- जमीन विवाद में एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या
- गांव में दहशत और
- आक्रोश,कानूनी जीत के बाद भी नहीं बची जान..
सूरजपुर,10 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। जिले के खड़गावा चौकी अंतर्गत केरता पंचायत के डूबका पारा में शुक्रवार को जमीन विवाद ने खूनी रूप ले लिया। इस विवाद में एक ही परिवार के तीन लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार डूबकापारा निवासी माघे टोप्पो के परिवार ने हाल ही में साढ़े सात एकड़ जमीन पर अपना अधिकार पाने के लिए कोर्ट में लंबा संघर्ष किया था। दो महीने पहले जिला सत्र न्यायालय और एसडीएम कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया था। शुक्रवार को माघे टोप्पो 60 वर्ष अपनी पत्नी बसंती टोप्पो 53 वर्ष तथा पुत्र नरेश टोप्पो 31 वर्ष के साथ खेत की जुताई करने पहुंचे थे लेकिन यह उनकी जिंदगी का आखिरी दिन साबित हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार खेती करने के दौरान ही लाठी डंडे तथाा धारदार हथियर लेकर पहुंचे करीब 30 से 40 लोगों ने वृद्ध माघे सहित उनकी पत्नी व बेटे पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। इस घटना में मां व बेटे की तत्काल मौके पर ही मौत हो गयी इसके कुछ देर बाद वृद्ध ने भी दम तोड़ दिया।
घटना के बाद से डूबका पारा और आसपास के गांवों में भय और आक्रोश का माहौल है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि काफी संघर्ष और इंतजार के बाद उन्हें अपनी जमीन पर न्याय मिला था, लेकिन गांव के कुछ लोग इसे स्वीकार नहीं कर पाए। इसी रंजिश ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। परिवार के सदस्य और ग्रामीण प्रशासन से त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं, घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि घटना में शामिल सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना ने खड़े
किए गंभीर सवाल
यह घटना सिर्फ एक परिवार की हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रशासनिक तंत्र और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। आखिर क्यों एक कानूनी जीत के बावजूद मृतक परिवार को अपनी जान गंवानी पड़ी? यह मामला प्रशासन के सामने गंभीर चुनौती बन गया है। दोषियों को गिरफ्तार करना और पीडि़त परिवार को न्याय दिलाना अब प्रशासन की प्राथमिकता बन गई है।
इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और यह दिखाया है कि जमीन विवाद कितना भयानक रूप ले सकता है। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। स्थानीय प्रशासन ने गांव में शांति बनाए रखने की अपील की है। इसके साथ ही क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। ग्रामीण और मृतकों के परिजन इस घटना को न्याय और मानवता पर हमला मान रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जमीन विवाद की समस्या को प्रशासन ने समय पर सुलझाने का प्रयास नहीं किया, जिसके कारण यह त्रासदी हुई।