अम्बिकापुर,@अमरजीत का क्षत्रपों पर निशाना

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अम्बिकापुर,16 फरवरी 2025 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ के नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को शून्य बटे सन्नाटा के हासिल के बाद अमरजीत भगत ने पार्टी क्षत्रपों पर निशाना साधा है। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है -टिकट क्षत्रप बांटते हैं,परिणाम सामने आया तो जवाबदेह आदिवासी अध्यक्ष को बताते है
पूर्व मंत्री तथा सीतापुर से पूर्व विधायक अमरजीत भगत ने नगरीय निकाय चुनाव नतीजों को लक्ष्य कर कहा है कि,टिकट क्षत्रप बांटते हैं और जवाबदेही का मसला जब आता है तो सामने नहीं आते।पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने इसके साथ यह भी कहा-“टिकट किसे दें इस पर क्षत्रपों की चलती है,लेकिन जब परिणाम विपरीत आए हैं तो ठीकरा आदिवासी अध्यक्ष पर फोड़ा जा रहा है। अमरजीत भगत ने कहा -हम लोगों को चयन समिति तक में शामिल नहीं किया जाता,कभी कर दिए तो सिफारिशों और सलाह को तवज्जो नहीं देते।” अमरजीत भगत का बयान तब आया है जबकि तेज़ी से इस बात की चर्चा हो रही है कि,प्रदेश संगठन में बदलाव होना है।
नतीजे के बाद बयान से हलचल
प्रदेश के दस नगर निगमों में कांग्रेस किसी में भी मेयर प्रत्याशी नहीं जीता पाई।चौंकाने वाला नतीजा यह भी है कि, रायपुर में कांग्रेस पार्षद केवल दस जीत पाए, जबकि राजनांदगाँव में तो यह संख्या दहाई का आँकड़ा नहीं छू पाई।दस नगर निगमों के आँकड़ों से पता चलता है कि, कांग्रेस किसी भी निगम में बीस पार्षद का आँकड़ा नहीं जुटा सकी। इन नतीजों को लेकर कांग्रेस अभी मंथन चिंतन भी नहीं कर पाई है,लेकिन सीतापुर के पूर्व विधायक अमरजीत भगत के एक बयान ने कांग्रेस के भीतरखाने हलचल मचाने का काम किया है।
सब जानते हैं कौन क्षत्रप है
अमरजीत भगत से द हिट डॉट इन से सवाल किया कि आखç¸र क्षत्रप से आपका क्या आशय है तो इस पर अमरजीत भगत ने कहा -“कांग्रेस के भीतर क्षत्रिय मायने सार्वजनिक हैं,सॉरी जानते हैं कौन कौन क्षत्रप हैं और किस किस क्षेत्र से हैं।” अमरजीत भगत ने यह भी कहा -“क्षत्रपों की भुमिका इस क¸दर शक्तिशाली है कि, टिकट दिलाने के लिये और टिकट कटवाने के लिए पूरी तरह भुमिका निबाहते हैं।अपनी जय जय के लिए योग्य उम्मीदवार की टिकट कटवा कर जयकारे वाले समर्थक को टिकट दिलाने का काम क्षत्रप केवल अपने क्षेत्र में ही नहीं बल्कि दूसरे के क्षेत्र में भी कर जाते हैं।लेकिन नकारात्मक परिणाम आते हैं तो जवाबदेही लेने तैयार नहीं होते।” अमरजीत भगत ने आगे कहा-“अपने अपने को टिकट दिलवाए श्रीमानजी लोग,और हार हुई तो जवाबदेही पीसीसी चीफ की कैसे हो गई? क्या इसलिए कि श्रीमान जी लोग क्षत्रप हैं,बड़े नेता हैं और पीसीसी चीफ आदिवासी है ?
ईव्हीएम पर भी कही बात
अमरजीत भगत ने क्षत्रपों का जि़क्र करने के पहले ईव्हीएम पर भी वही सवाल उठाया जो हार के बाद परंपरागत रुप से कांग्रेस उठाते रहती है।अमरजीत भगत ने कहा कि,बीजेपी ने पहले बैलेट से नगरीय निकायों का चुनाव कराने की बात कही,शुरुआती तैयारियाँ भी उसी हिसाब से हुईं लेकिन फिर अचानक बैलेट की जगह ईव्हीएम की बात आ गई।अमरजीत भगत ने पूछा है -क्या सरकार या बीजेपी यह बताएगी कि,पूरी तैयारी और घोषणा बैलेट से कराने की होने के बाद अचानक ईव्हीएम क्यों याद आई।


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