जाल में फंसा बाघ कई दिनों तक तड़पता रहा
पैर सड़ गए,मुंह से खून बहता रहा,तब अफसरों ने देखा
जगदलपुर,18 अप्रैल 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ के इंद्रवती टाइगर रिजर्व से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। एक बाघ कई दिनों तक शिकारियों के लगाए हुए फंदे में फँसा रहा। उसके पैर बुरी तरह से सड़ने की हालत में आ गए और टाइगर रिजर्व की नींद तब खुली जब बाघ मरणासन्न हो गया। ऐसा लगने लगा है कि जैसे छत्तीसगढ़ बाघों के लिए कब्रगाह
बन चुका है। वन विभाग के अधिकारी इतनी गहरी नींद में सोते रहे कि उन्हें उस बाघ की चीख तक नहीं सुनाई दी। बाघ का शुरुआती इलाज कर उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर के जंगल सफारी भेजा गया है।
बाघों की दुर्दशा पर चुप्पी
ताज़ा घटनाक्रम में जिस बाघ को शिकारियों ने क्लच वायर लगा कर मारने की कोशिश की थी। उसे अधमरी अवस्था में जंगल सफारी लाया गया है। वन विभाग के अधिकारी इस पर चुप्पी साधे बैठे हैं। कोई इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाह रहा है। छत्तीसगढ़ में बाघों की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं हैं। एक तरफ छत्तीसगढ़ का वन विभाग अपनी बैठकों में बाघों की कमी का रोना रोते हुए पड़ोसी राज्यों से बाघ की मांग करता है। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से अनुनय विनय करता है और जब कोई बाघ भटकता हुआ आ जाए तो उसे मध्यप्रदेश की सीमा पर छोड़ आता है।
