कार्यालय के उपयोग के लिए मांग के अनुरूप मंगाई गई थी सामग्री
- भूपेन्द्र सिंह –
अंबिकापुर,30 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। छाीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन लिमिटेड के ड्रग वेयर हाउस अंबिकापुर से अधिकारी के घर फर्नीचर की खेप पहुंच रही है। गुरूवार की शाम से शुक्रवार की सुबह तक स्टील चेयर, टेबल, आलमारी जैसे सामानों की खेप निजी वाहनों से ले जाने का क्रम चलते रहा। इससे ऐसा प्रतीत होने लगा जैसे कार्यालय का स्थानांतरण हो रहा हो। जिस वाहन में इन सामानों को लोड करके ले जाया गया, उसके चालक ने बतौली के लिए वाहन बुक करने की जानकारी दी। सामने आया कि सीजीएमएससी के असिस्टेंट इंजीनियर सौरभ गुप्ता के बतौली स्थित निवास में इसे उतारना है। ड्रग वेयर हाउस में बड़ी वाहनों की उपलधता के बाद भी किराए की टाटा एस वाहन में कार्यालयीन उपयोग के लिए मांग अनुरूप रायपुर से भेजी गई सामग्री को बिना किसी जिम्मेदार की उपस्थिति में ले जाना संदेहास्पद है। गुरूवार की शाम को भी कार में फर्नीचर से संबंधित छोटे सामान पहुंचाने की बातें सामने आई हैं।
शुक्रवार की सुबह कार्यालय खुलने के पहले ड्रग वेयर हाउस के सामने एक टाटा एस वाहन सीजी 15 सीएक्स 8058 खड़ी नजर आई। इसमें कार्यालय के कक्ष से बड़ी आलमारी, दो छोटी आलमारी, दो नग स्टील की कुर्सी जैसे सामानों को लोड किया जा रहा था। मौके पर पहुंच कर जब सामान लोड करने में लगे लोगों को टटोला गया, तो वाहन चालक ने बताया कि 15 सौ रुपये में वाहन की बुकिंग बतौली के लिए हुई है। बतौली में शांतिपारा के पहले मंदिर के पास कहीं सामान उतारना है। कार्यालय खुलने के पहले इस तरह सामानों की खेप ले जाते देख संदेह की स्थिति बन रही थी क्योंकि मौके पर कोई जिम्मेदार स्टोर इंचार्ज या ऐसा कर्मचारी नहीं था, जो यह बता सके कि इन सामानों को कहां पहुंचाना है। इसका कोई लिखित आदेश, पावती, वाउचर भी मौके पर मौजूद लोगों के पास नहीं था। मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने टाटा एस में लोड हो रहे सामानों का फोटो खींचते देख सौरभ गुप्ता को इससे अवगत कराया। उन्होंने घुमावदार बातें करते हुए मौके पर ड्रग वेयर हाउस के कर्मचारी के उपस्थित होने की बात कही। यह कर्मचारी संभवत: रात्रि पहर में सेवा देने वाला या स्वच्छक था। पूछताछ करने पर उसके पास भी ऐसा कोई कागजात नहीं मिला, जिससे ड्रग वेयर हाउस के सामानों को कहां, किसके निर्देश पर ले जाया जा रहा है, इसकी पुष्टि हो। कुल मिलाकर मौके पर मौजूद वाहन चालक से लेकर अन्य उपस्थित लोगों के पास कोई वैधानिक कागजात नहीं थे, जिससे पता चले कि ड्रग वेयर हाउस में रखे गए फर्नीचर, आलमारी जैसे सामानों को कहां और किस उद्देश्य से ले जाया जा रहा है। गुरूवार की शाम को भी लग्जरी कार में तीन कुर्सी, दो छोटा आलमारी ले जाने की बात सामने आई है। ऐसे में कार्यालय के उपयोग के लिए रायपुर से भेजी गई इन सामग्रियों को निजी उपयोग के लिए ले जाने की बातें सामने आ रही हैं। छाीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन लिमिटेड के अंबिकापुर स्थित ड्रग वेयर हाउस के उपयोग हेतु उपलध कराई गई सामग्री को असिस्टेंट इंजीनियर के कहने पर गैर जिम्मेदाराना तरीके से गाड़ी में लोड करके भेजना चर्चा का विषय बना हुआ है।
असिस्टेंट इंजीनियर ने कहा-जशपुर भेजा गया सामान
सीजीएमएससी के असिस्टेंट इंजीनियर सौरभ गुप्ता से उनका पक्ष लेने पर बड़ी सफाई से उन्होंने इन सामानों को जशपुर कार्यालय में उपयोग के लिए भेजने की बात कही। इनका कहना है कि सरगुजा संभाग के अन्य जिलों में ड्रग वेयर हाउस की शाखाएं संचालित हैं। संभागीय कार्यालय होने के कारण यहां से फर्नीचर, स्टेशनरी जैसे सामानों को व्यवस्थित कार्यालय संचालन के लिए भेजा जाता है। इनका यह भी कहना था कार्यालय में अतिरिक्त सामान होने पर अन्य कार्यालयों को सामान यहां से भेज दिया जाता है। इनकी बातों में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। वहीं सूत्र बताते हैं कि जिन सामानों को निजी वाहनों में लोड करके भेजा गया है, इसकी मांग कार्यालय में उपयोग के लिए की गई थी। कार्यालय का समय बीतने व कार्यालय खुलने के पहले इसकी अफरातफरी से इन सामानों को निजी उपयोग के लिए ले जाने की बातें सामने आ रही हैं।