Breaking News

बैकुण्ठपुर@बर्ड फ्लू से नहीं…प्रशासनिक फैसलों से उजड़ रहा पोल्ट्री व्यवसाय?

Share


छोटे किसानों की रोज़ी-रोटी पर संकट…फीड बंद,मुर्गियां मरने की कगार पर…


-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,07 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। शासकीय पोल्ट्री फार्म बैकुण्ठपुर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन ने पूरे कोरिया जिले में पोल्ट्री उत्पादों की आवाजाही और बिक्री पर रोक लगा दी है। लेकिन इस निर्णय से सबसे ज़्यादा नुकसान छोटे पोल्ट्री किसानों और दुकानदारों को हो रहा है, जिनकी आजीविका अब पूरी तरह ठप हो चुकी है।
1 किलोमीटर का प्रोटोकॉल, पर रोक पूरे जिले में…
बर्ड फ्लू नियंत्रण प्रोटोकॉल के अनुसार केवल 1 किमी के भीतर के क्षेत्र में पक्षियों को मारने और साफ-सफाई जैसी त्वरित कार्रवाई की जाती है, जबकि 1 से 10 किमी तक के क्षेत्र में सिर्फ निगरानी की जानी चाहिए। इसके बावजूद, पूरे जिले में पोल्ट्री कारोबार को बंद कर दिया गया है, जिससे असंख्य छोटे व्यवसायी बर्बादी के कगार पर पहुँच गए हैं।
मुर्गियां मर रही,किसान परेशान
जिले भर के सैकड़ों पोल्ट्री फार्मों में हजारों ब्रॉयलर मुर्गियां तैयार अवस्था में हैं, लेकिन व्यापार बंद होने और फीड की सप्लाई रोक दिए जाने के चलते ये मुर्गियां भूख और दम घुटने से मर रही हैं। व्यापारियों का कहना है कि पोल्ट्री चूजों को 5 सप्ताह से ज़्यादा फार्म में नहीं रखा जा सकता और ऐसी स्थिति में उनका पूरी तरह नुकसान तय है।
ज़मीनी पड़ताल
टीम ने कई छोटे व्यापारियों से बात की। सभी का एक ही सवाल है-जब संक्रमण केवल सरकारी फार्म तक सीमित है, तो पूरे जिले को क्यों बंद किया जा रहा है? व्यापारियों ने यह भी बताया कि फीड न मिलने से पक्षियों की मौतें हो रही हैं और प्रशासन की ओर से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।
संघ का प्रशासन को आग्रह
सेंट्रल इंडिया वेनकॉब ब्रॉयलर ब्रीडर हैचरी एसोसिएशन ने शासन से अनुरोध किया है कि वे 1 किमी के प्रभावित क्षेत्र से बाहर के क्षेत्रों में व्यापार की अनुमति दें। संघ का कहना है कि प्रोटोकॉल की गलत व्याख्या के कारण हजारों लोगों की रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है।
सख्ती नहीं,समझदारी ज़रूरी
संघ ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो बर्ड फ्लू से ज़्यादा नुकसान प्रशासनिक फैसलों से होगा। “यह बीमारी गंभीर है, लेकिन उसके नियंत्रण के लिए विवेक और दिशा-निर्देशों की सही समझ जरूरी है, उन्होंने कहा। यह स्थिति प्रशासन और सरकार के लिए एक चेतावनी है कि महामारी से लड़ाई केवल बंदी से नहीं, बल्कि संतुलन, जागरूकता और सहयोग से लड़ी जाती है। अगर व्यापार बंदी यूं ही जारी रही, तो जिले में रोजगार का एक बड़ा हिस्सा खत्म हो जाएगा।


Share

Check Also

सूरजपुर,@‘आधा घंटा रोज’अभियान के तहत साइकिल रैली निकाल दिया स्वस्थ जीवन का संदेश

Share डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने रैली को बताया फिटनेस का संदेश …

Leave a Reply