शहीद राहुल शिंदे के पिता ने तहव्वुर राणा को फांसी की मांग की…
राणा को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है, ट्रंप ने किया था ऐलान…
मुंबई 26/11 हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी…
नई दिल्ली,09अप्रैल 2025 (ए)। महाराष्ट्र के शहीद एसआरपीएफ कांस्टेबल राहुल शिंदे के पिता सुभाष शिंदे ने बुधवार को 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को फांसी देने की मांग की है। राणा पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक है। अमेरिकी कोर्ट में उसकी याचिका खारिज होने के बाद उसे भारत लाया जा रहा है ताकि वह इस मामले में मुकदमा का सामना कर सके।
26/11 हमले की कहानी
26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने समुद्री रास्ते से मुंबई में रेलवे स्टेशन, दो होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था। इस हमले में 166 लोग,जिनमें अमेरिकी, ब्रिटिश और इजरायली नागरिक भी शामिल थे, मारे गए। करीब 60 घंटे चले इस हमले ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को युद्ध के कगार पर ला दिया। जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को 2012 में फांसी दी गई थी।
अमेरिका का फैसला
फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में राणा को भारत को सौंपने की घोषणा की थी। ट्रंप ने राणा को बेदह खतरनाक बताते हुए उसे न्याय के लिए भारत भेजने की बात कही। अब भारत में उसका मुकदमा चलेगा।
तहव्वुर राणा वापस आएगा और यहां कोर्ट उसे सजा देगी… बोले…गृहमंत्री अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राणा वापस भारत आएगा और यहां की कोर्ट में पेश होगा। शाह ने कहा कि उसे संविधान के तहत सजा मिलेगी। गृह मंत्री ने राणा के प्रत्यर्पण को मोदी सरकार की कूटनीति की बड़ी सफलता बताया।
शहीद के पिता का दर्द
सुभाष शिंदे ने बताया कि 26 नवंबर 2008 को ताजमहल पैलेस होटल पर आतंकी हमले में उनके बेटे राहुल की शहादत हुई थी। राहुल उन पहले पुलिसकर्मियों में थे,जो होटल में घुसे थे। सुभाष ने कहा,हमले में इतने लोग मारे गए,और 16 साल बाद भी उस दर्द का असर है। राणा को जिंदा रखने की सजा नहीं,उसे फांसी होनी चाहिए।
सुभाष ने बताया कि हमले की बात करने पर उनके सामने उस भयानक मंजर की तस्वीरें आ जाती हैं। हमारे पुलिसकर्मी, जवान और नागरिकों की जान गई,यह दर्द कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह नुकसान गहरा है, और वे न्याय चाहते हैं।
