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नई दिल्ली@ धक्का-मुक्की मामले पर संसद में मचा भारी बवाल

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@ संसद में धक्का-मुक्की पर शिवराज बोले राहुल ने गुंडागर्दी की:कांग्रेस ने लोकतंत्र को कुचला…
@ राहुल बोले…अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने की बीजेपी की स्ट्रैटजी
नई दिल्ली,19 दिसम्बर 2024 (ए)।
संसद में गुरुवार सुबह हुई धक्कामुक्की की घटना को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम शांति से प्रदर्शन करने आए थे, लेकिन भाजपा ने मसल पावर दिखाया। ये उनका अडाणी जैसे जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने का तरीका है। वहीं, भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अगर खड़गे-राहुल को माफी नहीं मांगनी थी तो प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की। उनका अहंकार झलक रहा है। आज जो संसद में हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। कांग्रेस ने गुंडे-पहलवान संसद में भेजे हैं।
दरअसल, भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने सुबह आरोप लगाया था कि राहुल ने उनके साथ धक्का-मुक्की की, जिससे उनके सिर में चोट आई। पार्टी के एक अन्य सांसद मुकेश राजपूत ने भी राहुल पर यही आरोप लगाए थे। हालांकि राहुल ने कहा कि भाजपा सांसदों ने उन्हें संसद में जाने से रोका, धमकाया और धक्का-मुक्की की।
संसद में गुरुवार सुबह आईएनडीआईए ब्लॉक अंबेडकर पर दिए शाह के बयान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था। इसी दौरान भाजपा और विपक्षी सांसद आमने-सामने आ गए। इस घटना के बाद ही धक्का-मुक्की शुरू हुई। गृहमंत्री कुछ बोलने से पहले फैक्ट चेक किया करें ।
खड़गे ने कहा कि, कल हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उसमें हमने बहुत सी चीजें आपको बताई थीं। और एक मुद्दा हमारे सामने आया है, जो आज की सरकार खासकर प्रधानमंत्री जी और हमारे होम मिनिस्टर बयान जो दे रहे हैं अंबेडकर पर, वो दुखदायक है। आप बगैर फैक्ट देखे बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बोल रहे हैं। जांच तो कर लें कि फैक्ट्स क्या हैं। उसके बाद आप नेहरू जी को गालियां दें, अंबेडकर को अपमानित करें।
संविधान पर चर्चा में अमित शाह ने भगवान की अलग व्याख्या कर दी
खड़गे ने कहा- 14 दिन सदन चलाने के लिए हमारा संकल्प था और हमने रोज प्रोटेस्ट किया। रोज मुद्दा था कि अडाणी जो देश को लूट रहे हैं, जो लूटने दे रहे हैं, उनके ऊपर हमारा हमला था, लेकिन बीच में जब संविधान की चर्चा आई, उस वक्त शाह जी को कहां से समझ में आया, किसने ज्ञान दिया,मुझे नहीं मालूम। उन्होंने भगवान की व्याख्या भी अलग कर दी।खड़गे ने कहा-अंबेडकर पूजनीय हैं, लेकिन शाह ने कहा कि कितना अंबेडकर, अंबेडकर बोलते हो, अगर इतना भगवान का नाम लेते तो 7 जन्म तक स्वर्ग में रहते। यह मानसिकता जिस लीडर की हो, वो निंदनीय है।
अडाणी से ध्यान भटकाने के लिए धक्का-मुक्की की गई
खड़गे बोले, अडाणी को पोर्ट, रोड, जमीन के ऊपर-नीचे जो है सब दे रहे हैं। रोज उसको बोलना चाहिए कि जहां जगह मिले, वहां नमस्ते करो बैठ जाओ और पैसे आ जाएंगे। ये लोग कभी भी अपनी गलती नहीं मान रहे हैं। हमने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री शाह को बर्खास्त करें। हमें मालूम है कि वो बर्खास्त नहीं करेंगे। सारे हिंदुस्तान में इसको लेकर प्रोटेस्ट हो रहे हैं, कई लोग, कई बच्चे कर रहे हैं। इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए दूसरे मुद्दे उठा रहे हैं।
कांग्रेस देशव्यापी आंदोलन करेगी
