रायपुर@ईडी की चार्जशीट में आया भूपेश बघेल का नाम

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ईडी ने कहा आरोपी असीम दास अपने बयान पर कायम
रायपुर,06 जनवरी 2024 (ए)। महादेव बेटिंग एप्प मामले में ईडी ने न्यायालय में अपनी दूसरी चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम आया है। ईडी के अनुसार आरोपी असीम दास अपने बयान पर कायम है, जिसमें उसने कहा था कि उसे भूपेश बघेल को नकदी डिलीवर करने के लिए भेजा गया था। ज्ञात हो कि ईडी ने बताया,असीम दास ने 12 दिसंबर को नया बयान दर्ज कराया था,जिसमें वो अपने पुराने बयान से मुकर गया था। इसमें उसने कहा था कि 3 नवंबर को उसने जो बयान दिया था वो किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में दिया था, जोकि उसके वकील के साथ ही आया था। अब इस बयान से आरोपी असीम दास मुकर गया है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले 2 नवंबर की गिरफ्तारी के बाद 2 नवंबर को उसने जब बयान दिया था,उसमें कहा था कि महादेव बेटिंग एप्प प्रमोटर्स ने चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ को पहुंचाने के लिए 5.39 करोड़ दिए थे. बाद में वो अपने बयान से मुकर गया था. उसने 12 दिसंबर को अपने बयान से पलटी मार ली और कहा कि उसे इस मामले में साजिशन फंसाया गया है। उससे जबरन अंग्रेसी भाषा में लिखे एक बयान पर हस्ताक्षर कराए गए,जबकि उसे अंग्रेजी नहीं आती है।
सभी घोटालों की
होगी जांच : सीएम साय

महादेव ऑनलाइन सट्टा एप में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आने व राज्य में हुए विभिन्न घोटालों को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सभी घोटालों की जांच कराई जाएगी।

ईडी की चार्जशीट पूर्व सीएम का नाम होने पर भड़के भूपेश ने बताया यह राजनीतिक षड़ड़यंत्र का हिस्सा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जिस तरह से उनका नाम लिखा है, वह पूरी तरह से राजनीतिक षड़यंत्र का हिस्सा है। उन्होंने कहा है कि ईडी अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर कूटरचना कर लोगों को गिरफ्तार कर रही है और उनसे दबावपूर्वक मेरे और मेरे सहयोगियों के खि़लाफ़ बयान दिलवा रही है। उन्होंने कहा है कि इन बयानों में जो पैसों के लेनदेन के आरोप लगाए गए हैं उनका कोई आधार नहीं है।वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जिस असीम दास के पास से रुपए बरामद हुए थे उसने जेल से अपने हस्तलिखित बयान में कह दिया है कि उन्हें भी धोखे में रखकर फंसाया गया है और उन्होंने कभी किसी राजनेता व उनसे जुड़े लोगों को पैसा नहीं पहुंचाया। अब ईडी दावा कर रही है कि उसने यह बयान भी वापस ले लिया है। यह किस दबाव में हो रहा है, उसे सब जानते हैं। उन्होंने सवाल पूछा है कि ईडी ने जिस दिन कथित रूप से असीम दास से रुपए बरामद किए थे उस घटना की पूरी रिकॉर्डिंग ईडी के पास है। इसका मतलब है कि पूरी घटना पूर्व नियोजित थी और इसका मतलब यही है कि इसकी कूटरचना ईडी ने ही की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि ईडी ने दावा किया है कि चंद्रभूषण वर्मा ने भी अपना पहले का बयान वापस ले लिया है। बघेल ने कहा है कि हम शुरुआत से कह रहे हैं कि ईडी मारपीट से लेकर धमकी देने तक हर हथकंडे अपनाकर मेरा व मेरे सहयोगियों का नाम लेने का दबाव बना रही है। ईडी के नए दस्तावेज से यह और स्पष्ट हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि महादेव ऐप के घोटाले की जांच उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए खुद शुरू की थी। वे चाहते थे कि इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हो और युवाओं को जुआखोरी की ओर धकेल रहे इस अपराध पर रोक लगे।छत्तीसगढ़ सरकार की इस जाँच के आधार पर ही ईडी धन-शोधन का मामला बनाकर जांच कर रही है लेकिन दुर्भाग्य है कि ईडी ने जांच को अपराध की बजाय राजनीतिक दबाव व बदनामी का हथियार बना लिया है।


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