एमसीबी,@स्वस्थ्य रहे,तंदुरुस्त रहे और रहे खुशहाल छत्तीसगढ़,प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने की आदिशक्ति से प्रार्थना

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एमसीबी,31 मार्च 2025 (घटती-घटना)। आज चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन स्थानीय विधायक व साय कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अपने सपरिवार चंवरीडांड स्थित आराध्य देवी मां महामाया के दरबार पहुंचे, यहां मूर्ति रूप में विराजित मां आदिशक्ति के सामने शीश नवाया और प्रदेश के खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान मंत्री जी के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कांति जायसवाल भी मौजूद रही।
उल्लेखनीय रहे कि मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सालों से चैत्र और शारदीय नवरात्र दोनों में नवरात्र के प्रथम दिन माता के दरबार में पहुंचते रहे है और इसके बाद ही दिन की शुरुआत की है इसी क्रम में इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र की पवन बेला में चनवारीडांड आदिशक्ति के मंदिर पहुंचे थे। ज्ञात हो कि चैत्र नवरात्र का पर्व बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है। इस साल यह 30 मार्च यानि आज से शुरू हो रहा है। यह त्योहार गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक है। चैत्र नवरात्र का त्योहार मां दुर्गा और उनके नौ दिव्य अवतारों की पूजा के लिए समर्पित है। हिंदू संतों के अनुसार चैत्र नवरात्रि के नौ दिन, आध्यात्मिक नवीनीकरण की यात्रा का प्रतीक हैं, जहां भक्त प्रार्थना, ध्यान और उपवास के माध्यम से दिव्य आशीर्वाद, शक्ति और समृद्धि की तलाश करते हैं।
नवरात्र में दिन की शुरुआत शक्ति दरबार से,क्यों है खास?
पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य की चिंता करने वाले स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने नवरात्र की पावन बेला में नवरात्र के पहले दिन मां आदिशक्ति की पूजा अर्चना करने बाद कहा कि मैने जब से होश संभाला है तब से लगातार आराध्य देवी मां महामाया के दरबार में नवरात्र के पहले दिन आकर शीश नवाता हु ताकि वो मुझे शक्ति प्रदान करे कि मैं जीवन लक्ष्य और अपने कर्तव्यों का निर्वहन धैर्य, विवेक और जनसमुदाय के लाभकारी हितों को ध्यान में रखते हुए कर सकू। उन्होंने आगे कहा कि वैसे तो हम धार्मिक अनुष्ठान हो या फिर कोई अन्य कार्य पहले मा महामाया का आशीर्वाद लेते है फिर कोई काम शुरू करते है। मां महामाया छत्तीसगढ़ के शक्तिपीठों में एक प्रमुख शक्तिपीठ है उनकी आराधना, पूजा और आशीर्वाद हमे विपरीत परिस्थितियों में भी संबल प्रदान करने का काम करता है, मुझे पूरा यकीन ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वाश है कि सनातन धर्म की आराध्य मां शक्ति इन नौ दिनों में प्रदेश के हर गांव, शहर के लोगों पर अपनी असीम कृपा बरसाती रही है और आगे भी बरसाती रहेंगी। इसके बाद प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर रवाना हो गए।
क्यों मनाया जाता है चैत्र नवरात्र
हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि मनाया जाने वाला पर्व चैत्र नवरात्र कहलाता है. इस दौरान जगत जननी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है. साथ ही उनके निमिा चैत्र नवरात्र का व्रत रखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
चैत्र नवरात्रि का अर्थ
चैत्र नवरात्रि वसंत और नवीकरण का प्रतीक है, जबकि शरद नवरात्रि मां दुर्गा की विजय का उत्सव है। नवरात्र नौ दिवसीय हिंदू त्यौहार की अनूठी परंपराओं, तिथियों और समारोहों का खास महापर्व माना जाता है, नवरात्रि नौ दिनों का हिंदू त्योहार है, जो दिव्य स्त्री या शक्ति का उत्सव है।


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