खड़गे ने कहा, हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे। देशव्यापी आंदोलन होगा। हर जगह आंदोलन इनकी गलती की वजह से चल रहा है। शाह ने कहा था कि खड़गे ने तोड़-मरोड़कर भाषण पेश किया है। मेरे स्टेटमेंट को जरा अच्छा दिखाइए, ऐसा 3 बार उन्होंने कहा। करने दीजिए उन्हें, सच बात उन्हें बतानी चाहिए, हमें नहीं। ज्यादा पब्लिसिटी उन्हीं की होती है। उनकी पूरी स्पीच कवर होती है। हमने ना धक्का दिया ना कुछ किया, वो हम पर आरोप लगाते जा रहे हैं।
राहुल जानबूझकर हमारे सांसदों के बीच आए…
शिवराज सिंह ने कहा कि, आज संसद के बाहर जो हुआ वह अशालीन, अशोभनीय और गुंडागर्दी से भरा व्यवहार था, जिसकी सभ्य समाज कल्पना नहीं कर सकता। विरोध प्रकट करने का अधिकार है। कांग्रेस भी कई दिनों से ऐसा कर रही थी। मकरद्वार पर उनके मेंबर्स खड़े होते थे, हम दरवाजा बदल लेते थे या चुपचाप चले जाते थे। आज जब भाजपा मेंबर्स वहां विरोध कर रहे थे, तब राहुल आए। सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि आप स्पेस का इस्तेमाल अंदर जाने के लिए करें। जानबूझकर, सोच-समझकर राहुल हमारे सांसदों के बीच पहुंच गए। उन्होंने ऐसा व्यवहार किया।
कांग्रेस ने संविधान को पैरों तले कुचला
शिवराज ने कहा कि हमारी आदिवासी सासंद कोन्याक ने जो कहा, उसे सुनकर दुख से मन भर जाता है। सभापति जी कह रहे कि सांसद उनके पास रोते हुए आए। क्या महिला आदिवासी सासंद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाएगा। मां बहन और बेटी का सम्मान भारत की परंपरा रही है। मैं तो कार्यक्रमों में जाता हूं तो बेटियों के पैर धोता हूं, लेकिन कांग्रेस के सांसदों ने मर्यादाएं तोड़ दीं। अध्यक्ष की आसंदी के ऊपर चढ़ गए। आसंदी की मर्यादा को पैरों तले रौंदा गया। संविधान को कुचला गया।
कांग्रेस सदन में गुंडे-पहलवान चुन रही है…
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने डेमोक्रेसी को कलंकित करने का पाप किया है। इसके लिए देश उन्हें माफ नहीं करेगा। यह गैर भारतीय आचरण है। अभी तक हम उम्मीदवार का चयन करते थे तो उसकी प्रेजेंटेशन की पावर देखते थे, लेकिन कांग्रेस ने परंपरा बदल रही है। पहलवान, गुंडे, उठाकर पटकने वाले चुन रही है। यह शर्मनाक है और मेरा सिर शर्म से झुक गया। हमारे सांसदों ने इसकी शिकायत भी की है। जो उचित और वैधानिक कार्रवाई होगी, भाजपा करेगी।
एक दिन पहले शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, बोले- मेरा बयान तोड़ा-मरोड़ा
राज्यसभा में अंबेडकर को लेकर अपनी टिप्पणी पर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद में बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया। जब साबित हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ना-मरोड़ना शुरू कर दिया। शाह ने कहा था कि- ​​​​​​खड़गेजी इस्तीफा मांग रहे हैं, उन्हें आनंद हो रहा है तो शायद मैं दे भी दूं पर उससे उनका काम नहीं बनना है। अभी 15 साल तक उन्हें जहां हैं, वहीं बैठना है, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली।
इससे पहले खड़गे ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की कि गृह मंत्री अमित शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त कर दें। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के पापों और बातों का बचाव करते हैं।दरअसल, गृह मंत्री शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था ,अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर,अंबेडकर…इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है।
अखाड़ा बना सदन…
दो सांसद घायल,आईसीयू में भर्ती हुए सांसद मुकेश राजपूत,
केंद्रीय मंत्री ने कहा…हमारे एमपी भी हाथ उठा देते तो?



