कोरिया@क्या कोरिया में गुटबाजी के जन्मदाता भाजपा जिलाध्यक्ष तलाश रहे कोरबा लोकसभा से टिकट?

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रवि सिंह-
कोरिया,04 फरवरी 2024 (घटती-घटना)।
ना तो जनता से रिश्ता ना ही पार्टी कार्यकर्ताओं का मान सम्मान,वरिष्ठ नेताओं से भी अच्छे संबंध नही, मैं, मैं और सिर्फ मैं करने और पार्टी में जबरजस्त गुटबाजी के जन्मदाता भाजपा के कोरिया जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल अब कोरबा लोकसभा से टिकट का ख्वाब देख रहे हैं, इस बात की चर्चा पार्टी में ही चल रही है,लोग उनके ख्वाब को मजाक भी समझ रहे हैं उनका कहना है कि यदि ऐसे व्यक्ति को टिकट संयोगवश मिल भी जाता है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नही हो सकता हलांकि उन्हे टिकट मिले इसकी संभावना 1 प्रतिशत भी नही है फिर भी उनका प्रयास भीतरखाने से जारी है। हाल यह हो गया है कि कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष पार्टी को प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे हैं, जिलाध्यक्ष समेत उनके पुत्रांे पर साा का नशा सर चढ कर बोल रहा है,पार्टी के वरिष्ठ नेता दरकिनार हो रहे हैं,नये नवेले और चरण वंदन करने वाले कार्यकर्ताओं की पूछ परख बढ गई है,ऐसे में जिलाध्यक्ष के प्रति अंदर ही अंदर आक्रोश पनप रहा है। पार्टी कई गुटों में भी बंटी नजर आने लगी है।
जिलाध्यक्ष को हटाने की मांग भी शुरू
कोरिया जिला भाजपा जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से वरिष्ठ नेता समेत कार्यकर्ता भी त्रस्त हैं गुटबाजी इस कदर हावी है कि जो चरण वंदन करेगा उसे पद दिया जाएगा और जो थोड़ा भी जिलाध्यक्ष के संपर्क से दूर हुआ उसे दरकिनार कर दिया जाएगा। जिलाध्यक्ष के मन मुताबिक ही पार्टी में काम करना पड़ेगा वरना पद से भी हाथ धोना पड़ेगा या सार्वजनिक बेईज्जती का शिकार होना पड़ेगा इस प्रकार का हाल इन दिनों कोरिया भाजपा में हो चुका है,गिनती के चार पांच लोग ही पाटी में प्रमुख चेहरा बने हुए हैं बाकी नेता और कार्यकर्ता सिर्फ बैठको मे भीड़ लिए बुलाये जा रहे हैं। पार्टी में समन्वय का जबरजस्त अभाव है। नाराजगी इस कदर हावी है कि एक वरिष्ठ नेता ने राजधानी रायपुर मे संगठन पदाधिकारियों से मिलकर जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से भी अवगत कराकर जिलाध्यक्ष हटाने की मुहिम शुरू कर दी है उक्त नेता ने बतलाया कि यदि जिलाध्यक्ष को अब नही बदला गया तो फिर पार्टी में भारी गुटबाजी हो जाएगी जिसका खामियाजा पार्टी को ही भुगतना पड़ेगा।
दबाव बनवाकर लिखवाया गया समर्थन पत्र
टिकट का ख्वाब देख रहे कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल के द्वारा हमेशा संगठन की माला जपी जाती है,और हर कार्य का श्रेय खुद लेने में उन्हे महारथ हासिल है। कोरिया जिले के विभाजन के बाद उन्हे पद का घमंड और ज्यादा हो गया है साथ ही प्रदेश में साा आने के बाद उसका नशा इस कदर हावी है कि वे हर किसी को धमकाते फिर रहे हैं,ना सीधे मुंह किसी से बात करना और ना ही किसी के मान सम्मान का ख्याल रखना जिलाध्यक्ष के आदत में शुमार हो गया है। इस बारे में सूत्रों का कहना है कि जिलाध्यक्ष इस बार कोरबा लोकसभा से टिकट का ख्वाब देख रहे हैं और इसलिए वे कोरिया जिले के विभिन्न मंडल अध्यक्षों समेत मोर्चा,प्रकोष्ठ के अध्यक्ष से भी खुद के लिए समर्थन पत्र लिखवाकर संगठन में भेजे हैं यह अलग बात है कि दबाव वश समर्थन पत्र लिखने वाले पदाधिकारी भी उन्हे टिकट ना मिलने की बात कह रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में खुद का प्रचार कर रहे थे जिलाध्यक्ष
भाजपा कोरिया के जिलाध्यक्ष की कार्यशैली एकदम विवादित किस्म की है पार्टी की बैठको में भी वे कार्यकर्ताओं को भला बुरा कहने से नही चुकते यहां तक कि यदि कोई पदाधिकारी या कार्यकर्ता उनके बिना पूछे रायपुर जाकर किसी मंत्री नेता से भी मिल लेता है तो उसके खिलाफ जिलाध्यक्ष उल जलूल बात कर बैठकों में भी सुनाने से पीछे नही हटते। बतलाया जाता हेै कि बीते विधानसभा चुनाव में वे प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के साथ खुद की फोटो लगवाने में भी दिलचस्पी दिखला रहे थे इसी बहाने वे खुद का प्रचार कर रहे थे अब लोकसभा चुनाव वे लड़ना चाहते हैं ऐसे में पार्टी के ही लोगो का कहना है कि वे इसी तैयारी में अपना फोटो दबाव बनवाकर लगवाते थे।
प्रायवेट लिमिटेड कंपनी बनी भाजपा
संगठन के बल पर चलने वाली पार्टी भाजपा कोरिया जिले में एक प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की तरह काम कर रही है,देखने में मिल रहा है कि पार्टी में पिता पुत्र हावी हैं परिवारवाद करके पार्टी का संचालन किया जा रहा है। हर बैठको एवं अन्य कार्यक्रम में पिता पुत्र का इतना हस्तक्षेप एवं दबाव रहता है कि अब लोग इससे त्रस्त हो चुके हैं। पिछले दिनो भाजयुमो द्वारा बैकुंठपुर में एक कार्यक्रम भी कराया गया था जिसमें भी जिलाध्यक्ष के पुत्र द्वारा विवाद की स्थिति निर्मित की जा रही थी ऐसा सूत्रों का कहना है। भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा अपने पुत्र को भाजयुमो का जिला महामंत्री बनवाया गया है और पुत्र द्वारा भाजयुमो का संचालन भी अपने मन मुताबिक कराया जा रहा है जिससे युवा कार्यकर्ता भी परेशान है।
वरिष्ठ नेता हो रहे उपेक्षित,नये कार्यकर्ताओं की पूछ परख बढी
कोरिया भाजपा में अब विधानसभा चुनाव बीतने के बाद गुटबाजी और ज्यादा बढ गई है,प्रशासन को अपने कजे में करने के फिराक में जिलाध्यक्ष कोई पैतरा नही छोड़ना चाह रहे हैं,आलम यह हो गया है कि पार्टी के लिए वर्षो से काम कर रहे वरिष्ठ नेता अब उपेक्षित होने लगे हैं उनकी पूछ परख खत्म हो गई है। नये नये और कभी ना दिखने वाले कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं। प्रशासनिक कार्यक्रम में भी नये नये लोग मंच पर नजर आने लगे हैं जिनकी ना तो कोई राजनैतिक छवि है और ना ही सामाजिक छवि ऐसे लोग खुद को पार्टी का बड़ा नेता बतलाकर गुटबाजी का साथ दे रहे हैं।
वरिष्ठ नेता दिख रहे दरकिनार,भीतर ही भीतर उपज रहा आक्रोश
झुमका जल महोत्सव में भी उपेक्षित हुए वरिष्ठ नेता

