नरबलि के शक में ग्रामीणों ने घेरा, फिर जो हुआ,मच गया हल्ला
बिलासपुर,16 अप्रैल 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से श्मशान घाट में तांत्रिक क्रिया करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है। इस दौरान बलि का आरोप लगाकर लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। जिसके बाद पुलिस को बुला लिया। यह पूरा मामला कोनी थाना क्षेत्र के निरतु गांव का है।
जानकारी के अनुसार, युवती के स्वास्थ्य सुधार के लिए रात 11ः00 बजे शमशान घाट के बाहर पीपल पेड़ में तकरीबन एक दर्जन लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र कर रहे थे। इसकी भनक जैसे ही स्थानीय लोगों को लगी वो वहां पहुंच गए और महिलाओं की नरबलि देने की आशंका में इन लोगों को घेर लिया। इसके बाद बिलासपुर के कोनी पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जा रहा कि ये सभी लोग छत्तीसगढ़ के बाहर के रहने वाले है। हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले में प्रारंभिक जांच कर नरबलि जैसे मामले से साफ इनकार किया है। फिलहाल पुलिस पांच पंडित, चार महिलाएं और एक अन्य पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
तांत्रिक क्रिया की सामग्री बरामद
बताया जा रहा है कि संदिग्धों के पास से नींबू, मिर्च, सिंदूर और तांत्रिक सामग्री बरामद की गई है। यहां
नरबलि की आशंका के चलते ग्रामीण विरोध में उतर आए। ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और चार महिलाओं समेत सभी को पुलिस के हवाले कर दिया। गिरफ्तार आरोपी में चार महिलाएं और आठ पुरुष शामिल है।
पीपल पेड़ के नीचे एक लड़की के साथ महिलाएं थीं
कोनी टीआई किशोर केंवट ने बताया कि ग्राम निरतू के लोगों ने गांव के बाहर पीपल पेड़ के नीचे तंत्र-मंत्र और बलि का आरोप लगाकर थाने में सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब पीपल पेड़ के नीचे एक लड़की के साथ महिलाएं थीं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम छतौना निवासी राकेश कौरव (50) की बेटी बीमार रहती है, जिसका वो इलाज करा रहा है। लेकिन, उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इस पर उसे किसी ने पूजा-पाठ कराने की सलाह दी थी।इसके बाद राकेश ने घर में उत्तरप्रदेश और बिहार से पुजारी आएं हैं, जो पिछले तीन दिन से पूजा-पाठ कर रहे हैं। उन्हें गांव के बाहर पीपल पेड़ की पूजा करनी थी। इसके चलते वो पीपल पेड़ देखकर पूजा कराने आए थे। इसकी जानकारी होने पर गांव वालों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया।
