- एकलव्य संयुक्त आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रभारी व्याख्याता बनने लगी हैं होड़ आखिर ऐसा क्या है इस एकलव्य संयुक्त विधालय में जहां पर प्रभारी बनने विभाग में लगती है बोली?
- क्या एकलव्य संयुक्त आदर्श आवासीय विद्यालय कोई सोने की ख़ान तो नहीं है जहां से पदस्थ प्रभारी व्याख्याता जाना ही नहीं चाहते हैं?
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,29 फरवरी 2024 (घटती-घटना)। खड़गवां हायर सेकंडरी स्कूल में व्याख्याता की कमी के बाद भी एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह में व्याख्याता की पदस्थापना कर हायर सेकंडरी स्कूल के छात्र छात्राओं की पढ़ाई हो रही है प्रभावित क्या प्रशासन इस पर संज्ञान लेगा या हायर सेकंडरी स्कूल के छात्र-छात्राओं को व्याख्याता कि कमी से जूझना पड़ेगा ?
कार्यालय तात्कालिक कलेक्टर एवं दंडाधिकारी जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर छत्तीसगढ़ से आदेश क्रमांक2707/सथा0/शिक्षा /2023–24दिनांक 19/09/2023/ को मनीष व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खड़गवां (संलग्न ) कार्यरत संस्था एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यालयों द्वारा शिक्षकीय संवर्ग के कर्मचारियों को विभिन्न आदेशो के तहत अध्यापन एवं कार्यालयीन कार्यों हेतु व्यवस्था के तहत आदेशित किया गया था।वर्तमान में शासन द्वारा संलगनीकरण समाप्त किए जाने हेतु निर्देशित किए गए हैं उक्त निर्देशानुसार निम्नलिखित शिक्षकों /व्याख्याताओ को कलम नंबर 05 मे दर्शित उनके मूल पदस्थापना हेतु कार्य मुक्त किया जाता है यह आदेश तत्काल प्रभाव शील होंगा। एकलव्य सयुंक्त आदर्श आवासीय विधालय पोडीडिह विकास खंड खडगवा में प्रभारी व्याख्याता मनीष एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह के दायित्व से मुक्त करते हुए उनके मूल पदस्थापना शा.उ.मा.वि खड़गवां हेतु वापस किया जाता है। उसके बाद भी प्रभारी व्याख्याता का मोह एकलव्य सयुंक्त आवासीय विद्यालय पोडीडिह विकास खंड खडगवा से नहीं जा रहा है आखिर क्यों ? जबकि मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के तात्कालिक कलेक्टर महोदय के आदेश के तहत सभी विकास खंडों में संलग्न शिक्षकों / व्याख्याताओ को भारमुक्त कर दिया गया है। मगर खड़गवां विकास खंड के एकलव्य संयुक्त आदर्श आवासीय विद्यालय में संलग्न शिक्षकों/ व्याख्याता आज तक संलग्न है उन्हें आज तक संस्था से भारमुक्त नहीं किया गया और आज भी उसी एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह में पदस्थ रहते हुए कार्य कर रहे हैं। गौरतलब हो कि यह आदेश तात्कालिक कलेक्टर महोदय का तत्काल प्रभावशील होगा उसके बाद भी प्रभारी व्याख्याता कलेक्टर के आदेश को दरकिनार करते हुए कार्य है। सूत्रों से मिली जानकारी से कि एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह में संलग्नीकरण के लिए व्याख्याता ने जुगाड से अपना स्थान सुरक्षित कर लिया? आज भी उसी एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में कार्य कर रहे है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग के अधिकारियों के संरक्षण और जुगाड में ही ये शिक्षक/व्याख्याता मनमाने तरीक¸े से एकलव्य सयुंक्त आदर्श विधालय मे डटे हुए हैं। नहीं किया गया था मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर तात्कालिक कलेक्टर के आदेश का पालन जबकि तात्कालिक कलेक्टर महोदय के आदेश में स्पष्ट लिखा था कि तत्काल प्रभाव शील होंगा आखिर ऐसा क्या है? इस एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह में जहां से भार मुक्त नहीं होना चाहते हैं प्रभारी व्याख्याता? आदिवासी विकास विभाग में मात्र अधिकारीओ का राज रह गया है और जुगाड से इस एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह में संलग्ननीकरण का खेल धड़ल्ले से चल रहा है? इस संबंध मे एकलव्य आवासीय विद्यालय पोडीडीह के प्रभारी व्याख्याता से उसके मोबाइल नंबर 9098975841 के माध्यम से उनका पक्ष जानने लिए संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।