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नई दिल्ली,@रामलला से जुड़ड़ी फर्जी खबरों पर सरकार सख्त

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नई दिल्ली,20 जनवरी 2024 (ए)। राम मंदिर से जुड़ी गलत खबरों को लेकर सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की। जिसमें अखबार,न्यूज चैनल्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फर्जी खबरों से बचने को कहा गया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, सोशल मीडिया पर कुछ अन वैरिफाइड, भड़काऊ और फर्जी मैसेज फैलाए जा रहे हैं। जो सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। अयोध्या में रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा,जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब 22 जनवरी यानी प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही अयोध्या आएंगे। वह 4 घंटे रामनगरी में रुकेंगे। सुबह 10.30 बजे विमान से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे। 11 बजे राम मंदिर पहुंच जाएंगे। यहां 3 घंटे रुकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से पहले पीएम राम मंदिर परिसर में लगी जटायु की प्रतिमा का इनॉगरेशन करके पूजा करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 12.20 से 1 बजे तक होगा।

अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच के 5 जजों को भी 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में स्टेट गेस्ट के तौर पर न्योता दिया गया है।इनमें सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। बॉलीवुड सुपर स्टार अमिताभ बच्चन निजी चार्टर्ड विमान से अयोध्या जाएंगे। अभिनेता अजय देवगन,अक्षय कुमार,अल्लू अर्जुन, मोहनलाल, अनुपम खेर और चिरंजीवी को भी न्योता मिला है। इसके अलावा सरोद वादक अमजद अली, गीतकार और कवि मनोज मुंतशिर, गीतकार प्रसून जोशी, निर्देशक संजय लीला भंसाली,चंद्रप्रकाश द्विवेदी को भी बुलाया गया है।

अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा से 3 दिन पहले रामलला की प्रतिमा की पहली पूरी तस्वीर सामने आई। काले पत्थर से बनी मूर्ति में भगवान का विहंगम स्वरूप दिखाई दे रहा है। 5 साल के रामलला के चारों तरफ आभामंडल बनाया गया है। कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने इसे एक ही पत्थर से बनाया है। यानी, पत्थर को कहीं जोड़ा नहीं गया है।माधव कांडाली की असमिया रामायण में एक ऐसी कहानी है, जो किसी भी राम कथा में सुनने को नहीं मिलती। रावण को असम में धूरा-कौरी नाम से पुकारा जाता है। कहानी के मुताबिक, ‘वनवास के दौरान एक दिन राम सीता के पैर पर सिर रखकर सो रहे थे। उसी वक्त सीता की सुंदरता से प्रभावित होकर रावण वहां आ गया और उन्हें परेशान करने लगा। सीता को उस वक्त बुरा लगा, लेकिन राम की नींद खराब ना हो, इसलिए उन्होंने ना ही कुछ कहा और ना शोर मचाया।

पिछले कुछ घंटों से अयोध्या में श्रीराम मंदिर की मूर्ति की तस्वीरें काफी वायरल हो रही हैं। रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस मूर्ति को अभी खोला नहीं गया है। लेकिन एक तस्वीर बार बार सामने आ रही है कि उनके नेत्र खुले हैं। इस पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने अपनी टिप्पणी दी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि मूर्ति स्थापित हो गई है और उसे अभी खोला नहीं गया है। उन्होंने कहा कि रामलला की मूर्ति को कपड़े से ढक दिया गया है।रामलला की आंख से पट्टी हटने और खुली आंखों वाली तस्वीर के सवाल पर सत्येंद्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले आंखों को खोला नहीं जा सकता। जिस मूर्ति का चयन हो जाता है, उस मूर्ति की आंखें बंद कर दी जाती हैं। उनकी आंखों को ढक दिया जाता है। जो तस्वीर दिखाई दे रही है वो मूर्ति है ही नहीं। सत्येंद्र दास ने कहा कि ऐसी तस्वीर मिल नहीं सकती और अगर ऐसी तस्वीर है तो उसकी जांच होगी। ये जांच होगी कि मूर्ति की आंखें किसने खोली और ये तस्वीर कैसे वायरल हो गई। मंदिर के मुख्य पुजारी का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए सारे कार्य होंगे, लेकिन नेत्र नहीं खुलेंगे। इस समय कर्म कांड किए जा रहे हैं।


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