- घर के बाहर बाइक रखने वाले हो जाएं सावधान,बाइक चोर गिरोह जिले में सक्रिय
- बाइक चोरी की घटना लगातार अधिक सामने आ रही है,सीसीटीवी में बाइक चोर हो भी रहा कैद लेकिन पुलिस की पकड़ से बाहर
- बाइक की सुरक्षा की जिम्मेदारी बाइक मालिकों की,लॉक करके भी नहीं सुरक्षित है बाइक,घर के अंदर बाइक रखना ही समझदारी
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,09 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। सावधान! यदि आप मोटरसाइकिल मालिक अपनी मोटरसाइकिल को घर के बाहर हैंडल लॉक करके यह सोचकर रखते हैं कि आपकी मोटरसाइकिल सुरक्षित है कोई नहीं लेकर जाएगा तो यह आपकी गलतफहमी है, और यदि आप यह सोचते हैं कि आपके क्षेत्र की पुलिस काफी सक्रिय है वह रात में गश्त करती है तो भी आप इस गलतफहमी में ना रहे हैं,क्योंकि पुलिस के रहने के बावजूद व मोटरसाइकिल का हैंडल लॉक होने के बाद भी मोटरसाइकिल चोरी हो रही है, आपकी मोटरसाइकिल आपके घर के बाहर से ले जा सकते हैं चोर, ऐसे कई वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल है,यह तो रही वीडियो की बात जिस पर आप यह देख सकते हैं कि चोर मोटरसाइकिल के हैंडल के लॉक को तोड़कर मोटरसाइकिल लेकर उड़ जाते हैं, अभी तक जिले में मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं की बात की जाए तो कई 100 से अधिक मोटरसाइकिल अभी तक चोरी हो चुके हैं, पर अभी तक इस गिरोह तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है,यह गिरोह इतना शातिर है कि मुंह ढककर इस घटना को अंजाम देता है और सीसीटीवी के सामने से आपकी बाइक के लॉक तोड़कर आपकी बाइक ले जाता है और आप कुछ नहीं कर पाते हैं,सिर्फ सीसीटीवी की वीडियो को देखकर आप यह संतोष जरूर कर लेते हैं कि आपकी बाइक किसी चोर ने चोरी कर ली है। वर्तमान स्थिति में बाइक चोर काफी सक्रिय है लगातार बाइक चोरी की घटना को वह अंजाम दे रहे हैं, इतनी मात्रा में बाइक चोरी जो हो रही है आखिर यह बाइक जा कहां रही है इसका उपयोग क्या चीज में हो रहा है आखिर यह चोरी के बाइक कहां बिक रही है? ऐसी तमाम तरह के सवाल आपके मन में होंगे पर इसका जवाब तो सिर्फ पुलिस इस गिरोह तक पहुंचकर ही दे सकती है। वैसे आश्चर्य इस बात का है कि पुलिस गश्त के बाद भी ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हो रही है? पटना में भी बाइक चोरी की घटना सीसीटीवी में कैद हुई है वहीं पटना कोयला तस्करी के लिए प्रसिद्ध भी है और शायद इसीलिए पटना में पुलिस की गश्त नहीं होती उसी तरह मुख्य मार्गों में भी पुलिस गश्त जिले में शायद इसलिए नहीं होती क्योंकि कोयला तस्करों को दिक्कत न हो,वैसे यह दैनिक घटती-घटना का कहना नहीं है यह सूत्रों का कहना है कि पुलिस की गश्त इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि कोयला तस्करों को दिक्कत न हो। पिछले कुछ महीने में पटना से बाइक चोरी के मामले आए है पर पुलिस एक भी चोरी की बाइक नहीं खोज पाई है।
बाइक चोरी की घटना के वीडियो देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कम उम्र के लड़के ही इसमें शामिल है…
बाइक चोरी की कई घटना सीसीटीवी में कैद हुई है और उसको देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि इस चोरी में कम उम्र के लड़के शामिल हैं वैसे कम उम्र के लड़कों की यह हिम्मत देखने लायक है सीसीटीवी में देखने के बाद यह कहना होगा क्योंकि यह काफी निडरता से बाइक उड़ा ले जा रहे हैं जैसे काफी अनुभवी हों यह। कम उम्र के यह लड़के कहां के हैं स्थानीय हैं कि बाहरी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर होने की वजह से यह पता नहीं चल सका है वहीं अब जिले के लोग काफी डरे हुए हैं और उन्हें अपने घर में भी बाइक सुरक्षित नजर नहीं आ रही है।
नशे की वजह से चोरी की घटनाओं को दिया जा रहा है अंजाम या फिर इसके पीछे है बहुत बड़ा व्यापार?
वैसे बाइक चोरी की घटनाओं के बीच यह भी एक सवाल है कि क्या यह तमाम चोरियां नशे के आदि नव युवा कर रहे हैं या फिर इसके पीछे कोई गिरोह है जो एक व्यापार चला रहा है। यदि यह नशे से जुड़ा मामला है तो यह जिले के लिए युवाओं के नजरिए से बड़ी बात है क्योंकि नशे की लत की वजह से यदि युवा मोटरसाइकल चोरी कर रहे हैं तो आगे वह बड़े अपराध को अंजाम देंगे वहीं यदि यह कोई गिरोह है जिसका यह व्यापार है तब भी यह जिले के लिए काफी गंभीर बात है क्योंकि ऐसे में फिर जिले में लोगों की गाडि़यां और कीमती समान असुरक्षित है।
लगातार मोटरसाइकिल चोरी की घटना को लेकर लोग हैं परेशान
जिले के अलग अलग जगहों से लगातार मोटरसाइकल चोरी की घटना सामने आ रही है जिससे लोग परेशान हैं जिले के। जिले में आजतक ऐसी स्थिति नहीं बनी थी जब मोटरसाइकल चोरी की घटना लगातार घटित हो रही हो। जिले के लोगों को दहशत में देखा जा रहा है। अब इस दहशत को कब तक पुलिस दूर कर पाती है कब तक चोर पकड़े जाते हैं यह देखने वाली बात होगी।
मोटरसाइकिल चोर गिरोह से अपने मोटरसाइकिल को बचाने के लिए अब मालिकों को करना पड़ेगा तरह-तरह के इंतजाम
मोटरसाइकल चोरों से अपनी मोटरसाइकल बचाने के लिए जिले के लोगों को तरह तरह के इंतजाम करने होंगे। जो लोग अपने घर के पोर्च में या फिर बरामदे में गाड़ी खड़ा करते थे वह अब गाड़ी घर के अंदर खड़ा करेंगे या फिर वह अपने पोर्च को ही किसी जुगाड से बंद करेंगे। कुल मिलाकर जिले के लोग समस्या में हैं और अपने दोपहिया वाहन को लेकर चिंता में हैं।