प्रशासन द्वारा बीते 1 और 2 फरवरी को झुमका जल महोत्सव का आयोजन किया गया था जिसमें 1 फरवरी को मुख्यमंत्री के आगमन पर हेलीपेड में उनके स्वागत,मंच पर बैठक एवं भोजन के लिए सूची बनाई गई थी,घटती घटना को प्राप्त उक्त सूची देखकर यह कहा जा सकता है कि कोरिया में पार्टी इन दिनों भारी गुटबाजी से जुझ रही है,कई वरिष्ठ नेता इस कदर दरकिनार हैं कि वे मंच तो दूर मुख्यमंत्री के पास भी नही फटक पा रहे हैं और उन्हे कार्यक्रम में दूर बैठे देखा गया, आम कार्यकर्ताओ के साथ ऐसे कई नेता मंच से दूर देखे गए जो कभी कार्यक्रम की शान हुआ करते थे लेकिन जिलाध्यक्ष द्वारा ऐसे वरिष्ठ लोगो की उपेक्षा की जा रही है जो कि कही से सही नही है। सूत्रो का कहना है कि जो कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष को पसंद नही है या जो उनका चरण वंदन नही करता उसके खिलाफ वे सार्वजनिक जगहों पर भी खुलेआम गाली गलौज कर उसे नीचा दिखलाने की कोशिश करते रहते हैं जिससे कि जिलाध्यक्ष के प्रति नाराजगी दिखलाई दे रही है।


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