- जोगेश,विकास,देवेन्द्र व डॉ राकेश में से कौन होगा दावेदार?
- कोरबा जिले से जोगेश लांबा,विकास महतो,देवेन्द्र पांडेय कर रहे हैं दावेदारी तो कोरिया से डॉ. राकेश शर्मा एकमात्र दावेदार
- पिछली बार नये चेहरे के रूप में ज्योतिनंद दुबे को उतारकर भाजपा ने चैकाया था,कांग्रेस से महंत परिवार ही हो सकते हैं उम्मीदवार
-रवि सिंह-
कोरबा/कोरिया,29 दिसम्बर 2023(घटती-घटना)। विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है,अपै्रल माह में संभावित चुनाव हेतु मार्च में अचार संहिता भी प्रभावशील हो जाएगी,वर्तमान में कोरबा लोकसभा में कांग्रेस की ओर से श्रीमती ज्योत्सना महंत सासंद हैं इस बार भी कांग्रेस की ओर से महंत परिवार से ही कोई सांसद का उम्मीदवार होगा इसकी प्रबल संभावना है तो वहीं भाजपा की ओर से कोरबा जिले से पूर्व महापौर जोगेश लांबा,पूर्व सांसद पुत्र विकास महतो और देवेन्द्र पांडेय दावेदारी कर रहे हैं तो वहीं कोरिया जिले से डॉ. राकेश शर्मा भी एकमात्र दावेदार के रूप में अभी तक सक्रिय हैं। भाजपा पिछले कई चुनाव में कोरबा लोकसभा में नया प्रत्याशी उतारती आई है पिछली बार भी ज्योतिनंद दुबे के रूप में नया चेहरा उतारा गया था लेकिन परिणाम उनके विपरीत रहा। इस बार भी इन दावेदारों के अलावा किसी नये चेहरे का नाम यदि उम्मीदवार बतौर सामने आ जाए तो कोई आश्चर्य नही होगा।
सक्रिय हुए दावेदार लेकिन भाजपा लेगी चौकाने वाला फैसला
लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होते ही भाजपा के दावेदार अब इस क्षेत्र में सक्रिय नजर आने लगे हैं। कोरबा निवासी पूर्व महापौर जोगेश लांबा पिछले कुछ दिनो से इस क्षेत्र में सक्रिय दिखलाई दे रहे हैं उन्होने चिरमिरी, बैकुंठपुर समेत कई क्षेत्रों का दौरा किया है जबकि पूर्व सासंद स्व. डॉ. बंशीलाल महतो के पुत्र विकास महतो और देवेन्द्र पांडेय का नाम भी दावेदारो के रूप में सामने आ रहा है। आने वाले समय में इन दावेदारो की सक्रियता भी इस क्षेत्र में देखने को मिलेगी,जोगेश लांबा ने दो दिन पहले ही चिरमिरी क्षेत्र में भाजपा नेताओ समेत मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल से मुलाकात किया था तो वहीं गुरूवार को बैकुंठपुर में उन्होने भाजपाईयो से मुलाकात कर समर्थन मांगा है। देवेन्द्र पांडेय भी इस क्षेत्र में संपर्क बना रहे हैं कोरबा क्षेत्र में वे कई कार्यक्रम में देखे जा रहे हैं जबकि विधानसभा चुनाव के समय विकास महतो ने एमसीबी जिले के कई स्थानो का दौरा किया है। कोरिया जिले से दावेदारी कर रहे डॉ. राकेश शर्मा भी पिछले तीन वर्षो से अपनी सक्रियता दिखला रहे है उन्होने भी कोरिया,एमसीबी समेत कोरबा जिले में कई जगह का दौरा किया है। इन दावेदारो ने अपनी अपनी लांबिंग भी शुरू कर दी है,लेकिन हर बार चैकाने वाला फैसला लेने में माहिर भाजपा नेतृत्व द्वारा कोई भी नया चेहरा मैदान में उतारा जा सकता है। भाजपा सरकार में इस बार कोरबा लोकसभा क्षेत्र में दो मंत्री बनाये गए है, श्यामबिहारी जायसवाल व लखनलाल देवांगन को मंत्री पद की जिम्मेदारी देकर एक हिसाब से शीर्ष नेतृत्व ने कोरबा लोकसभा जिताने की जवाबदारी सौंप दी है। शीर्ष नेतृत्व की उम्मीद पर हर हाल में इन दोनो मंत्रियो को खरा उतरना पड़ेगा।
