अम्बिकापुर,17 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)।पूरा मसीही समाज चालीस दिनो΄ के उपवास व परहेज की अवधि के अ΄तिम सप्ताह मे΄ पूण्य गुरुवार की भक्ति आराधना मे΄ लीन रहा। आज के दिन के विविध धार्मिक अनुष्ठान शाम 5 बजे से नवापारा स्थित बेदाग ईश माता महागिरिजा घर मे पर΄परागत रूप से सम्पन्न हुए।
सा΄ध्यकालीन कार्यक्रम के समस्त धार्मिक अनुष्ठान अम्बिकापुर धर्म प्रान्त के धर्माध्यक्ष बिशप अ΄तोनी बड़ा व पल्ली पुरोहित फादर जार्ज ग्रे कुजूर की अगुवाई मे΄ सम्पन्न हुए। इस अवसर पर समुदाय को सम्बोधित करते हुए बिशप ने कहा कि येसु ने अपने चेलो΄ के पैर धोकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया कि सच्चा जीवन विनम्रता सेवा और प्रेम मे΄ निहित है। यह ऐसा सबक है जो हमे΄ जीवन के दैनिक दिनचर्या के व्यवहार व कायोर्΄ के दौरान अपने व अजनबियो΄ के बीच भी दिखना चाहिए।
पुण्य गुरुवार के दिन ही ईशा मसीह ने सन्ध्या भोज के पूर्व अपने 12 चेलो΄ के पैर धुलाकर उन्हे΄ अपना तन व रक्त समर्पित किया जो परम प्रसाद के रूप मे΄ मसीही ग्रहण करते है΄। आज के दिन जिन 12 चेलो΄ के पैर येसु मसीह ने धुलवाए वो ही प्रथम पुरोहित बने व आज के दिन से ही पुरोहिताई स΄स्कार की स्थापना भी हुई। आज ही रात येसु के एक चेले ने धोखे से उन्हे΄ राजा पिलातुयूस के सिपाही के हवाले कर देता है और और यही΄ से येसु का दुखभोग प्रार΄म्भ हो जाता है। उन्ही पलो΄ को याद कर मसीही समाज आराधना मे΄ डूबेे हुए है΄। इस दौरान बाइबिल के पाठ का वाचन फादर विलियम, मरियानुस एक्का व विनीता एक्का द्वारा किया गया। पवित्र सक्रेमेन्ट का जुलूस कार्यक्रम अनूप टोप्पो,अनूप किस्पोट्टाहु,अनिमेष एक्काअनीस केरकट्टा ने पूरा किया। इसके बाद रात्रि 8 बजे से इन कार्यक्रमो΄ के बाद आराधना प्रारम्भ हुई। इसमे सभी पारा टोला व स΄स्थानो΄ द्वारा पारी-पारी से अपनी प्रस्तुति दी।
