कोरिया,@ कोयला चोरी के चक्कर में जा सकती थी रेल यात्रियों की जान…मालगाड़ी रोकने के लिए रेलवे ट्रैक पर रख दिया पेड़ का तना…लोको पायलट की समझदारी से बची यात्रियों की जान

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@ कोयला चोरों ने रेल्वे ट्रैक पर कोयला चोरी के लिए रखा पेड़,मालगाड़ी रोककर कोयला चोरी का था प्रयास
मालगाड़ी की जगह आ गई एक्सप्रेस ट्रेन लोको पायलट की सूझबूझ से एक्सप्रेस ट्रेन बेपटरी होने से बची
@ लोको पायलट ने दूर से ही देखा पटरी पर पेड़,लगाया इमरजेंसी ब्रेक,सैकड़ों रेल यात्रियों की बच गई जान
@ केवल कोयला चोरी के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं पटना थाना क्षेत्र के कोयला चोर,अब यात्री रेल भी उनके निशाने पर
@ कभी सिग्नल पर लगा दे रहे हैं बोरी,सिग्नल को दे रहे हैं ढंक कभी मालगाड़ी रोकने पेड़ काटकर रख रहे हैं पटरी पर…
@ कोयला चोरों के सामने स्थानीय पुलिस तो थी पहले से ही नतमस्तक,अब आरपीएफ भी कोयला चोरों के सामने हो गई नतमस्तक
@ कटोरा से बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन के बीच 13 अप्रैल की सुबह 06:14 से 06:16 के बीच कोयला चोरों के कारण रुकी 18241 एक्सप्रेस ट्रेन
@ जगह जगह रेल्वे ट्रैक के बगल में ही संचालित हैं अवैध ईंट भट्ठा,चोरी का कोयला खपता है यहां
कटोरा बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन के बीच जहां रेलवे ट्रैक पर रखा गया था पेड़ वहां संचालित है एक एसईसीएल कर्मचारी का ईंट भट्ठा
@ एक्सप्रेस ट्रेन कोयला चोरों के कारण होने वाली थी दुर्घटनाग्रस्त यह बात छिपाने का भी हुआ प्रयास:सूत्र

-रवि सिंह-
कोरिया,16 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। कोयला चोरों का हौसला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र के कोयला चोरों ने तो इस बार हद ही पार कर दी और कानून व्यवस्था को और सैकड़ों रेल यात्रियों की जान की भी परवाह नहीं की और रेलवे ट्रैक पर पेड़ काटकर रख दिया और जहां कोयला चोरों का प्रयास यह था कि वह पेड़ रखकर मालगाड़ी को रोकेंगे वहीं उसी समय दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस ट्रेन क्रमांक 18241 ट्रैक पर आ गई और जो लोको पायलट की सुझबुझ से बेपटरी होने से बच गई। लोको पायलट ने यदि सुझबुझ का परिचय नहीं दिया होता और यदि वह जरा सी भी देर करता दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस ट्रेन क्रमांक 18241 दिनांक 13 अप्रैल 2025 को बेपटरी हो जाती और सैकड़ों यात्रियों की जान को खतरा उत्पन्न हो जाता। कोयला चोरों का यह प्रयास काफी डरावना और काफी हिम्मत वाला प्रयास माना जा रहा है जिसमे उन्हें न तो कानून का डर है ऐसा आभास हो रहा है न ही उन्हें सैकड़ों रेल यात्रियों के जान की ही परवाह है यह नजर आया। कोयला चोरों के आतंक से स्थानीय पुलिस जहां नतमस्तक है यह लगातार देखने सुनने को मिल रहा था 13 अप्रैल 2025 की रेलवे पटरी वाली घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया कि उन्हें अब रेलवे पुलिस का भी भय नहीं और वह सभी तरह से निर्भय हो चुके हैं। वैसे यह निर्भीकता कोयला चोरों में ऐसे ही नहीं आई है।
