मंत्री की नाराजगी के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसर हुए निलंबित,
रायपुर,18 अप्रैल 2025 (ए)। महिला एवं बाल विकास विभाग ने बालोद के जिला कार्यक्रम अधिकारी किशन टंडन क्रांति को कर्तव्यों में घोर लापरवाही और विभागीय योजनाओं के संचालन में गंभीर अनियमितता के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस आशय का आदेश विभाग ने जारी कर दिया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विगत 15 अप्रैल को बालोद दौरे के दौरान शासकीय योजनाओं एवं आमजनों की सुविधा को देखते हुए विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया था, जिसमें कई खामियां उजागर हुईं। मंत्री के निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी टंडन जिला मुख्यालय से अनुपस्थित पाए गए,जबकि यह अपेक्षित था कि वह स्वयं मंत्री के दौरे के समय उपस्थित रहकर कार्यक्रमों की प्रगति प्रस्तुत करें।
कामकाज में मिलीं कई खामियां
निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र पाररास (इंदिरा गांधी वार्ड क्रमांक 18/1) में फर्जी उपस्थिति दर्ज, पोषण ट्रैकर ऐप में अधूरी प्रविष्टियां, सखी वन स्टॉप सेंटर की निष्कि्रयता और करकाभांठ केंद्र में गंदगी जैसे कई गंभीर मुद्दे सामने आए। साथ ही, विभागीय बैठकों में नियमित अनुपस्थिति का आरोप भी टंडन पर है।
इन सभी खामियों को गंभीर मानते हुए मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने समीक्षा बैठक में नाराज़गी जताते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। नतीजतन, किशन टंडन को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के तहत निलंबित कर, निलंबन अवधि में महिला एवं बाल विकास विभाग, बिलासपुर में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्हें इस दौरान जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। बता दें कि महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी किशन टंडन क्रांति अपने इसी रवैये के चलते इससे पहले भी कई बार निलंबित हो चुके हैं। इससे पूर्व उन्हें विधानसभा के सत्र के दौरान छुट्टी पर चले जाने के चलते निलंबित किया जा चुका है। इससे पहले भी उनके ऊपर इसी तरह की कार्यवाही हो चुकी है। मंत्री के जिले में दौरे के समय भी विभाग के प्रमुख का नदारद रहना वाकई में गंभीर लापरवाही माना जा रहा है। यही वजह है कि किशन टंडन क्रांति को निलंबित कर दिया गया और इसी अवधि में उनका तबादला भी कर दिया गया।
