बैकुण्ठपुर@बौखलाये निवर्तमान जनपद उपाध्यक्ष शिक्षक पति ने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी के साथ की गाली-गलौज,जमीन में गाड़ देने की दी धमकी

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-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,18 फरवरी 2025 (घटती-घटना)। जैसे-जैसे कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद में पंचायत चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, माहौल गरमाता जा रहा है। जनपद पंचायत बैकुंठपुर के 25 जनपद क्षेत्रों में जनपद क्षेत्र क्रमांक 11 छिंदिया, चिरगुड़ा, अमहर, तरगांव सबसे हाई प्रोफाइल जनपद क्षेत्र माना जा रहा है। क्योंकि यहां तीन भूतपूर्व उपाध्यक्ष समेत कुल 11 कद्दावर प्रत्याशी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इन प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग और जोर आजमाइश की जा रही है, परंतु खामोश मतदाताओं की वजह से ऊंट किस करवट बैठेगा, इसका पता लगा पाना असंभव है। विगत पंचायत चुनाव में भी यह सीट काफी हाई प्रोफाइल था और आए दिन तकरार और विवाद की खबरें आती रही थी। जिस कारण इस क्षेत्र को संवेदनशील माना गया था। ठीक वही स्थिति इस बार के चुनाव में भी है, और दिग्गज प्रत्याशियों के मैदान में उतर जाने से यह क्षेत्र हाई प्रोफाइल होने के साथ-साथ अति संवेदनशील भी है।
ताजा मामला इसी क्षेत्र से जुड़ा है, जो कि थाने तक पहुंच गया है, और क्षेत्र में चुनाव की गर्मी को बढ़ा दिया है। जब जनपद सदस्य के प्रत्याशी अमित कुशवाहा द्वारा अपने प्रचार वाहन के माध्यम से पूर्व में चुने गए जनपद सदस्यों और भूतपूर्व जनपद उपाध्यक्षों की कमियां बात कर अपना प्रचार कर रहे थे,यह बात निवर्तमान जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के शिक्षक पति महेश साहू को नागवार गुजरी और सूत्रों से प्राप्त जानकारी तथा थाने में लिखाये गये रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक महेश साहू ने अपनी पत्नी के प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी अमित कुशवाहा का रास्ता रोककर गाली गलौज और झूमा झटकी की, साथ ही पूरे समाज को देख लेने की धमकी दी। अमित कुशवाहा के अनुसार वे अपना प्रचार करने तरगांवा बाजार की ओर जा रहे थे, तो अमहर और तरगंवा के बीच में महेश साहू ने उनका रास्ता रोका और गंदी गाली देते हुए जमीन में गाड़ देने की धमकी दी, साथ ही यह भी कहा कि तुम कुशवाहा समाज के बड़े नेता बनते हो, तुमको और तुम्हारे कुशवाहा समाज को देख लूंगा। प्रत्याशी अमित कुशवाहा के अनुसार उन्होंने अपने प्रचार वाहन में पूर्व के तीनों जनपद उपाध्यक्षों के द्वारा विगत 10 से 15 साल पूर्व में हुए क्षेत्र में कार्यों में भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और गुणवाा विहीन निर्माण का आरोप पहले के चुने जनपद सदस्यों पर लगाया था। साथ ही पूर्व जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के शिक्षक पति पर विद्यालय ना जाने और राजनीति करने के साथ-साथ अपने बदले कर्मचारी रखकर कार्य करने का आरोप लगाया था। जो कि चुनाव में आरोप प्रत्यारोप स्वाभाविक है। मामले ने तूल पकड़ा और जब गहमा गर्मी बढ़ गई तो मामला थाना पहुंच गया। जहां जनपद क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे अन्य प्रत्याशी विपिन बिहारी जायसवाल एवं अंकित जायसवाल भी थाने पहुंचे और उन्होंने प्रचार वाहन में प्रचार किये जा रहे तथ्यों में कोई भी गलत ना होना बताया। अमित कुशवाहा के द्वारा दर्ज किये गये शिकायत में स्पष्ट उल्लेख है कि न केवल उन्होंने प्रत्याशी को गाली दी, बल्कि उसके पूरा समाज को गाली देने के साथ-साथ देख लेने और गाड़ देने की धमकी भी दी।
शिकायत अनुसार जिस कुशवाहा समाज को दी गई है गाली, वे हैं क्षेत्र क्रमांक 11 में निर्णायक भूमिका में
