@ तेन्दूपत्ता बोनस गबन मामले में ईओडब्ल्यू की बड़ी छापामार कार्यवाही
@ तेंदूपत्ता बोनस मामले मे्रं एसीबी और ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई…
@ सीपीआईनेता मनीष कुंजाम के घर समेत 4 जगहों पर मारा छापा…
@ दिनभर दोनों विभाग के अधिकारी छानबीन करते रहे…
@ सीपीआई नेताओं ने कार्रवाई को राजनैतिक बताया…
@ इस पर विभागीय अधिकारियों ने कोई बयान नहीं दिया…
सुकमा,10 अप्रैल 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार 10 अप्रैल एसीबी और ईओडब्ल्यू ने एक साथ चार जगहों पर छापा मारा। यह कार्रवाई तेंदूपत्ता बोनस से जुड़े कथित घोटाले की जांच के तहत की गई है। छापेमारी में पूर्व विधायक और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के घर के अलावा जगरगुंडा, पालाचलमा, कोंटा और एर्राबोर इलाकों में तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घरों पर छापे मारे गए। सुबह से शुरू हुई इस कार्रवाई में टीमें अभी भी पूछताछ और दस्तावेजों की जांच में जुटी हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी तेंदूपत्ता बोनस में अनियमितताओं की शिकायतों के बाद शुरू हुई। तेंदूपत्ता संग्रह और इसके बोनस वितरण में गड़बड़ी की बात सामने आई थी, जिसके बाद एसीबी और ईओडब्ल्यू ने संयुक्त रूप से यह कदम उठाया। सुकमा और कोंटा इलाकों में सक्रिय तेंदूपत्ता प्रबंधकों पर नजर थी और अब उनके घरों से सबूत जुटाने की कोशिश की जा रही है। मनीष कुंजाम, जो सीपीआई के बड़े नेता और पूर्व विधायक हैं, उनके घर पर भी टीम ने दबिश दी। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि छापेमारी में क्या-क्या बरामद हुआ है।
छापे के बाद मच गया हड़कंप
जानकारी के अनुसार, टीमों ने सुबह से ही इन ठिकानों पर पहुंचकर
दस्तावेजों की छानबीन शुरू की। स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा जोरों पर है। तेंदूपत्ता संग्रह छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में आजीविका का बड़ा साधन है और इसके बोनस में गड़बड़ी की शिकायतें पहले भी उठती रही हैं। इस मामले में बड़े नेताओं और प्रबंधकों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। एसीबी और ईओडब्ल्यू के अधिकारी अभी कुछ भी खुलकर नहीं बता रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह जांच आगे और सख्त हो सकती है। मनीष कुंजाम समेत जिन लोगों के घर छापे पड़े हैं, उनसे पूछताछ जारी है। इस कार्रवाई से सुकमा में हड़कंप मच गया है। आने वाले दिनों में जांच के नतीजे सामने आने पर ही साफ होगा कि इस मामले में कितनी गहराई तक अनियमितताएं हुई हैं।
वन अधिकारियों के 12 ठिकानों पर दबिश
तेन्दूपत्ता बोनस गबन मामले में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने एक बड़ी छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया है। इस कार्यवाही में अशोक कुमार पटेल, डीएफओ,वनमंडल सुकमा, मनीष कुंजाम, डीएफओ कार्यालय सुकमा के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक और प्राथमिक लघुवनोपज समिति के प्रबंधकों समेत 12 ठिकानों पर दबिश दी गई। मिली जानकारी के अनुसार, ईओडब्ल्यू ने इस मामले में महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक खातों के विवरण और निवेश से संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा, सुकमा के डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के निवास से 26 लाख 63 हजार 700 रुपये की नगदी भी जब्त की गई है। इस मामले में आरोप है कि साल 2021 और 2022 के तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक के तहत संग्राहकों को प्रदान की जाने वाली राशि (करीब 7 करोड़ ंरुपये) का एक बड़ा हिस्सा गबन कर लिया गया है। ईओडब्ल्यू द्वारा मामले में एफआईआर (आपराधिक मामला) दर्ज किया गया है, जिसका अपराध क्रमांक 26/2025 है और आरोपों के तहत धारा-409 और 120बी लागू की गई है। वहीं मामले को लेकर प्रेस नोट जारी कर ईओडब्ल्यू ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि छापा कार्यवाही के बाद अग्रिम कार्रवाई जारी है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।