डॉ. आंबेडकर के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी खींचतान ने संसद को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है। गृह मंत्री अमित शाह की आंबेडकर पर टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग की, जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया।इस बीच, संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की की घटना ने विवाद को और हवा दे दी है। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सारंगी का कहना है कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिर गया। इस घटना में सारंगी घायल हो गए। वहीं, फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को भी चोट लगी है और वे आईसीयू में भर्ती हैं।
सियासी संग्राम छिड़ा…बीजेपी के बाद कांग्रेस सांसद पहुंचे थाने
संसद परिसर में हुआ धक्का-मुक्की का मामला बढ़ता ही जा रहा है. अब इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने बीजेपी के 3 सांसद संसद मार्ग थाने पहुंचे हैं. शिकायती आवेदन लेकर बांसुरी स्वराज, अनुराग ठाकुर और हेमांग जोशी थाने पहुंचे हैं. बता दें कि कांग्रेस की महिला सांसद भी संसद मार्ग पुलिस स्टेशन गयी।
राहुल गांधी पर महिला सांसद ने लगाया चौंकाने वाला आरोप


संसद में धक्का-मुक्की कांड पर विवाद बढ़ गया है. इस बीच, बीजेपी ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने महिला सांसद को धक्का दिया, जिससे वो डर गई और असहज हो गईं. राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने स्वीकर किया है कि उनके पास महिला सांसद की शिकायत आई है. महिला सांसद उनके पास रोते हुए आईं थीं. दरअसल, नागालैंड की सांसद फांगनोन कोन्याक ने खुद पर हमले का आरोप लगाया है. इस मामले में राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ का बयान आया है. उन्होंने कहा, महिला सांसद मेरे पास रोती हुए आई थीं. मेरे पास सूचना है. उन्होंने मुझे लिखित शिकायत दी है. सांसद मुझसे मिली हैं. मैं इस पर चर्चा कर रहा हूं. वो बहुत शॉक में थीं. मैं इस मामले में ध्यान दे रहा हूं. इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, कांग्रेस बौखला गई है. राहुल गांधी ने गैर प्रजातांत्रिक तरीके से हमारे सांसदों के साथ धक्कामुक्की की. हमारे 2 सांसद घायल हुए. नागालैंड की बीजेपी महिला सांसद फांगनोन कोन्याक को राहुल गांधी ने धक्का दिया. वो प्रताड़ना के बराबर है. नागालैंड बीजेपी की सांसद फांगनोन कोन्याक भी सामने आई हैं. उन्होंने कहा, राज्यसभा के चेयरमैन से मिल चुकी हूं. मैं अपनी सुरक्षा की मांग कर चुकी हूं. अभी मेरा दिल बहुत भारी है. आज मैं बाहर शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट कर रही थी. राहुल गांधी बहुत करीब आकर खड़े हो गए. मैं अनकंफर्टेबल हो गई थी. राहुल गांधी मेरे ऊपर चिल्लाने लगे. राहुल गांधी को शोभा नहीं देता है कि एक महिला सांसद पर वो ऐसे चिल्लाएं. मैं बहुत दुखी हूं और मैं सुरक्षा चाहती हूं. उन्होंने कहा, मैं अनुसूचित जनजाति वर्ग से ताल्लुक रखती हूं और राहुल का ये बर्ताव अच्छा नहीं लगा. महिला सांसद कोन्याक ने शिकायती पत्र में कहा, मैं मकर द्वार (संसद) की सीढç¸यों के ठीक नीचे हाथ में एक तख्ती लिए खड़ी थी. सुरक्षाकर्मियों ने दूसरे दलों के सांसदों के लिए प्रवेश द्वार तक रास्ता बना रखा था. अचानक विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी अन्य पार्टी सांसदों के साथ मेरे सामने आ गए, जबकि उनके लिए रास्ता बनाया गया था. उन्होंने (राहुल गांधी) ऊंची आवाज में चिल्लाना शुरू कर दिया. वे मेरे इतने करीब आ गए थे कि मैं पूरी तरह अनकम्फर्टेबल हो गई और एक महिला सदस्य होने के नाते मुझे बहुत असहज महसूस हुआ. कोन्याक ने शिकायत में आगे कहा कि वह भारी मन से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों से पीछे हटीं और एक तरफ हो गईं, लेकिन मुझे लगा कि किसी भी संसद सदस्य को इस तरह से व्यवहार नहीं करना चाहिए.
खरगे भी हुए धक्का-मुक्की में घायल
स्पीकर को लिखा पत्र, कहा- मुझे भी लगी चोट

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को गुरुवार को उस चोट पाने वाले नेताओं की सूची में शामिल किया गया, जो सत्ताधारी और विपक्षी सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे एक पत्र में, खरगे ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का दिया और जमीन पर गिरने के लिए मजबूर किया, जिससे उनके घुटने में चोट आई। खरगे ने बताया कि इस चोट के कारण उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी थी।
खरगे ने पत्र में लिखा, इसके बाद, कांग्रेस के सांसदों ने मुझे एक कुर्सी पर बैठने में मदद की और मैं बड़ी मुश्किल से, अपने सहयोगियों की मदद से, लंगड़ाते हुए सुबह 11 बजे सदन में पहुंचा। उन्होंने यह भी बताया कि 82 वर्षीय खरगे का 2017 में दिल्ली के एम्स अस्पताल में बाएं घुटने का ऑपरेशन हुआ था।


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