- घटिया निर्माण देख एक व्यापारी ने खुद से ही निर्माण सामग्री देकर कहा गुणवत्ता के साथ करें कार्य…
- ग्राम पंचायत पटना द्वारा बाजार पारा में किया जा रहा नाली निर्माण,नाली निर्माण के गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
- एक व्यापारी के विरोध को भी नहीं समझ पाए पंचायत प्रतिनिधि और उनसे ले ली निर्माण सामग्री
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर/पटना,18 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। ग्राम पंचायत पटना निर्माण कार्यों के लिए विख्यात है यहां पर निर्माण काम की जरूरत नहीं होती है फिर भी निर्माण करने का प्रयास होता है, ऐसे कई उदाहरण पटना पंचायत में देखने को मिल जायेगें जिसमें से एक उदाहरण दुकान निर्माण भी है पर अभी हम बात कर रहे हैं पटना ग्राम पंचायत द्वारा बाजार पारा नाली निर्माण की इस निर्माण में लाखों खर्च हो रहे हैं और व्यापारियों के दुकान के सामने से यह नाली गुजर रही है इस नाली निर्माण का उद्देश्य है की सड़कों पर पानी न जमा हो, पंचायत का उद्देश्य अच्छा है होना भी चाहिए और यह पहल भी अच्छी है पर इस उद्देश्य के साथ ज्यादा कमाना भी एक लालसा है क्या इसी वजह से नाली निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया जा रहा यह सवाल पटना ग्राम पंचायत के व्यापारियों का है। व्यापारियों का कहना है कि नाली निर्माण में प्रयोग हो रही निर्माण सामग्री का स्तर काफी खराब है यहां तक की नली में जो छड लगाए जा रहे हैं उसकी दूरी भी ज्यादा है जिस वजह से नाली की मजबूती कम हो रही है और कुछ सालों में ही यह नाली टूट जाएगी या फिर गाडि़यों के चढ़ने से यह नाली धरासाई हो सकती है। नाली के निर्माण को देखकर ही एक व्यापारी ने कहा कि आप मेरे दुकान के सामने नाली का निर्माण अच्छा करें यदि आपके पास निर्माण सामग्री नहीं है तो मुझे ले लीजिए पर निर्माण गुणवत्ता के साथ कीजिए पर पंचायत के प्रतिनिधि भी इतने निर्लज्ज निकले कि उस विरोध को नहीं समझे और व्यापारी से निर्माण सामग्री लेकर उसके दुकान के सामने निर्माण मजबूत रूप से किया, जबकि पंचायत प्रतिनिधियों को तो ध्यान देकर अच्छे गुणवत्ता वाला निर्माण करना चाहिए था ताकि जब कोई भी नाम ले तो यह कहे कि इस पंचायत के इस सरपंच के कार्यकाल में यह नाली बनी थी जो काफी मजबूत है।
नाली पर खुद ही मिट्टी पटाव का काम कर रहे नगरवासी
पटना में निर्माणाधीन नाली के ऊपर मिट्टी पटाव का काम खुद ग्रामीण कर रहे हैं।जो काम निर्माण एजेंसी के माध्यम से मजदूरों के माध्यम से किया जाना है वह काम ग्राम वासी खुद कर रहे हैं और जिसकी तस्वीर वह सोशल मिडिया के डालकर यह बता भी रहे हैं की उनका भी जिम्मा उनके हिस्से है और मिट्टी पटाव उन्हे ही करना है।
जब सहयोग से बन सकती है मजबूत नाली क्यों नहीं सभी से लिया जाता सहयोग,एक जगह मजबूत अन्य जगह कमजोर नाली क्या उचित है?
वाल यह भी उठता है की जब किसी एक के सहयोग से उसके घर दुकान के सामने की नाली मजबूत बनाई जा सकती थी तो अन्य सभी निवासियों से भी सहयोग क्यों नहीं मांगा गया। सभी की बैठक कर सहयोग मांगा जा सकता था और फिर सभी जगह की नाली सभी के घरों के समाने की नाली मजबूत बनाई जा सकती थी,एक जगह मजबूत और बाकी जगह कमजोर यह कैसा निर्माण है पंचायत का।
गुणवत्ता को लेकर सोशल मिडिया पर भी लोग मुखर हो रहे हैं
नाली निर्माण शासकीय मद की राशि से हो रहा है जैसा बताया जा रहा है वहीं इसकी देखरेख खासकर गुणवत्ता की शासकीय विभाग के नियुक्त अभियंता को भी करनी है लेकिन वह भी मामले में कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अभियंता भी गुणवत्ता विहीन नाली निर्माण को जानते हुए पूर्ण कराने की हड़बड़ी में हैं जिससे जल्द से जल्द शासकीय राशि की बंदरबांट की जा सके। वैसे पटना ग्राम पंचायत में हाल फिलहाल में निर्माण कार्य साथ ही गुणवत्ता को लेकर कई अनियमितता देखी जा रही है वहीं अब गुणवत्ता को लेकर सोशल मिडिया पर भी लोग मुखर हो रहे हैं विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है की पंचायत केवल अधिक से अधिक आय अर्जित करने में लगी हुई है निर्माण की गुणवत्ता बद से बदतर देखी जा रही है पंचायत में कुछ लोगों ने जैसे पंचायत कब्जा जमाया हुआ है वहीं उनके अनुसार ही सरपंच अब काम कर रही हैं और जिससे उनकी छवि को भी बड़ा नुकसान हो रहा है।
नाली निर्माण में एक व्यापारी ने अपने स्वयं के दुकान से समाने की नाली के लिए दिया अतिरिक्त छड़
नाली निर्माण की गुणवत्ता कितनी खराब है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की एक व्यापारी ने अपनी दुकान के सामने की नाली के लिए अतिरिक्त छड़ खुद से मजदूरों सहित राज मिस्ति्रयों को उपलब्ध कराया गया और उनसे यह अनुरोध किया गया की वह उससे जरूरत की सामग्री ले लें लेकिन उसके सामने की नाली मजबूत बनाएं जिससे नाली कुछ दिनों तक टिकी रहे। व्यापारी ने खुद से छड़ नाली की मजबूती के लिए दिया और इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की व्यापारी खुद मान रहे हैं की नाली की गुणवत्ता खराब है और नाली ज्यादा दिन तक टिकने वाली नहीं है,वहीं उसके सामने की नाली मजबूत बनी रहे इसलिए उसने खुद से छड़ प्रदान कर दिया।
क्या व्यापारी से सामग्री स्वरूप छड़ लेकर पंचायत ने भी माना नाली की गुणवत्ता ठीक नहीं?
बाजार पारा के व्यापारी ने पंचायत को नाली के लिए छड़ देकर अपने दुकान के सामने की नाली मजबूत बनाने की मांग की। पंचायत ने खासकर पंचायत के निर्माण कार्य में लगे लोगों ने व्यापारी से छड़ ले भी लिया और एक व्यापारी के दुकान के सामने नाली मजबूत बन सके इसके लिए छड़ का उपयोग भी कर लिया। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की खुद निर्माण में लगे लोग भी जान रहे हैं की व्यापारी ने छड़ मजबूरी के लिए दिया है जो जारी निर्माण में नजर नहीं आ रही है। व्यापारी से छड़ लेकर निर्माण एजेंसी और उसमे लगे लोगों ने भी मान लिया गुणवत्ता खराब है।