- जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार परिवार से चुनाव लड़ने की बात आ रही है सामने… कौन लड़ेगा यह तय नहीं है पर जिला व जनपद लड़ सकता है रिश्तेदार परिवार
- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए सबसे बड़े अधिकारी हैं जिला पंचायत सीईओ पर ऐसे में क्या उनके रिश्तेदार परिवार के लिए चुनाव लड़ना सही?
- कहीं रिश्तेदार परिवार के चुनाव लड़ने से जिला पंचायत सीईओ होंगे आलोचनाओं के शिकार?

-आजाद कलम-
बैकुण्ठपुर,21 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। प्रदेश में आदेश आचार संहिता की घोषणा हो चुकी है और अब राजनीतिक दल अपने अपने प्रत्याशियों का चयन करने में मशगूल हैं वहीं प्रत्याशी भी अपनी अपनी उम्मीदवारी दावेदारी पार्टी के सामने रखकर टिकट की फिराक में हैं समर्थन के फिराक में हैं जिससे उन्हें चुनाव में जीत मिल सके सफलता मिल सके। कोरिया जिले में भी चुनावी सरगर्मी बढ़ी नजर आने लगी है। कोरिया जिले में नगरीय निकाय का चुनाव केवल एक नगरीय निकाय में है जो नया नया नगर पंचायत बना है वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की बात करें तो जिले में इसबार कुछ वृहद परिवर्तन उपरांत त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होते नजर आयेंगे जिसमें जिला विभाजन उपरांत हुआ नया परिसीमन लोगों और प्रत्याशियों के लिए एक नया अनुभव और नयापन लेकर सामने आएगा।
बता दें कि पहले पांच विकासखंड का कोरिया जिला अब कुल दो विकासखंड का जिला है और इस तरह जिला पंचायत सदस्य की सीटों का निर्धारण पहले की अपेक्षा कम ग्राम पंचायतों के साथ किया गया है वहीं जनपद पंचायत के विषय में बैकुंठपुर विकासखंड की बात की जाए तो यहां क्षेत्र में ग्रामों की वृद्धि नजर आएगी। वैसे परिसीमन और सीटों के निर्धारण का अपना मामला है मसला है और सभी प्रत्याशी जो अभी दावेदार हैं वह उसके हिसाब से तैयार हैं लेकिन एक विशेष बात इसबार कोरिया जिले के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सुनी जा रही है जो एक ऐसे परिवार के चुनाव लड़ने के संबंध में है जिनका संबंध जिला पंचायत कोरिया के सीईओ से है जिनके रिश्तेदार हैं जिला पंचायत सीईओ। बताया जा रहा है सूत्रों का कहना है कि जिला पंचायत कोरिया के सीईओ के रिश्तेदार जिला पंचायत और जनपद पंचायत का चुनाव लड़ने की फिराक में हैं और उनकी तैयारी है। वहीं सीईओ जिला पंचायत के रिश्तेदार राजनीतिक दल के समर्थन में यह चुनाव लड़ने जाने की तैयारी में हैं,वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि जिन सीटों पर जिला पंचायत के सीईओ के रिश्तेदार चुनाव लड़ने जा रहे हैं उनके आरक्षण के लिए भी उन्हें जिला पंचायत के सीईओ का मदद मिला है। वैसे बात कितनी सच है कितनी झूठ इसकी पुष्टि घटती घटना नहीं करता, लेकिन यह सवाल तो खड़ा होता है कि जिला पंचायत के सीईओ कोरिया के जिले में पदस्थ रहते हुए यदि उनका कोई रिश्तेदार जिला जनपद सदस्य का चुनाव लड़ता है? तो यह आदर्श आचार संहिता के हिसाब से कितना सही होगा? वैसे जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार जिस ग्राम से आते हैं वहां ग्राम पंचायत का चुनाव निर्विरोध पद्धति से होता है और वहां अन्य चुनाव में मतदान कर लोग अपना प्रतिनिधि चुनते हैं।
जिला पंचायत सीईओ चुनाव कार्य के लिए होंगे प्रमुख अधिकारी,रिश्तेदार का चुनाव लड़ना उनके लिए पड़ सकता है भारी
जिला पंचायत सीईओ कोरिया त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रमुख अधिकारी होंगे यह तय हो चुका है। उन्हें काफी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है चुनाव में यह चुनाव हेतु किए कार्य विभाजन से जाना जा सकता है। अब यदि सीईओ साहब के रिश्तेदार ही चुनाव लड़ने मैदान में उतरेंगे कैसे इसे सही कहा जाएगा समझा सकता है। वैसे हो सकता है जिला पंचायत सीईओ को मामला भारी पड़ जाए और उन्हें पृथक कर दिया जाए कार्य से चुनाव के। वैसे माना जा रहा है उन्हें उनके रिश्तेदार के चुनाव लड़ने की स्थिति में हटाया ही जाएगा।
