- शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही प्रशासन नहीं है सजग
- मोहल्ले वासी कर रहे हैं विरोध ग्राम पंचायत बनी है मूकदर्शक
खड़गवां 11 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। सार्वजनिक जगह,सड़क किनारे व धार्मिक स्थलों के सामने खुलेआम मांस-मछली,अण्डा की दुकानें संचालित हो रही हैं। इससे आसपास क्षेत्र का माहौल भी खराब हो रहा है। लोगों का आसपास से गुजरना मुश्किल हो गया है। आसपास के अन्य दुकान वाले के व्यापार पर भी असर पड़ रहा है। कार्रवाई के अभाव में हर रोज खुले में मांस, मछली की दुकान खुल रही हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार कारवाई नहीं कर रहे हैं। सड़क किनारे संचालित दुकानें खुले रूप मछली, अंडे, चिकन की दुकान खोल रखी हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इसी के आसपास सामान्य खाद्य सामग्री की दुकानें भी खुली है, जिससे खुले रूप में लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। शाम होते ही शराबियों का डेरा भी इन मांस,मटन दुकानों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जहां चखना खाने के लिए बहुत संख्या में शराबी यहां आकर हो हल्ला करते रहते हैं। इससे आसपास का माहौल पूरी तरह से खराब होता है वही इन शराबियों द्वारा गाली गलौज किए जाने के कारण महिलाओं का यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है।
जिसकी बदबू से दिनभर लोगों का बुरा हाल रहता है। अंडे की दुकानें तो कई जगहों पर आसानी से दिख जाएंगी। सामान्य तौर पर जो लोग खाद्य सामग्री लेने – जाते हैं, उसी के आसपास अंडे और – मांस की भी चल रही हैं।
मुख्य मार्ग के किनारे लोहे की जालियों में ही रखकर मांस बेची जाती है बस स्टैंड के पास ऐसी दुकाने लगती है। नियम के अनुसार मांस तथा मछली की सभी दुकानें पारदर्शी होना चाहिए। यानि मांस या मछली बाहर से राहगीर को दिखाई न दे, ऐसी कांच या दरवाजा लगी होनी चाहिए। दुकानों में तथा आसपास साफ- सफाई की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। मीट दुकानों में मांस के वेस्ट का प्रबंधन भी नियमानुसार होना चाहिए। इसके अलावा किसी भी धार्मिक स्थल, स्कूल के सामने 100 मीटर की दूरी के भीतर दुकान नहीं होनी चाहिए। जहां सड़क किनारे मांस खुलेआम बेचा जा रहा है यहां से स्कूल की दूरी महज़ 50 मीटर पर है और इसी मुख्य मार्ग से सभी बच्चों को स्कूल जाना होता है। यहां से दुकानदारों को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की अत्यंत आवश्यकता है क्योंकि आस पास के दुकानदारों के द्वारा भी इसका विरोध किया जा रहा है। इधर सरकार और प्रशासन मांस मटन की दुकानों को मुख्य मार्ग और सार्वजनिक स्थलों से हटाकर अन्यत्र कर रही है और खड़गवां विकास खंड मुख्यालय में मुख्य मार्ग और सार्वजनिक स्थलों पर ये दुकानें लग रही है। मुख्य मार्ग और सार्वजनिक स्थलों पर महिलाएं एवं बच्चे सभी घूमने एवं अन्य सामग्री की खरीदी करने आते हैं है जिन्हें परेशानी का समाना करना पड़ता है। ग्राम पंचायत एवं स्थानीय प्रशासन की इसे किसी विशेष स्थान पर स्थापित करने की प्रमुख जिम्मेदारी है परंतु ग्राम पंचायत एवं प्रशासन के लोग पूरी तरह से मुख बधिर बनकर बैठे हुए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन्हें किसी विषय जगह पर स्थानांतरित किए जाने की आवश्यकता है ताकि उनके व्यवसाय पर भी कोई असर ना आए और वह शांतिपूर्ण अपना आजीविका चला सके इसलिए इन्हें किसी निश्चित स्थान प्रदान किया जाना भी आवश्यक है।