प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बोला- क्लियरेंस मिलने से पहले निर्माण शुरू किया
कोलकाता,24 फरवरी 2024 (ए)। पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कल्याणी एम्स पर 15 करोड़ का जुर्माना लगाया है। बोर्ड का कहना है कि एम्स के पास एनवायर्नमेंटल क्लियरेंस नहीं है। कल्याणी एम्स नदिया जिले में 20 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा एरिया में बनाया गया है। इसका उद्घाटन रविवार (25 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं।
बोर्ड के अध्यक्ष कल्याण रुद्र ने शनिवार को बताया कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार 20 हजार वर्ग मीटर से बड़े किसी भी प्रोजेक्ट के लिए पर्यावरण मंजूरी (एनवायर्नमेंटल क्लियरेंस) की जरूरत होती है।बोर्ड के मुताबिक एम्स ने 6 अक्टूबर 2022 को पर्यावरण मंजूरी के लिए आवेदन किया था। लेकिन मंजूरी मिलने से पहले ही इसका निर्माण शुरू हो गया। इसलिए यह प्रोजेक्ट उल्लंघन की कैटेगरी में है।रुद्र ने कहा कि दिशानिर्देशों का पालन करते हुए प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड ने कल्याणी एम्स पर एनवायर्नमेंटल डेमेज कॉस्ट और 15 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाया है।
कल्याणी एम्स का दावा…
हेल्थ सर्विस के लिए परमिशन जरूरी नहीं
विवाद बढ़ने के बाद कल्याणी एम्स ने यह कहते हुए पेनाल्टी में छूट के लिए आवेदन किया है कि ये एक हेल्थ सर्विस फेसिलिटी है। इसके लिए पर्यावरण मंजूरी की जरूरत नहीं है। हालांकि बोर्ड अध्यक्ष का कहना है कि राज्य सरकार के पास पेनाल्टी में छूट देने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कल्याणी में एडीशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में मामला दायर किया है।
रूद्र ने बताया कि प्रोजेक्ट की लागत लगभग 1000 करोड़ रुपए थी, इसलिए 0.5त्न की एनवायर्नमेंटल डेमेज कॉस्ट लगाई गई थी। 1त्न का जुर्माना भी लगाया गया। एम्स कल्याणी को कुल 15.1 करोड़ रुपए पेनाल्टी देने कहा गया था।
रूद्र बोले- हम इस लेवल पर एम्स को एनवायर्नमेंटल क्लियरेंस जारी नहीं कर सकते। हमारे हाथ बंधे हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ऐसे प्रोजेक्ट्स को लेकर 2 आदेश जारी किए हैं, जिन्होंने परिवेश पोर्टल पर नियम उल्लंघन के बाद मंजूरी के लिए आवेदन किया है।
2019 से चल रही कल्याणी यूनिट की ओपीडी
एम्स की कल्याणी यूनिट की ओपीडी 2019 से चालू है। यह 179.8 एकड़ भूमि में फैली हुई है। यह 960 बिस्तरों वाला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है जिसमें 34 विभाग और एक मेडिकल कॉलेज है। एम्स कल्याणी में 146 फैकल्टी और डॉक्टर हैं। केंद्र की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इसे 2015 में अनुमोदन मिला था। 50 एमबीबीएस स्टूडेंट्स की भर्ती के साथ यहां एकेडमिक एक्टिविटीज 2016 से चालू हो गई थीं।
प्रधानमंत्री रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 5 एम्स अस्पताल राष्ट्र को समर्पित करने वाले हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस, केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और राज्य के तीन केंद्रीय मंत्री समारोह के दौरान एम्स कल्याणी में उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 फरवरी को जम्मू दौरे पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का उद्घाटन किया। खास बात यह है कि 2019 में इसकी आधारशिला भी मोदी ने ही रखी थी। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान का भी उद्घाटन किया। मोदी ने जम्मू में करीब 32 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।