बता दें कि कोयला चोरों को मिल रही लगातार छूट इसका कारण है और उन्हें कोयला चोरी की एक तरह से छूट मिली हुई है इसलिए वह निडर हो चुके हैं। कोयला चोर कभी पेड़ काटकर रेल पथ पर डाल रहे हैं कभी वह रेलवे सिग्नल को ही बाधित करने के लिए सिग्नल पर बोरी बांध रहे हैं कुल मिलाकर अब कोयला चोर और अवैध ईंट भट्ठों को लेकर पुलिस प्रशासन खनिज विभाग साथ ही रेलवे सुरक्षा बल हांथ खड़ा कर चुके हैं और यह चोरी का धंधा अब लोगों की जान की परवाह बिना भी कोयला चोर करने तैयार हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि 13 अप्रैल 2025 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस 18241 जो मालगाड़ी के चक्कर में कोयला चोर डिरेल करने वाले थे जो लोको पायलट की सुझबुझ से डिरेल नहीं हुई मामले में जिन्होंने डिरेल करने का प्रयास किया उनकी पहचान हो चुकी थी वहीं मामले में अपनी छवि बचाने के लिए साथ ही कुछ लाभ कमाने की मंशा के कारण मामले को जिम्मेदार दबाने में लगे हैं और लेनदेन कर मामले का पटाक्षेप करने की तैयारी है। वैसे यह सूत्रों का दावा है लेनदेन कर कोयला चोरों को जो ट्रेन डिरेल करने की फिराक में थे उन्हें बचाया जा रहा है,दैनिक घटती घटना इसकी पुष्टि नहीं करता लेकिन जनचर्चा यही है कि कोयला चोरों की सेटिंग हो गई है और वह मामले में बच निकलेंगे। वैसे यह वही ट्रेन है जिससे हाल ही में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल जी का जिले में आगमन हुआ था वहीं लगातार इस ट्रेन से आम यात्रियों के साथ वीवीआईपी भी आते जाते हैं।
लोको पायलट की सूझबूझ ने एक बड़ी रेल दुर्घटना टाल दी
18241 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस ट्रेन के दिनांक 13 अप्रैल 2025 के लोको पायलट ने जो 12 अप्रैल 2025 को दुर्ग से अंबिकापुर लिए रवाना हुई एक्सप्रेस ट्रेन 18241 के लोको पायलट थे कि सुझबुझ से बड़ी रेल दुर्घटना होने से बच गई। बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन से कटोरा रेलवे स्टेशन के बीच सुबह के 06ः14 बजे रेलवे ट्रैक पर लोको पायलट ने उरुमदुगा ग्राम के नजदीक पेड़ काटकर रखा देखा जिसे देखते ही लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया और ट्रेन को सकुशल रोक लिया। लोको पायलट की सूझबूझ से सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई वरना ट्रेन डिरेल भी हो सकती थी। ट्रेन के अगले के भाग के कैटल गार्ड में फिर भी पेड़ का भाग जा फंसा जिसे लोको पायलट ने ही निकाला और फिर 06ः16 पर एक्सप्रेस ट्रेन वहां से रवाना हो सकी,बताया जाता है कि मालगाड़ी रोककर कोयला चुराने की फिराक में थे कोयला चोर और संयोग से उसी समय एक्सप्रेस ट्रेन आ गई और एक बड़ी दुर्घटना टल गई। वैसे यह सबकुछ बताया जा रहा है कोयला चोरों का रोजाना प्रयास है कभी सफल कभी असफल होते हुए वह कोयला ऐसे ही चुराते हैं।
सिग्नल के साथ छेड़छाड़ कर रोकते हैं मालगाड़ी,सिग्नल में बोरी फंसाकर भी मालगाड़ी रोकने का करते हैं प्रयास
कोयला चोर अब इतने हिम्मती हो गए हैं पटना क्षेत्र के की वह ट्रेन और रेलवे के सिग्नल सिस्टम से भी छेड़छाड़ करने में कोई डर भय किसी का नहीं रह गया है,न उन्हें स्थानीय पुलिस का भय है न ही रेलवे पुलिस का उन्हें खौफ है वह पेड़ काटकर ट्रैक पर रखकर ट्रेन डिरेल करने से भी नहीं डर रहे हैं और न ही सिग्नल सिस्टम में ही वह गड़बड़ी करके बोरी सिग्नल पर बांधकर सिग्नल सिस्टम को ही बाधित करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं जिससे लोको पायलट को सिग्नल न नजर आए और वह मालगाड़ी रोक दे और वह कोयला चुरा सकें। जो तस्वीरें सामने आई हैं वह डरावनी हैं उनके लिए जो निश्चिंत होकर ट्रेन से यात्रा करते हैं और जिन्हें यह नहीं पता कि कहां कौन सा कोयला चोर उनकी जान लेने या तो ट्रैक पर पेड़ काटकर रखा हुआ है या सिग्नल सिस्टम को बाधित करने बोरी सिग्नल में फंसाकर रखा है। मामला गंभीर है और चुकीं कोयला चोरों का हौसला बढ़ा हुआ है और कार्यवाही कुछ नहीं होगी सबकुछ लेनदेन से सेट हो जाएगा यह उन्हें विश्वास है इसलिए वह हर हिम्मत करने लोगों की जान से खेलने तैयार हैं,यह हम नहीं कर रहे यह वह तस्वीरें वह ट्रेन की समय सारणी बता रही है जो साबित करती है कि 13 अप्रैल को ट्रेन डिरेल हो सकती थी या हाल फिलहाल में सिग्नल में उसे बाधित करने बोरी बांधी गई वह भी बैकुंठपुर रोड कटोरा रेलवे स्टेशन के बीच।
