100 से अधिक शिकायत आ चुका है अभी और गिरफ्तारी होनी बाकी है।
-शमरोज खान-
सूरजपुर,20 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। महाठग अशफ़ाक उल्लाह इस समय अपने पिता साथ जेल में है, इन्होंने 100 से अधिक लोगों को ठगा है जिसकी शिकायत सूरजपुर थाने सहित कई अन्य जिले में भी दर्ज कराई गई है, अभी तक इस मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ गिरफ्तारी और होनी है, वैसे गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अभी कुछ कहने को तैयार नहीं है पर सातवीं गिरफ्तारी सूरजपुर पुलिस ने महबूब हसन के रूप में किया है। तकरीबन 2 महीने होने को है और अशफ़ाक के अलावा सात लोग को जेल भेज दिया गया है, वही इस ठगी में कौन-कौन शामिल है उसने चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी जारी है, मामला ठगी का अभी तक 10 करोड़ से ऊपर का शिकायत आया है पर वैसे 200 करोड़ से कम का मामला नहीं बताया जा रहा है, क्योंकि कई लोग इस मामले में अभी भी चुप्पी साधे हुए हैं और उन्हें शिकायत करने से किसी के द्वारा रोका गया है, और यह गारंटी दी गई है कि उनका पैसा उन्हें मिलेगा जिस वजह से शिकायत पर पूर्णविराम अभी लगा हुआ है। जिस समय अशफाक उल्लाह ठगी कर रहे थे उसे समय उनके लिए कई लोग एजेंट का काम कर रहे थे, उनकी गिरफ्तारी अभी तक बाकी है वही एक महिला मित्र का नाम आ रहा था वह भी इस गिरफ्तारी से अभी तक बची हुई है, वहीं परिवार की महिलाओं तक पुलिस की जांच नहीं पहुंची है और यदि पहुंची भी होगी तो अभी तक उसे पर कोई भी परिणाम नहीं आया है, पुलिस अपने विवेक अनुसार जांच कर रही है और अंतिम परिणाम क्या देती है? यह देखने वाली बात होगी पर पुलिस अभी तक इस बड़े मामले में शुरू से अंत तक का कोई भी डिटेल प्रेस कांफ्रेंस के जरिए नहीं दी है और खुलासा नहीं की है जो भी खबरें लगी है वह अपने सोर्स व शिकायतों के आधार पर लग रही हैं।
अशफाक को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मी को मिल सकता है भटगांव थाने का प्रभार
सूरजपुर जिले का एक पुलिसवाला अशफाक को लोगों को ठगने में संरक्षण देता था उसे कानूनी सलाह भी दिया करता था ऐसा सूत्रों का कहना है, वह नाम भी एक समय चर्चा में था कई अधिकारियों से अशफाक की सेटिंग भी वह करवाया करता था,सूत्रों का दावा है कि अभी उसे सूरजपुर जिले का एक मलाईदार भटगांव थाना मिल सकता है जहां वह पहले से पदस्थ है बस प्रभारी बनने की देरी है, क्योकि वहा के प्रभारी का स्थानांतरण दुसरे थाने हो गया है।
अशफाक ने आखिर इतने पैसे का किया क्या यह आज भी पहेली बनी हुई है?
अशफाक व उसकी टीम कैसे लोगों से पैसा ठगती थी यह आज भी पहेली बनी हुई है और यह पहली पुलिस ही सुलझा सकती है पर पुलिस अभी तक कितना खुद सुलझी है यह भी सवाल है, पैसे उसके पास है या नहीं और यदि नहीं है तो आखिर इतने पैसे गया कहां आखिर यह पैसे कहां खर्च हुए किस-किस में यह पैसे बाटे?
पुलिस आखिर कब इस मामले का पूरा खुलासा करेगी?
पुलिस इस मामले में 2 महीने से जांच कर रही है अभी तक पुलिस को कहां तक सफलता मिली है और किस प्रकार ठगी करता था असफाक इस पर से पुलिस अभी तक प्रेस कांफ्रेंस करके पूरे मामले से पर्दा नहीं उठा पाई है, गिरफ्तारी व शिकायत की जानकारी पुलिस से मिलती रही पर अभी तक पूरे मामले में ठगी कैसे हुई और इसकी शुरुआत कब हुई? यह सब पुलिस अभी तक नहीं बता पाई है अभी तक पुलिस जांच में ही जुटी हुई है अब देखना यह है कि कब पूरे मामले का खुलासा होगा?
अशफ़ाक मामले में शिवप्रसादनगर के हदीस का क्या योगदान है?
वही शिवप्रसाद नगर के ठग अशफाक उल्लाह के मामले में एक नाम हमेशा चर्चा में रहता है वह है हदीस…अब यह नाम क्यों जुड़ा हुआ है यह तो पुलिस के लिए भी पहेली बना हुआ है…पुलिस अभी तक इन दोनों नाम के जुड़ाव पर से पर्दा नहीं उठा पाई है, पर यह बात जरूर चर्चा में है की बैक डोर से अशफाक को मदद हदीस कर रहा है…हदीस के मार्फत भी बहुत लोगों के पैसे लगे थे जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल है, जिनका पैसा लौटाने का जिम्मा हदीस ले रखा है ऐसा सूत्रों का दावा है पर पुलिस जो इस मामले पर से पर्दा नहीं उठा पा रही है।
यदि हदीस की भूमिका नहीं है तो फिर हदीस लोगों का पैसा लौटाने की गारंटी क्यों ले रहे हैं?
हदीस की भूमिका इस पूरे मामले में संदिग्ध है हर तरफ हदीस की चर्चा होती है अब यह हदीस कौन व्यक्ति है? यह तो पुलिस ही पता कर सकती है पर वही पैसे लौटाने की गारंटी आखिर किस वजह से ले रहा है? यह भी सवाल है पर अभी तक हदीस व अशफ़ाक के बीच किस प्रकार का जुड़ाव है यह पुलिस पता नहीं कर पाई है अभी तक हदीस के साथ पुलिस अशफाक के जुड़ने की वजह पता लगाने में विफल है?
हदीस के ऊपर छोटे-बड़े मिलाकर कुछ अपराध है दर्ज
सूत्रों का यह भी दावा है कि हदीस के ऊपर जुआ से लेकर छोटे-मोटे अपराध दर्ज हैं और हदीस थोड़ा सा आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है,धान खरीदी इनका मुख्य व्यवसाय रहा है,धान खरीदी में इनकी हस्तक्षेप अधिक रहती है किसका धान उतरेगा किसका चढ़ेगा यह सब हदीस के द्वारा किया जाता है, पर वही अभी तक अशफाक उल्लाह के मामले में हदीस का नाम उसे बचाने के लिए आ रहा है,और हदीस ने भी कई लोगों से अशफाक के पास पैसा लगाया था हदीस कहीं ना कहीं रिश्तेदारी में भी है ऐसा सूत्रों का दावा है।
अभी तक उनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
अशफाक,जारीफुल्ला,नजीर हसन,शाहरुख अंसारी,वसीम अकरम, मेराजुद्दीन महबूब हसन की गिरफ्तारी हो चुकी है।