दोनों जिलों की तीनों विधानसभा सीटों पर है भाजपा का कब्जा बावजूद इसके भी जिलों के भाजपा नेताओं की उपेक्षा समझ से परे
-रवि सिंह-
बैकुंठपुर/एमसीबी,04 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। प्रदेश की भाजपा सरकार और भाजपा संगठन ने आपसी तालमेल से प्रदेश के निगम मंडलों में नियुक्तियां कर दीं और कुल 36 लोगों की नियुक्ति विभिन्न निगम मंडलों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष के पद पर की गई।इन नियुक्तियों में पार्टी के लिए समर्पित भावना से काम करने वालों को निगम मंडल में स्थान प्रदान किया गया है वहीं इसमें विभिन्न जिलों से भाजपा नेताओं के नाम शामिल हैं लेकिन कोरिया और एमसीबी जिले से एक भी भाजपा नेता का नाम इन नियुक्तियों में नहीं है जिससे यह कहना गलत नहीं होगा कि इन दोनों जिलों के भाजपा नेताओं की उपेक्षा की गई है।
कोरिया जिले सहित एमसीबी जिले की तीन विधानसभाओं में भाजपा का ही कजा है बावजूद एक भी भाजपा नेता को निगम मंडल में जगह न देना बड़ी बात मानी जा रही है। कोरिया सहित एमसीबी जिले में भाजपा के कई समर्पित और कर्मठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता ऐसे हैं जो निगम मंडल में जाने की योग्यता रखते थे लेकिन उन्हें इन नियुक्तियों में स्थान नहीं दिया गया बल्कि कई जिलों से एक से ज्यादा नियुक्तियां की गईं। कोरिया एमसीबी जिले की उपेक्षा से भाजपा के कई नेता नाराज भी हैं ऐसा माना जा रहा है क्योंकि जिस तरह की सूची सामने आई है उस हिसाब से किसी भी व्यक्ति का नाम नहीं है कांग्रेस के शासनकाल जैसे ही उपेक्षित दिखा अभिभाजित कोरिया जिला ऐसा लग रहा था कि इस जिले में इन पदों के लिए कोई योग्य व्यक्ति भाजपा में है ही नहीं अंबिकापुर और सुरजपुर पर ही दिखाई मेहरबानी अंबिकापुर सुरजपुर ही भाजपा के लिए हुआ महत्वपूर्ण?
विधायक नहीं तो आयोग में ही सही?
निगम मंडल की सूची में कुछ ऐसे भी नाम शामिल है जिन्होंने विधायक बनने का प्रयास तो किया चुनाव भी लड़े पर सफलता नहीं मिली इसलिए अब उन्हें आगामी चुनाव में प्रत्याशी बनाने की उम्मीद भी नहीं है यही वजह है कि अब उन्हें निगम मंडल की सूची में शामिल किया गया है नाम बड़े हैं पर अब विधायक और सांसद लायक नहीं रहेंगे इसी वजह से आयोग में ही जगह से उन्हें संतुष्टि पानी होगी?
क्या सरगुजा से जिन्हें आयोग में जगह मिली वह भू माफिया को संरक्षण देंगे?
सरगुजा जिले में जिन्हें निगम मंडल की सूची में जगह दिया है वह माफिया के समर्थक है ऐसा सूत्रों का दावा है अब क्या इनके आयोग की सूची में शामिल होने से भू-माफियाओं को और संरक्षण मिलेगा यह सवाल इसलिए उत्पन्न हो रहा है क्योंकि सरगुजा भू-माफिया का गढ़ माना जाता है यहां पर राजनीतिक लोग भी भू-माफिया के साथ जुड़े हैं पार्टी चाहे कांग्रेस की हो या भाजपा की दोनों में ही ऐसे लोग शामिल हैं इस बार जो सूची आई है उसमें ऐसे संरक्षण वाले नेता को भी जगह मिली है।