राज्य प्रशासनिक अधिकारियों का हुआ है हाल में ही तबादला, कोरिया जिला पंचायत सीईओ का तबादला न होना बड़ा प्रश्न
हाल ही में राज्य प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला हुआ है और कोरिया जिले से भी अधिकारी हटाए गए हैं। अब कोरिया जिले के जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार राजनीतिक दल से जुड़े है और उनके चुनाव लड़ने की संभावना पहले से थी तो क्यों नहीं उन्हें भी हटाया गया यह भी सवाल है। वैसे जिला पंचायत सीईओ कोरिया को नहीं हटाया जाना एक सोची समझी रणनीति भी मानी जा रही है जिससे चुनाव में उनका लाभ लिया जा सके।
क्या निर्वाचन आयोग लेगा संज्ञान,क्या चुनाव कार्य से पृथक होंगे जिला पंचायत सीईओ?
अब देखना है कि क्या निर्वाचन आयोग इस मामले में संज्ञान लेगा क्या सीईओ जिला पंचायत कोरिया को चुनाव कार्य से पृथक करेगा। वैसे उनके रिश्तेदार के चुनाव लड़ने की स्थिति में यह आवश्यक है कि उन्हें हटाया जाए चुनाव कार्य से भी और जिले से भी जिससे निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हो सके।
जिला पंचायत सीईओ की वजह से ही रिश्तेदार बनने जा रहे हैं प्रत्याशीःसूत्र
सूत्रों का कहना है कि जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार सीईओ जिला पंचायत के कारण उनके जिले में पदस्थ होने के कारण ही चुनावी मैदान में होंगे।अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो कहना मुश्किल है लेकिन कुछ मामलों में यह सही भी समझ में आ रहा है।
जिला पंचायत सीईओ कोरिया का तबादला चुनाव तिथि घोषणा पूर्व क्यों नहीं हुआ
इस बार वहां सबकुछ तो पहले जैसे ही होगा और पंचायत का चुनाव निर्विरोध पद्धति से ही होगा वही नया यह होगा कि वहां से जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार चुनाव लड़ेंगे और यह पहली बार होगा जब कोई त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पंचायत से बाहर के पद के लिए चुनाव लड़ेगा जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार परिवार से। वैसे जिला पंचायत सीईओ का पद और उनकी निर्वाचन के दौरान निष्पक्षता की जिम्मेदारी शायद रिश्तेदारों के चुनाव लड़ने की वजह से संदेह की नजरों से देखी जाएगी क्योंकि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वह एक तरह से मुख्य भूमिका में होगें निष्पक्ष चुनाव के संदर्भ में और यदि उनके ही रिश्तेदार चुनावी मैदान में होंगे कैसे वह निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराएंगे? यह विचारणीय जरूर होगा। वैसे माना जा रहा था कि जिला पंचायत सीईओ कोरिया का तबादला चुनाव तिथि घोषणा पूर्व हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादला सूची में उनका नाम नहीं नजर आया। वैसे प्रश्न यह भी है कि उनका तबादला न हो ऐसा प्रयास भी हुआ है। अब सच्चाई जो हो, लेकिन जिला पंचायत सीईओ कोरिया के जिले में रहते हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का निष्पक्ष होना सम्भव नहीं है।
जिला पंचायत सीईओ के रिश्तेदार का त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ना तय, कैसे होगा निष्पक्ष पंचायत चुनाव?
कोरिया जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निष्पक्ष कैसे होगा यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। जिला पंचायत कोरिया के सीईओ के रिश्तेदार ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। रिश्तेदार के चुनाव लड़ने की घोषणा उपरांत जिला पंचायत सीईओ को खुद चुनाव कार्य से पृथक कर लेना चाहिए यह लोगों का कहना है जानकारों का कहना है और अब देखना है कि उनका क्या निर्णय होने वाला है।