एक एसईसीएल कर्मी का ईटा भट्ठा है रेलवे ट्रैक के किनारे जिसके लिए उतारा जाता है कोयला
सूत्रों की माने तो कोयला चोरों द्वारा वैसे तो कई जगह कोयला मालगाड़ी ट्रेनों से उतारा जाता है बैकुंठपुर रोड सहित कटोरा रेलवे स्टेशन क्षेत्र इसका प्रमुख क्षेत्र भी है चोरी का लेकिन हाल फिलहाल में बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन और कटोरा रेलवे स्टेशन के बीच के जमगहना उरूमदुगा क्षेत्र के ईंट भट्ठों के लिए कोयला चोर उसी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली मालगाडि़यों को रोकने का प्रयास करते हैं जिसका ही नतीजा था 13 अप्रैल को एक्सप्रेस ट्रेन के सामने पेड़ का आ जाना और बड़ी दुर्घटना टल जाना।उस दिन 13 अप्रैल को उसी क्षेत्र के एक एसईसीएल कर्मचारी के ईंट भट्ठे के लिए कोयला उतारने की फिराक में थे कोयला चोर जिसके कारण ही पेड़ को रेलवे ट्रैक पर उन्होंने रखा था और मालगाड़ी की जगह 18241 एक्सप्रेस ट्रेन आ गई,सूत्रों का कहना है कि उक्त एसईसीएल कर्मचारी का ईंट भट्ठा उसी जगह संचालित है जो अवैध भी है वहीं यह बात जिम्मेदार लोगो के संज्ञान में आ भी चुका था कि एक्सप्रेस ट्रेन किसके कारण किस ईंट भट्ठे के लिए कोयला उतारने की फिराक में डिरेल हो सकती थी फिर भी उसे बचाने का प्रयास किया गया और मामले को दबाने के लिए मामले को छिपाया गया,जबकि मामला देशद्रोह या सैकड़ों जिंदगियों से खिलवाड़ का बनता है और बड़ी कार्यवाही करके दोषियों को दंडित करने का भी काम किए जाने जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया ऐसा सूत्रों का दावा है और दोषियों को बचाने बड़े स्तर पर लेनदेन हुआ यह जनचर्चा है।
ट्रेन हाईजैक करने जैसा है मामला…फिर भी रेलवे पुलिस बड़ी कार्यवाही से दूर क्यों?
वैसे 13 अप्रैल 2025 की घटना जो बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन और कटोरा रेलवे स्टेशन के बीच सुबह 06ः14 बजे घटी जिसमें 18241 क्रमांक की एक्सप्रेस ट्रेन डिरेल होने से बची लोको पायलट की सुझबुझ से वहीं इसी दौरान रेलवे सिग्नल भी बाधित करने के लिए सिग्नल पर भी बोरी बांधी गई ऐसे मामले हैं जो ट्रेन हाईजैक करने जैसे मामले हैं। सरगुजा संभाग को राजधानी से और देश से जोड़ने का काम करने वाली उक्त ट्रेन सहित इस क्षेत्र की रेल पटरियां कोयला चोरों के कारण कभी भी रेल सवारियों की जिंदगी के लिए खतरा बन सकती है यह कहना गलत नहीं होगा। कटोरा सहित बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन के बीच का पटना थाना से जुड़ा क्षेत्र ही कोयला चोरों के लिए निडर क्षेत्र बना हुआ है और यहां कोयला चोरों को और अवैध ईंट भट्ठे के संचालकों को कोई डर भय नहीं है न स्थानीय पुलिस का न ही रेलवे बल का,यहां ट्रेन और रेल संपçा की सुरक्षा अब भगवान भरोसे कही जाए तो गलत नहीं होगा।
रेलवे पटरियों के आसपास ही हैं अनगिनत अवैध ईंट भट्ठे
बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन सहित कटोरा रेलवे स्टेशन के बीच रेल पटरियों के अगल बगल अनगिनत अवैध ईंट भट्ठे संचालित हैं जिनके लिए ही रेल रोककर कोयला चुराया जाता है।। बता दें कि खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन मामले में मौन बने रहते हैं कहीं न कहीं यह संरक्षण का मामला है और यही संरक्षण जरा सा लालच जिम्मेदारों का आज रेल जैसी सुरक्षित क्षेत्रों को भी असुरक्षित बनाती हैं। यदि जल्द समय रहते कार्यवाही नहीं हुई तो आज का ट्रेन डिरेल करने का असफल हो चुका प्रयास कल सफल होगा और बड़ी दुर्घटना देखने को मिलेगी।


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