बस्तर,03 जनवरी 2025 (ए)। बस्तर में इस बार जाबांज पत्रकार की हत्या ना तो पुलिस की गोली से हुई है और ना ही माओवादियों ने गला रेता है। इस बार बस्तर में भ्रष्टाचार से सराबोर ठेकेदार ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर के तस्वीरों से विचलित हो सकते हैं। माओवादियों के ठिकाने से सीआरपीएफ के जवान को बचाकर लाने वाले पत्रकार साथी की हत्या सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार की पोल खुलने के कारण कर दी गई है। बस्तर संभाग के कोंटा थाने में बीते बरस चार पत्रकारों को फर्जी गांजा तस्करी केस में फसा दिया गया था। फिलहाल पत्रकार ज़मानत में हैं और हर सप्ताह थाने में उपस्थिति दर्ज कराने जाते हैं। अब बस नए साल की शुरुआत हुई और पहली ही तारीख़ को बीजापुर जिले के एनडीटीवी के पत्रकार को ठेकेदार ने मारकर अपने सैप्टिक टैंक में डाल दिया। आज देर शाम पुलिस ने शव निकाला है। बता दें कि पुलिस द्वारा किए गए पंचनामे में पत्रकार मुकेश चंद्राकर के शव पर कई जगहों पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं। उनके सिर पर सात जगह नुकीले हथियार से वार के निशान पाए गए, जबकि माथे पर कुल्हाड़ी से वार के निशान मिले हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि उनकी हत्या गला घोंटकर की गई है। जानकारी के अनुसार ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भाई को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है, वहीं अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे है।
बस्तर में पत्रकार चुनौतियों का सामना करते हैं यह साबित करने की ज़रूरत नहीं है। तीन दिनों से लापता पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश घर से 2 किमी और बीजापुर थाने से पांच किमी की दूरी पर चट्टानपारा इलाके में सेप्टिक टैंक में मिली है. लाश मिलने की सूचना पर पुलिस ने मौके की घेराबंदी कर जांच में जुटी है। बता दें कि मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में घर से बाहर निकले थे. कुछ देर के बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया. रात तक घर नहीं लौटने पर उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्रकार ने करीबियों के घर शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया. कोई खबर नहीं मिलने पर युकेश चंद्रकार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मुकेश के गुमशुदगी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए ढ्ढत्र सुंददराज पी ने आज शाम तक स्थिति स्पष्ट होने की बात कही थी. उन्होंने मीडिया से चर्चा में बताया था कि टीम को पड़ताल के लिए एक्टिव किया गया है. जानकारी पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी. इसके अलावा पुलिस की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया था।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर टीएस सिंहदेव ने जताया शोक
पिछले तीन दिनों से लापता बीजापुर, छत्तीसगढ़ के युवा और साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। मुकेश चंद्राकर एक निडर और सत्य एवं न्याय के लिए प्रतिबद्ध पत्रकार थे। उनके असमय निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। यह घटना न केवल पत्रकारिता जगत के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रशासन से मांग हैं कि इस मामले की गहराई से जाँच की जाए और दोषियों को अविलंब कड़ी सज़ा दी जाए। पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। मुकेश चंद्राकर जी की यादें हमेशा जीवित रहेंगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। ॐ शांति।
बख्शे नहीं जायेंगे पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्यारेःसीएम साय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर शोक जताया है।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर शोक जताया है। शोकसंतप्त परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के निर्देश दिये हैं। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देश जारी किये हैं। सीएम साय ने कहा कि इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। मुकेश का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
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