महिला दिवस पर खुले रास्ते, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प
इम्फाल,08 मार्च 2025(ए)। मणिपुर में करीब 22 महीनों के बाद स्वतंत्र आवागमन बहाल किया गया, लेकिन इसके तुरंत बाद हिंसा भड़क उठी। महिला दिवस के मौके पर शनिवार (8 मार्च) को जैसे ही सुरक्षा बलों ने बंद रास्तों को खोला, स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। फिलहाल, इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
मैतेई-कुकी संघर्ष के चलते लंबे समय से बंद थे रास्ते
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जारी संघर्ष के कारण सुरक्षा एजेंसियों ने आम रास्तों को बंद कर दिया था, जिससे एक ड्डसमुदाय के लोग दूसरे के इलाके में न जा सकें और हिंसा को रोका जा सके। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने उच्चस्तरीय बैठक के बाद 8 मार्च से कानून-व्यवस्था बहाल करने और स्वतंत्र आवागमन शुरू करने के निर्देश दिए थे।
अलग राज्य की मांग पर अड़ा कुकी समुदाय
कुकी जनजाति के लोग स्वतंत्र आवागमन का विरोध कर रहे हैं और अलग राज्य की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक आवागमन बंद रहना चाहिए। हालांकि,सुरक्षा बलों की निगरानी में ंयात्री बसों की आवाजाही शुरू कर दी गई है।
गृह मंत्री के निर्देश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी थी। शनिवार सुबह इम्फाल से 45 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में बंद रास्तों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले बारूदी सुरंग रोधी वाहनों को भेजा गया। इस दौरान कुकी समुदाय की कई महिलाओं ने राजमार्ग को अवरुद्ध करने का प्रयास किया, जिस पर सुरक्षा बलों ने लाठीचार्ज किया, जिससे कई महिलाएं घायल हो गईं।
झड़पों की घटनाएं, सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
कुकी बहुल इलाकों में कई जगहों पर झड़पें देखने को मिलीं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में प्रदर्शनकारियों को वाहनों पर पत्थर फेंकते, सड़कों को खोदते,टायर जलाते और बैरिकेड लगाते हुए देखा गया। कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच तीखी झड़प भी हुई,जहां प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों को लौटने के लिए चिल्लाते नजर आए।