कोरबा लोकसभा की भौगोलिक स्थिति
प्रदेश के पावर कैपिटल के रूप में प्रसिद्व कोरबा लोकसभा सीट पर सभी पार्टियों की नजर है,वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद कोरबा निर्वाचन क्षेत्र अस्तित्व में आया था उसके बाद संपन्न हुए लोकसभा के चुनाव यहां की जनता ने पहली बार डॉ. चरणदास महंत को सांसद चुना था उन्होने भाजपा प्रत्याशी करूणा शुक्ला को हराया था,इसके बाद 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. बंशीलाल महतो ने डॉ. चरणदास महंत को परास्त किया था। 2019 के चुनाव में कांग्रेस की ओर से श्रीमती ज्योत्सना महंत उम्मीदवार थी जबकि भाजपा की ओर से ज्योतिनंद दुबे मैदान में थे इस चुनाव में श्रीमती महंत को जीत मिली थी। कोरबा लोकसभा सीट चार जिले मे फैली है,कोरबा जिले की चार विधानसभा कोरबा, कटघोरा, रामपुर व पाली तानाखार, बिलासपुर जिले की मरवाही,एमसीबी जिले की मनेन्द्रगढ़ व भरतपुर सोनहत,कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधानसभा इसमें शामिल है। इनमें कोरबा,कटघोरा,मनेंद्रगढ और बैकुंठपुर सामान्य सीट हैं जबकि बाकी रिजर्व सीट हैं।
लोकसभा क्षेत्र में भाजपा का है दबदबा
इस लोकसभा क्षेत्र में संपन्न हुए चुनाव में दो बार कांग्रेस का कब्जा हुआ है जबकि एक बार भाजपा के डॉ. बंशीलाल महतो मोदी लहर के बावजूद महज 4500 वोट से जीत दर्ज कर पाए थे। उसके बाद 2019 के चुनाव में ज्योतिनंद दुबे को लंबी हार का सामना करना पड़ा था। हलांकि पिछली बार प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और इस लोकसभा अंतर्गत सात विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। 2019 में हारी हुई यह लोकसभा सीट पर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पिछले दो साल से नजर जमाए हुए है,इस बार स्थिति भाजपा के पक्ष में नजर आ रही है। विधानसभा क्षेत्र भरतपुर सोनहत, मनेंद्रगढ, बैकुंठपुर, कटघोरा,कोरबा,मरवाही मिलाकर कुल 6 सीट पर भाजपा के विधायक निर्वाचित हुए हैं जबकि रामपुर सीट पर कांग्रेस एवं पाली तानाखार से गोंगपा के विधायक निर्वाचित हुए हैं। भाजपा वोटों के लिहाज से इस क्षेत्र में मजबूत नजर आ रही है।
महंत परिवार से हो सकता है कांग्रेस उम्मीदवार
इस लोकसभा क्षेत्र में वर्तमान में श्रीमती ज्योत्सना महंत सांसद हैं इस बार भी कयास लगाये जा रहे हैं कि महंत परिवार से ही कोई सांसद का उम्मीदवार कांग्रेस की ओर से होगा। हलांकि डॉ. चरणदास महंत पुराने नेता हैं और राजनीतिक सुझबुझ उन्हे अच्छी तरह से है,इस बार यह लोकसभा सीट उनके अनुकुल नही है वे खुद नेता प्रतिपक्ष बना दिये गए हैं ऐसे मे हो सकता है वे अपना कदम पीछे भी खींच ले ऐसी स्थिति में कोई नया उम्मीदवार भी कोरबा लोकसभा क्षेत्र में देखने को मिल सकता है।