तो.! मीटर रीडिंग के नाम पर बिजली विभाग के कर्मचारी वसूलते हैं पैसा
- बागी कलम –
अनूपपुर (बिजुरी), 24 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। क्षेत्रांतर्गत बिजली विभाग कि मनमानी इन दिनों चरम पर है। मीटर रीडिंग के लिए पहुंचने वाले कर्मचारी कम युनिट लिखने का हवाला देकर जहां उपभोक्ताओं से खुलेआम पैसों कि मांग करते हैं वहीं पैसा मिला तो ठीक, नही तो मीटर रीडिंग के नाम पर विद्युत कर्मचारी मनमाना रीडिंग लिखकर अनाप-शनाप बिजली का बिल भिजवा देते हैं। जिससे ना केवल बिजली उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं अपितु बिजली विभाग की विश्वसनीयता पर भी गम्भीर सवाल उत्पन्न हो रहे हैं।
मौहरी क्षेत्र में रीडिंग के नाम पर वसूली का खेल
विश्वसनीय जानकारों कि मानें तो बिजली विभाग द्वारा नियुक्त बतौर निजी कर्मचारी राजेश कुमार तिवारी द्वारा मीटर रीडिंग के नाम पर जहां उपभोक्ताओं को तरह-तरह का नियम कानून एवं डर बताकर मनमाना रुपयों का मांग किया जाता है वहीं गरीब उपभोक्ता इनकी बातों के जाल में फंसकर जहां पैसा दे भी देता है अगर, तब मीटर रीडिंग कर्मचारी द्वारा उनका मीटर रीडिंग कम अंकित कर उन्हे स्थाई ग्राहक बना लिया जाता है और उनका? बिजली का बिल भी कम ही आता है। वहीं कोई बिजली उपभोक्ता अगर इनकी बातों पर असहमति दर्ज कराता हैं तो समझो उसकी शामत ही आ गया। फिर यह मीटर रीडिंग कर्मचारी उक्त बिजली उपभोक्ता को अनाप-शनाप रीडिंग लिखकर उपभोक्ताओं को लम्बा-चौडा¸ बिल भिजवाते हैं जिससे बिजली उपभोक्ता लगातार परेशान होते-होते अंतत: इनसे पनाह मांगने पर विवश हो जाते हैं। तब कहीं जाकर यह मीटर रीडिंग कर्मचारी अपनी शर्तों पर उक्त बिजली उपभोक्ता से सांठगांठ कि सहमति दर्ज कराते हैं और तब कहीं जाकर मामला आगे बढ़ पाता है।
क्षेत्र के उपभोक्ता हो रहे लगातार परेशान
बिजली विभाग बिजुरी में एक अपवाद यह भी है कि कार्यालय में पदस्थ इंजीनियर को आम लोगों से मुखातिब होने में परहेज है। वहीं? मीटर रीडिंग कर्मचारी नैतिक दायित्वों के नाम पर क्या-क्या गुल खिलाते हैं और उपभोक्ताओं को परेशान? करने पर अमादा रहते हैं इस बात से इंजीनियर साहब को कोई लेना-देना नही। वह सिर्फ और सिर्फ अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत को चरितार्थ करने में मशगूल हैं जिससे बिजुरी क्षेत्र के बिजली उपभोक्ता परेशान हैं।