खौफ के साए में शहर..सहमा सहमा है बशर,न जाने कब किस पर टूट पड़े…बदमाशों का कहर
-आदित्य-
अंबिकापुर, 25 फरवरी 2024 (घटती-घटना)। मां महामाया की पावन पुण्य नगरी को ना जाने किसकी बुरी नजर लग गई,जो शहर एक दूसरे को गले लगा कर बड़े वात्सल्य के साथ मिलता था। वही हाथ अब एक दूसरे के गिरेहबान को चाक-चाक करने में लग गए । शहर के बाशिंदे पिछले तीन माह से खौफ के साए में अपनी जिंदगी बशर करने पर मजबूर हैं। इस अंतराल में जो यहां वारदात हुई वह लोगों को इस कदर भयाक्रान्त कर गया की लोग शाम छह बजे के बाद परिवार के साथ शहर के स्टेडियम व बगीचों में तफरीह करने से झिझकने लगे हैं। हम यहां पर बता देना चाहते हैं कि,अंबिकापुर के सिटी कोतवाली थाना, गांधीनगर थाना,मणिपुर चौकी के विगत विगत 3 माह के रिकार्ड को खंगाला ला जाए तो मारपीट के लगभग दर्जनों मामले चोरी,छेड़ छाड़ लूट तथा हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले की तादाद में काफी इजाफा हुआ है। वही असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि पिछले दिनों दीपा उर्फ दीपू अपने साथियों के साथ सुमित नामक एक युवक को सरेआम लोहे के सरिए से इतना बेदम पिटा की वह युवक मोहल्ले वासियों की सतर्कता के चलते मौत के मुहाने से लौट आया। वहीं दूसरे मामले में सीएसपी कार्यालय के सामने अड्डेबाज,नशेबाज युवकों के द्वारा खुलेआम चाकू तलवार लेकर आपसी रंजिश के चलते अपने विपक्षी गुट पर जानलेवा हमला करते हुए उनके कार में तोड़फोड़ कर अपनी हैवानियत का परिचय दिया। कोतवाली पुलिस जब पहुंची जब ये बदमाश अपनी हैवानियत का कहर बरपाया और फरार हो गए। तीसरे वारदात पर नजर डालें तो आकाशवाणी चौक के पास अर्बन चौपाटी पर कुछ बदमाशों अड्डेबाजों ने नशे में चूर होकर इस कदर कहर बरपाया की वहां पर अपने परिवार सहित घूमने आए लोगों ने खौफजदा होकर भागने पर मजबूर हो गए । जिसके चलते वहां अफरा तफरी का माहौल बन गया। इस तरह स्कूल में पढ़ने वाले शहर के कुछ रईसजादो के नाबालिग सरफिरो ने कारों में सवार होकर कार में स्टेंटबाजी कर तलवार लहराते हुए शायद शहर को यह पैगाम देना चाह रहे थे आने वाली नस्ल के हम ही बदमाशों के सूबेदार बनने वाले हैं ।यह ही नहीं रईसजादो के घर की लड़कियां भी दो कदम पीछे नहीं रही,न जाने इसके पीछे इनकी सोच क्या है ? क्या रसूखदारी का नशा? या रईसखोरी का? सवाल यह उठता है कि पुलिस के नाक के नीचे यह घटना कैसे घटी? क्या पुलिस के सूचना तंत्र निष्कि्रय हो चुके हैं? इतने गंभीर अपराध की आशंका के मद्देनजर आखिरकार पुलिस ने इन पर सख्त कार्यवाही क्यों नहीं की? महज 30000 का चालान कर पुलिस ने अपने कर्तव्यों से इति श्री कर ली हम यहां पर बता देना चाहते हैं कि वर्तमान पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल जिनकी कार्यशैली की प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि वे जिन-जिन जिलों में पदस्थ रहे । वहां पर अपराधियों को खौफ इतना हुआ करता था की पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल का नाम सुनते ही या तो कुछ अपराधी भूमिगत हो जाते थे या तो जिले से बाहर किंतु यह समझ से परे है क्या उनके नीचे के पुलिस प्राधिकारी उन्हें यहां की अपराधिक करतूतों की जानकारी देने में कतरा रहे हैं?या यहां के अपराधी गतिविधियों को संरक्षण देने वाले कुछ राजनीतिक सरपरस्त सुखदारो के धनदान के आगे अपना पात्र हाथों में लिए यहां के जिम्मेदार हुक्मरान सर झुकाए नतमस्तक है?
कहां कब कैसे हुई वारदात
वारदात नंबर 01 – 17 नवंबर 2023 की दरमियां रात लगभग 10 के आसपास पुरानी रंजिश को लेकर मायापुर नामदेव पान ठेला चांदनी चौक के पास सुमित गुप्ता नामक युवक की हत्या का प्रयास किया गया। पुलिस के अनुसार इस वारदात में विक्की उर्फ विकेश तथा दीपा उर्फ दीपू गुप्ता तथा उनके गैंग के लगभग पांच सदस्यों ने मिलकर रॉड,डंडों व लात घूंसों से बेदम दम पिटाई की गई।
वारदात नंबर 02
13 फरवरी 2024 को थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने अनिकेत नामक युवक अपनी कार में सवार होकर कहीं जा रहा था मौके पर उनके कुछ दोस्त मिले और वह कार रोकर उनसे बाते करने लगा इसी दरमियां लगभ दर्जन भर लोग हथियारों से लेस होकर अनिकेत पर हमला बोल दिया इस दौरान मौका ए वारदात से अनिकेत किसी तरह जान बचाकर भागा हथियारबंद लोगों ने अनिकेत के वाहन को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया।
वारदात नंबर 3
तीसरी वारदात 15 फरवरी 2024 को को शहर के रसूलपुर इलाके मोमिनपुरा के पास आपसी रंजिश को लेकर दो गुटों में फिर संघर्ष की स्थिति बनी यहां लाठी डंडों से लेकर गोलियां चलने के बाद भी सामने आई है प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार दो गुटों में एक गुटों की तरफ से कुछ पटाखे छुटने जैसे आवाज लोगों ने सुनी और इसकी जानकारी पुलिस को दी शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने इस वारदात में गोली चलने की बात कि हालांकि पुष्टि नहीं की पर प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक किसी न किसी पक्ष से गोली जरूर चली थी।
वारदात नंबर 4
चौथी वारदात में शहर के कुछ रसूखदार व राजनीतिक पकड़ रखने वाले लोगों के नाबालिक बच्चों के द्वारा तलवार लहराते हुए कार में स्टंट करते तस्वीर में देखे जा सकते हैं यह घटना 21 फरवरी 2024 की दोपहर की बताई जा रही है इस मामले को लेकर पुलिस ने अभी तक किसी तरह कोई गिरफ्तारी नहीं की है पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहनों के नंबर वह वह वाहनों के मालिकों के नाम पता की पताशाजी की जा रही है।
क्या कहते हैं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
शहर में हो रही अड्डेबाजी व नाबालिकों द्वारा की जा रही स्टंट तथा आपसी रंजिश के तहत खूनी संघर्ष ,जैसे गंभीर मुद्दे को लेकर हमारे संवाददाता के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पपुलेश कुमार से चर्चा किये जाने पर उन्होंने कहा शहर में हो रही वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस इस तरह के हरकत करने वालों पर कड़ी नजर रखते हुए सख्त कार्रवाई कर रही है । और यह अभियान लगातार जारी रहेगा पपुलेश कुमार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,अंबिकापुर (सरगुजा)