चीफ इंजीनियर ने उच्च अधिकारी को सौंपी रिपोर्ट
रायपुर,08 अप्रैल 2025 (ए)। जल जीवन मिशन के कार्यों में गड़बड़ी, और डीपीआर तैयार करने वाली कंपनी द्वारा करोड़¸ों का घोटाला करने के आरोपों की जांच चल रही है। इस पूरे मामले में चीफ इंजीनियर से जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। मिशन संचालक सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कहा कि पूर्व गृहमंत्री की शिकायत की जांच कराई जा रही है। चीफ इंजीनियर से रिपोर्ट मांगी गई थी, रिपोर्ट भी आ गई है। वो इस मामले में रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ कह सकते हैं। बताया गया कि पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने राज्यपाल रामेन डेका, और डिप्टी सीएम अरूण साव को खत लिखकर जल जीवन मिशन के कार्यों में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया था। पत्र में बताया था कि डीपीआर तैयार करने का काम विंध्या टेलिलिंक्स को दिया गया था। कंपनी ने डीपीआर और अन्य काम किए थे,जिसमें कंपनी के अधिकारियों ने स्थल चयन किए बिना अपने दफ्तर में बैठकर फर्जी डीपीआर तैयार किया गया, जिसके कारण पूरे प्रदेश में जल जीवन मिशन जो कि प्रधानमंत्री की अतिमहत्वाकांक्षी योजना है, इसमें कई सौ करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। जल जीवन मिशन के कार्यों में अनियमितता का मामला कई बार विधानसभा में उठ चुका है। पूर्व गृहमंत्री के पत्र के बाद सरकार हरकत में आई है, और कंपनी विशेष को फायदा पहुंचाने के आरोपों की भी जांच की गई है।
