अंबिकापुर,09 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। अंबिकापुर के शंकर घाट स्थित सरना स्थल में आयोजित सरहुल पूजन के कार्यक्रम में प्रदेश के मुखिया विष्णु देव साय होंगे शामिल ।
आदिवासी हिंदू उरांव समाज के द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सरहुल का पर्व धूमधाम से मनाए जाने का निर्णय लिया गया है । इस वर्ष भी बड़ी संख्या में उरांव समाज के लोग इस पर्व में शामिल होने जा रहे हैं ।
अंबिकापुर के शंकरघाट स्थित सरना स्थल में प्रतिवर्ष इस पर्व को मनाया जाता है । सरहुल का यह पर्व प्रतिवर्ष बसंत ऋतु में मनाया जाता है । ऐसा माना जाता है कि सरहुल का यह पर्व नए वर्ष के आरम्भ का प्रतीक है , जनजाति समाज इस पर्व को ही नए वर्ष के आरम्भ के रूप में देखता है। इस दिन सरना स्थल पर अपने इष्टदेव की पूजा कर लोग सुख समृद्धि एवं अच्छी फसल की कामना करते हैं। चूंकि जनजाति समाज का मुख्य व्यवसाय कृषि है इसलिए लोग इस पूजा के बाद ही अपने कृषि कार्य की तैयारियों में जुटते हैं।
आदिवासी हिंदू उरांव समाज कई वर्षों से इसका आयोजन शंकरघाट के सरना स्थल पर कर रहा है । इस वर्ष छाीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं। जिसकी तैयारियों लेकर एक बड़ी बैठक आदिवासी उरांव समाज द्वारा, उरांव समाज भवन पटेलपारा में आयोजित की गई जिसमें समाज के जिला अध्यक्ष डॉ आजाद भगत, बंशीधर उरांव, मानकेश्वर भगत, सचिव दिलीप एक्का, प्रदीप एक्का, इंदर भगत,उमाशंकर खलखो,अंकित तिर्की,पूर्णा भगत,कमलेश टोप्पो,रविकांत उरांव,सुरेंद्र भगत,जगना राम प्रधान,संजीता खलखो,बालमुनी प्रधान,हिमांशु भगत सहित बड़ी संख्या में समाज के सगा जन उपस्थित रहे ।
