दुनिया को हादसे का सच पता चला
नई दिल्ली,20 दिसम्बर 2024 (ए)। देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की मृत्यु की वजह मानवीय चूक बताई गई है। उनकी मृत्यु के मामले में जांच के लिए गठित एक संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में आठ दिसंबर 2021 को हुई एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना के पीछे मानवीय चूक होना बताया है। जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और कई अन्य सशस्त्र बल कर्मियों की मृत्यु उस समय हो गई थी, जब उनका सैन्य हेलिकॉप्टर तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। संसद में मंगलवार को पेश की गई रिपोर्ट में रक्षा संबंधी स्थायी समिति ने 13वीं रक्षा योजना अवधि के दौरान हुई भारतीय वायुसेना के विमानों की दुर्घटनाओं की संख्या पर आंकड़े बताए. कुल 34 दुर्घटनाएं हुईं थीं, जिनमें 2021-22 में भारतीय वायुसेना के नौ विमानों के साथ दुर्घटनाएं हुईं और 2018-19 में 11 विमान दुर्घटनाएं शामिल हैं।
रिपोर्ट में कारण शीर्षक से एक कॉलम है जिसमें दुर्घटना की वजह मानवीय चूक को बताया गया है। उनकी यात्रा एक दुखद हादसे में तब्दील हो गई। हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद, हेलिकॉप्टर पहाडयों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुखद घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य कर्मियों की तुरंत मृत्यु हो गई थी. इस दुर्घटना के बाद, शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता ग्रूप कैप्टन वरुण सिंह अकेले जीवित बचे. उन्हें गंभीर चोटें आई थीं और उन्हें तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. लेकिन दुर्भाग्य से एक सप्ताह के भीतर इलाज के दौरान उनका भी निधन हो गया।
