बैकुंठपुर@छत्तीसगढ़ में लागू हुआ न्योता भोजन कार्यक्रम,कोरिया जिले में न्योता भोजन कार्यक्रम के प्रथम आयोजक बने आईसी मार्ट के संचालक

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-रवि सिंह-
बैकुंठपुर,18 फरवरी 2024 (घटती-घटना)
। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब न्योता भोजन योजना लागू कराया गया है पूरे छाीसगढ़ में 17 फरवरी को यह आयोजन हर जिले में देखने को मिला। इस न्योता भोजन का पहली बार आयोजन करने वाले लोग न्योता भोजन के जहां आयोजक बने वहीं जिले के आला अधिकारी सहित न्योता भोज में शामिल लोग इसके साक्षी बने, जिन्होंने 17 फरवरी को न्योता भोजन दिवस में बदल दिया और छात्रों के साथ अपने पारिवारिक किसी समारोह या शुभ अवसर को आयोजित कर उनके साथ स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया।
ज्ञात हो की प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने की अभिनव पहल की गई है। शाला अवधि में विद्यार्थियों को भोजन प्रदाय करने के लिए संचालित प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना गाइड लाइन में सामुदायिक आधार पर तिथि भोजन के प्रवधान के अनुसार छाीसगढ़ राज्य में इसे ‘न्यौता भोजन’ के नाम से लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया गया है। जो व्यक्ति छात्रों को भोजन कराना चाहते हैं, उन्हें इसकी जानकारी पूर्व में ही देनी होगी। उस दिन विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन के स्थान पर संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा न्यौता भोज कराया जाएगा, अर्थात जिस दिन स्कूलों में न्यौता भोज परोसा जाएगा उस दिन मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं होगा। व्यक्ति या संस्था विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर छात्रों को भोजन करा सकेंगे, इसी तत्वाधान में बैकुंठपुर शहर के समाजसेवी तथा आईसी मार्ट व्यवसायिक प्रतिष्ठान के संचालक महेन्द्र वैद्य ने अपने पोती के जन्म होने के अवसर पर आज बैकुण्ठपुर स्थित कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की उपस्थिति में छात्राओं को पौष्टिक भोजन कराया। कोरिया जिले के वासियों से भी यह अपील की गई थी इसी कड़ी में बैकुण्ठपुर के कन्या शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शहर के समाजसेवी तथा आईसी मार्ट के संचालक महेन्द्र वैद्य ने अपने पोती के जन्म होने के अवसर पर छात्राओं को पौष्टिक व गरम भोजन कराकर न्यौता भोजन की शुरूआत की। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना से जहां बच्चों को पौष्टिक भोजन मिलेगा वहीं समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि इस योजना के तहत जो भी संगठनए संस्था इसमें भागीदार बनना चाहते हैं वे जरूर पहल करें इससे सुपोषण शिक्षा और संस्कार में भी बढ़ोत्तरी होगी।


स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं
कलेक्टर लंगेह ने कहा कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने की अभिनव पहल की गई है जबकि स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा।
न्योता भोजन का उद्देश्य
न्योता भोजन का उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि और सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग व कोई भी सामाजिक संगठन स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं। अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकेंगे। न्योता भोजन स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा बल्कि यह विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन का पूरक होगा। समुदाय में ऐसे दानदाताओं की पहचान की जा सकती है जो रोटेशन में माह में कम से कम एक दिन शाला में न्योता भोजन करा सके। भोजन दान की प्रकृति को महादान के रूप में प्रचारित किया जाना है जिसमें पूरे विद्यालय अथवा किसी कक्षा विशेष के बच्चों को न्योता भोजन कराया जाता है। ‘न्योता भोजन की घोषणा प्रार्थना के दौरान की जाएगी। घोषणा में दान.दाता के नाम की भी घोषणा की जा सकती है व उन्हें आमंत्रित किया जा सकता है। इस अवसर पर शहर के अनेक जनप्रतिनिधिए शिक्षक.शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थे।
सामाजिक संगठन भी कर सकेंगे योगदान
छाीसगढ़ के स्कूलों में अब न्योता भोजन योजना लागू की जाएगी। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने की अभिनव पहल की गई है। शाला अवधि में विद्यार्थियों को भोजन प्रदाय करने के लिए संचालित प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना गाइड लाइन में सामुदायिक आधार पर तिथि भोजन के प्रवधान के अनुसार छाीसगढ़ राज्य में इसे ‘न्योता भोजन’ के नाम से लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया गया है। जो व्यक्ति छात्रों को भोजन कराना चाहते हैं, उन्हें इसकी जानकारी पूर्व में ही देनी होगी। उस दिन विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन के स्थान पर संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा न्योता भोज कराया जाएगा, अर्थात जिस दिन स्कूलों में न्योता भोज परोसा जाएगा उस दिन मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं होगा। व्यक्ति या संस्था विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर छात्रों को भोजन कराना।
दानदाता होंगे सम्मानित
समुदाय में ऐसे दान दाताओं की पहचान की जा सकती है, जो रोटेशन में माह में कम से कम एक दिन शाला में ‘न्योता भोजन’ करा सके। दानदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें शाला की प्रार्थना सभा व वार्षिक दिवस में सम्मानित किया जाएगा। भोजन दान की प्रकृति को महादान के रूप में प्रचारित किया जाना चाहिए, जिसमें पूरे विद्यालय अथवा किसी कक्षा विशेष के बच्चों को ‘न्योता भोजन’ कराया जाता है। ‘न्योता भोजन’ की घोषणा प्रार्थना के दौरान की जाए। घोषणा में दान-दाता के नाम की भी घोषणा की जा सकती है व उन्हें आमंत्रित किया जा सकता है।


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