को सक्रिय कर दिया है। जिसमें राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं के साथ प्रत्याशियों से जुड़ी बैठकों, सभाओं, भाषणों व बयानों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए है। साथ ही इसकी रिपोर्ट साझा करने को भी कहा है।
आयोग ने क्या कुछ कहा ?
आयोग के अनुसार, किसी भी तरह की गलत, झूठी जाति-धर्म व महिलाओं आदि से जुड़ी बयानबाजी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मानी जाएगी। ऐसे में ऐसे राजनीतिक दलों के प्रचारकों और उनके प्रत्याशियों के खिलाफ तय नियमों के तहत कार्रवाई होगी। जिसमें उन्हें चुनाव प्रचार से रोका जा सकता है। साथ ही उनके खिलाफ नियमों के तहत आपराधिक मामले भी दर्ज कराए जा सकते है। जरूरत पड़ने पर स्टार प्रचारकों की संख्या को कम किया जा सकता है। प्रचार के दौरान स्वीकृत वाहनों की संख्या में कटौती व रैलियों आदि की अनुमति को भी रद्द किया जा सकता है।
आयोग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, यह सारी तैयारी पुराने अनुभवों को देखते हुए की जा रही है, जो चुनाव के माहौल में अपने बयानों से कटुता खोल देते है।
सोशल मीडिया को लेकर भी बढ़ाई गई सतर्कता
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की बढ़ती हलचल और राजनीतिक दलों की ओर से प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जाने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अपनी निगरानी बढ़ा दी है। ऐसे में सभी जिलों में एसडीएम स्तर के अधिकारी की देखरेख में इस पर नजर रखने के लिए एक टीम तैयार करने का निर्देश दिया है। इस टीम को निर्देश है कि सोशल मीडिया पर चलने वाली गलत तथ्यों पर जानकारी के साथ त्वरित टिप्पणी करें ताकि स्थिति साफ हो।