सीएम और डिप्टी सीएम के साथ ही जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई एनडीए सरकार में मंत्री पद की शपथ ली
2 डिप्टी सीएम भी बने
पटना,28 जनवरी 2024 (ए)। नीतीश कुमार ने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उन्होंने अपने इस बार के कार्यकाल में तीसरी बार सीएम पद की शपथ ग्रहण की। इससे पहले नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस्तीफा देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। पटना के राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के साथ दो डिप्टी सीएम ने भी पद की शपथ ली। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने उपमुख्यमंत्री की शपथ दिलाई।
लगे मोदी-मोदी के नारे
वहीं राजभवन में नीतीश कुमार के शपथ लेते वक्त मोदी-मोदी के नारे लगे। शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राजभवन पहुंच गए थे। मालूम हो कि नीतीश ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा। और फिर इसके बाद वे 128 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर सरकार बनाने का दावा किया।
इन नेताओं ने भी ली मंत्री पद की शपथ
सीएम और डिप्टी सीएम के साथ ही जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई एनडीए सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा जेडीयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। साथ ही भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। जदयू के श्रवण कुमार ने नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन ने मंत्री पद की शपथ ली। निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
नई सरकार में कुल 8 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ
भाजपा से तीन- सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, प्रेम कुमार। जेडीयू से तीन- विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली है।
128 विधायकों का समर्थन
नीतीश के पास भाजपा के 78,जेडीयू के 45, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के चार और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है। इस्तीफे के 4 घंटे बाद नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
क्या बोले नीतीश?
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि आरजेडी गठबंधन में ठीक नहीं चल रहा था। चारों तरफ से राय आ रही थी। इसी को हमने सुन लिया। अब पहले के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए हैं। बता दें कि नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के साथ 17 महीने की महागठबंधन सरकार का भी अंत हो गया है और नीतीश कुमार फिर से पुराने खेमे में लौट आए हैं।
देर आए लेकिन दुरस्त आए
नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी पर रामदास अठावले ने दी प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे देर आए दुरुस्त आए बताया। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि कुमार ने एनडीए का हिस्सा बनने का सही समय पर सही फैसला लिया है। दरअसल, नीतीश कुमार ने यह कहते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया कि महागठबंधन और विपक्षी गुट इंडिया में उनके लिए चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं। उन्होंने भाजपा के साथ नई सरकार बनाने का दावा भी पेश किया, जिसे उन्होंने 18 महीने पहले खारिज कर दिया था।
नीतीश कुमार को पहले भी रोका गया था
उनके इस्तीफे से पहले, नीतीश कुमार की जदयू और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) राज्य में सत्तारूढ़ भागीदार थे। अठावले ने कहा, हमने नीतीश जी से कहा था कि वह लालू यादव (राजद प्रमुख) के साथ न जाएं,क्योंकि वे आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे,लेकिन देर आए दुरुस्त आए। मैंने उनसे कहा था कि मोदी जी के साथ जुड़ जाएं,अब उन्होंने सही निर्णय लिया है,इसलिए मैं उन्हें धन्यवाद दे रहा हूं।