
रायपुर,10 मार्च 2025 (ए)। आज तड़के ईडी की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास समेत प्रदेशभर में 14 ठिकानों पर छापेमारी की। करीब 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद भूपेश बघेल घर से बाहर निकले और अपने समर्थकों तथा कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा भाजपा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। वहीं ईडी की टीम अंदर भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल से पूछताछ कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी को घर में बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की सूचना के बाद बैंक ईडी और बैंक के अधिकारी नोट गिनने की मशीन लेकर बघेल के घर पहुंचे हैं।इसके अलावा, ईडी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी जब्त किया है। भूपेश बघेल के घर से 6 मोबाइल फोन से ईडी के अधिकारी बातचीत की डिटेल खंगाल रहे। डिजिटल ट्रांजेक्शन के हिसाब निकाल रहे।
प्रदेशभर में 14 ठिकानों पर छापेमारी
बता दें कि भूपेश बघेल के निवास पर ईडी तड़के सुबह से जांच कर रही. जानकारी के अनुसार,ईडी की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर दबिश दी है। ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है।
बघेल के घर के बाहर कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन
ईडी की दबिश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर के बाहर बड़ी संख्या में दिग्गज कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं
का जमावड़ा लगा हुआ है। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, विधायक देवेंद्र यादव, अरुण वोरा, गिरीश देवांगन, विनोद वर्मा समेत बड़ी संख्या में एनएसयूआई, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद हैं और ईडी की कार्रवाई को लेकर जमकर नारेबाजी कर रहे।
किन मामलों में हो रही जांच?
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्डि्रंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे।
ईडी की कार्रवाई पर भूपेश बघेल का बयान
ईडी की कार्रवाई को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज श्वष्ठ के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।
ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को जारी किया समन, मंगलवार को होगी पूछताछ
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को समन जारी किया है। उन्हें मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी ने संपत्ति को लेकर जांच की है, दस्तावेज भी मिले. एजेंसी कोई भी दस्तावेज लेकर नहीं गई है। बघेल ने बताया कि छापेमारी के दौरान 33 लाख रुपये कैश मिला है। बघेल ने कहा कि उनके यहां डेढ़ सौ एकड़ से ज्यादा की जमीन है। डेयरी का कारोबार है। उन्होंने कहा कि ये रुपये परिवार के सभी सदस्यों के अलावा कारोबार से जुड़े हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय चरित्र द्वेषपूर्ण राजनीति का एक और उदाहरण
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा,छत्तीसगढि़या पूर्व मुख्यमंत्री एआईसीसी राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के घर पर ईडी की कार्रवाई सत्तारुढ भाजपा के राष्ट्रीय चरित्र द्वेषपूर्ण राजनीति का एक और उदाहरण है। भाजपा ईडी, आईटी, सीबीआई जैसी एजेंसियों को विपक्ष के नेताओं को डराने और दबाने के लिए इस्तेमाल कर रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग अपने राजनितिक लाभ के लिये कर रही है, जो लोकतंत्र के लिये खतरा है, ये गलत परम्परा है।
चरणदास महंत ने कहा, सभी कांग्रेसजन भूपेश बघेल के साथ है और इससे डरने वाले नहीं हैं,बापू के मार्गदर्शन सत्य अहिंसा को मानने वाले लोग है इस संघर्ष को परास्त करके रहेंगे।
लोकतंत्र पर हमला बर्दाश्त नहीं : टीएस सिंहदेव
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम के रूप में कार्य कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हमारे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरुद्ध की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का हम कड़ा विरोध करते हैं। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है और विपक्ष की आवाज़ को दबाने का सुनियोजित प्रयास है।उन्होंने कहा कि मैं स्वयं इस अन्याय के विरोध में धरातल पर उतरते हुए भिलाई के लिए रवाना हो गया हूं। मैं इस विषय को लेकर पार्टी के विधायकों,वरिष्ठ नेताओं एवं संगठन के अन्य जिम्मेदार साथियों के सतत संपर्क में हूं और हम सब एकजुट होकर इस लोकतांत्रिक लड़ाई को लड़ेंगे। यह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं,बल्कि पूरे लोकतांत्रिक ढांचे और जनता की आवाज़ पर हमला है।
ईडी की कार्रवाई से गरमाई सियासत,
11 मार्च को कांग्रेस प्रदेशभर में करेगी भाजपा का पुतला दहन
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय की दबिश के बाद कांग्रेस में रोष व्याप्त है। पार्टी ने 11 मार्च को प्रदेशभर में ईडी और भाजपा का पुतला दहन करने का ऐलान किया है।
11 घंटे की छापे के बाद ईडी की रेड खत्म
रायपुर लौटे अफसर,भूपेश बघेल बोले सब षड्यंत्र का हिस्सा,बताया तलाशी में क्या मिला
प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पदुमनगर भिलाई तीन निवास पर छापा की कार्यवाही के बाद रायपुर रवाना हो गई। इसके बाद भूपेश बघेल अपने बंगले से निकलकर बाहर आकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, भाजपा घबरा गई है। बघेल ने बताया ईडी के पास किसी तरह का कोई सबूत नहीं है, यह सब षड्यंत्र का हिस्सा है। कांग्रेस पार्टी और मेरे खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ईडी अधिकारियों को मेरे निवास से कुछ नहीं मिला है। मेरे घर की तलाशी में मंतूराम और पुनीत गुप्ता के बातचीत की पेनड्राइव मिली है। अभिषेक सिंह के कंपनी का बांड पेपर मिला है, जिसका नाम सुनते ही छोड़ दिया गया। कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की कोशिशें हो रही है। बघेल ने कहा, सुबह-सुबह ईडी की टीम मेरे घर पहुंची, मैं घर पर उस वक्त चाय पीते हुए अखबार पढ़ रहा था। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि हम सर्च करने आए हैं। मैंने कहा कि सर्च वारंट कहां है। ईडी के अधिकारियों ने कहा, लेकर आ रहे हैं। बघेल ने कहा, कवासी लखमा ने सदन में सवाल पूछ लिया था तो उसके घर ईडी की टीम आ गई थी, एक सवाल मैंने पूछ लिया था तो मेरे घर ईडी की टीम आ गई।
भूपेश बघेल के अलावा औरों के यहां भी ईडी के छापे
सीएम साय बोले…कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों की जांच कर रही सेंट्रल एजेंसियां
सीएम विष्णुदेव साय ने छापे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 5 साल की सरकार में तरह-तरह के घोटाले हुए,उसकी जांच सेंट्रल एजेंसियां कर रही है। कई लोग जेल के अंदर भी हैं। ईडी सेंट्रल एजेंसी है, उससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। सीएम साय ने इस मामले में हुए सवाल पर कहा कि सभी जानते हैं कि कांग्रेस की सरकार में कई घोटाले हुए थे। केंद्रीय एजेंसियां इनकी जांच कर रही हैं। ईडी की जांच भी चल रही है और इस मामले में प्रदेश का कोई दखल नहीं है। डिप्टी सीएम अरुण साव की भी इसी लाइन पर ही प्रतिक्रिया आई थी कि ईडी की जांच में नया तथ्य आया होगा, इसलिए एजेंसी ने यह कदम उठाया।