प्रत्यक्षदर्शी एवं प्रत्याशी अमित कुशवाहा के अनुसार जिस पूरे कुशवाहा समाज को महेश साहू द्वारा गाली दी गई है, उस समाज की संख्या जनपद क्षेत्र क्रमांक 11 में निर्णायक भूमिका में है। 4 ग्राम पंचायत का यह जनपद क्षेत्र जिसमें कुल वोटरों की संख्या लगभग 5000 है, में से हजार से 1200 वोटर कुशवाहा समाज से आते हैं, जो कि इस जनपद क्षेत्र में निर्णायक भूमिका में है। और किसी भी प्रत्याशी के जीत हार का फैसला करने में सक्षम हैं। इस घटना का समाज के व्यक्तियों के ऊपर क्या असर पड़ता है, यह तो वे ही जानें। परंतु निश्चित ही यह पूरी घटना पूर्व जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के पति महेश साहू के बौखलाहट को दर्शाता है।
प्रतिद्वंदी प्रत्याशी की कमियां गिनाना चुनाव प्रचार का हिस्सा:विपिन
भूतपूर्व जनपद उपाध्यक्ष एवं जनपद क्षेत्र क्रमांक 11 से वर्तमान में जनपद सदस्य प्रत्याशी बिपिन बिहारी जायसवाल का कहना है कि चुनाव में आलोचना और आरोप प्रत्यारोप एक सामान्य घटना है। जिसे स्वाभाविक रूप से प्रत्याशी, वोटरों को अपनी ओर लुभाने के लिए प्रयास करता है। यदि किसी प्रत्याशी में कोई कमी है, या कोई बुराई है, या कोई ऐसी बात जिससे प्रतिद्वंद्वी को लाभ मिल सकता है, तो प्रतिद्वंदी द्वारा इसका प्रचार प्रसार करना स्वाभाविक है। और जो व्यक्ति राजनीतिक पद में रह चुका हो, उनके कार्यकाल की कमियां और आलोचना होना चुनाव के दौरान सामान्य बात है। इसे केवल चुनाव तक ही सीमित रखना और धैर्य के साथ सामना करना ही उचित होता है। गाली गलौज और मारपीट तथा पूरे समाज को सामूहिक रूप से लपेटना पूरी तरह गलत है।
कलेक्टर से की गई शिकायत में गंभीर आरोप लगाए गए हैं भूतपूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के शिक्षक पति पर
जिस बात को लेकर पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के पति महेश साहू ने अपना आपा खो दिया और बौखलाहट में गाली गलौज के साथ-साथ प्रत्याशी अमित कुशवाहा को धमकी दी। उस बात की लिखित शिकायत जनपद क्षेत्र 11 के भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने लगभग 15 दिनों पूर्व ही कलेक्टर, जिला निर्वाचन अधिकारी तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने कर रखी है। उस शिकायत में शिक्षक महेश साहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए अंकित जायसवाल ने पत्नी के जनपद सदस्य के चुनाव में खुलेआम चुनाव प्रचार करने, विद्यालय में पदस्थ होने के बावजूद कभी विद्यालय ना आने और विद्यालय में अपने बदले एक अन्य कर्मचारी रख कर कार्य करने का आरोप लगाया है। किए गए शिकायत पत्र में लगाया गये आरोप में विद्यालय में पदस्थ प्रधान पाठक को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। जो सब कुछ जानते हुए भी मिली भगत में साथ है। शिकायत के बाद मामले की जांच कैसे हो रही है, और कौन कर रहा है, यह तो नहीं पता। परंतु यदि शिकायतकर्ता की बात सत्य है, तो यह एक गंभीर मामला है,जहां एक शासकीय कर्मचारी अपने बदले कर्मचारी रखकर अपना कार्य कर रहा है।
प्रचार वाहन में जो बात की जा रही थी,इसकी शिकायत की गई है कलेक्टर से,पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं:अंकित जायसवाल
जनपद क्षेत्र क्रमांक 11 से भाजपा प्रत्याशी अंकित जायसवाल ने बताया कि प्रत्याशी अमित कुशवाहा के प्रचार वाहन से जो बातें की जा रही थी और जिनको लेकर महेश साहू ने विवाद उत्पन्न किया, उनकी शिकायत 15 दिनों पूर्व ही मेरे द्वारा कलेक्टर कार्यालय में तथा निर्वाचन आयोग के जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ-साथ विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष की गई है। और यह सत्य है कि पूर्व जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के शिक्षक पति जो की प्राथमिक शाला छिंदिया में पदस्थ है, कभी विद्यालय नहीं आते और अपने बदले ग्राम की ही एक लड़की को ?3000 महीने के बदले रखकर विगत दो वर्षों से भी अधिक समय से कार्य करा रहा है, जिसमें विद्यालय में पदस्थ प्रधान पाठक का भी पूरा मिली भगत है। इसके साथ ही एक शासकीय कर्मचारी खुलेआम चुनाव प्रचार में संलग्न है, इसकी भी शिकायत निर्वाचन अधिकारी से की गई है। वर्तमान में किए गए शिकायत पर कार्यवाही न होने की दशा में अंकित जायसवाल ने इसकी शिकायत राज्य शासन से करने की बात की है।


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