बैकुण्ठपुर@लिरिक्स ओपन माइक 2024: कला,साहित्य और मनोरंजन का संगम, बैकुंठपुर में प्रतिभाओं ने मंच पर बिखेरी अद्वितीय चमक

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  • शायरी, कविता से कॉमेडी तक:लिरिक्स ओपन माइक 2024 में प्रतिभाओं का जलवा, 23 से अधिक कलाकारों ने जीता दर्शकों का दिल
  • स्थानीय प्रतिभाओं का मंच, वैश्विक पहचान का अवसर, कला और साहित्य के इस महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब

-संवादादाता-
बैकुण्ठपुर,09 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। कला, साहित्य और मनोरंजन की गंगा बहाने वाला कार्यक्रम लिरिक्स ओपन माइक 2024 ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियों और अद्वितीय प्रतिभाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन स्थानीय कलाकारों और नवोदित प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से होटल रामसेतु में सायं 5 बजे आरंभ हुआ। विभिन्न विधाओं में कला और साहित्य की प्रस्तुतियों ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ शारदा गुप्ता “विद्रूप” और राजीव गुप्ता “राज़ी” द्वारा हुआ, जिन्होंने अपने सधे हुए संचालन से पूरे आयोजन को जीवंत बना दिया। इस मंच पर 23 से अधिक प्रतिभागियों ने अपने कौशल और रचनात्मकता से दर्शकों का दिल जीता।
कार्यक्रम में भाग लेने वाली प्रतिभाएँ
इस कार्यक्रम में शामिल प्रतिभाओं ने विविध विधाओं जैसे कविता, शायरी, मिमिक्री, स्टैंडअप कॉमेडी, और रैप आदि में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनकी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया। लिरिक्स ओपन माइक 2024 में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस आयोजन में श्री संवर्त कुमार रूप, बैकुंठपुर से, जो एक पत्रकार हैं, ने कविता पाठ किया। बिशुनपुर से शिक्षिका श्रीमती तारा पांडे मुक्तकांक्षा ने अपनी कविताओं से सभी को प्रभावित किया। श्रीमती श्वेता सोनी, बैकुंठपुर की शिक्षिका ने भी अपनी उत्कृष्ट कविता का प्रदर्शन किया। बैकुंठपुर के स्वास्थ्यकर्मी कमलेश खाखा ने मिमिक्री में अपनी प्रतिभा दिखाई। चरचा के छात्र श्री स्वयं कुमार कर्ण ने रैप आर्टिस्ट के रूप में शानदार प्रस्तुति दी। रामगढ़ के छात्र अवध यदुवंशी ने कविता पाठ किया, जबकि बैकुंठपुर की शिक्षिका श्रीमती काजल पाठक और सुश्री अलीशा शेख ने भी अपनी रचनाओं से दर्शकों का दिल जीता। बैकुंठपुर के शिक्षक राजेश पांडे ने अपनी कविताओं से प्रभाव छोड़ा। सोनहत से चिकित्सक श्री राजकुमार शर्मा ने हास्य कविता प्रस्तुत कर दर्शकों को खूब हंसाया। बैकुंठपुर के शिक्षक श्री हरिकांत अग्निहोत्री “महर्षि” और चिरमिरी से एस.के. बघेल, भूपेश पनेरिया, और शंकर ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। चरचा की लेखिका और यूट्यूबर सुश्री काजल सिंह ने स्टैंडअप कॉमेडी के माध्यम से दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया। बैकुंठपुर की शिक्षिका विद्या दुबे ने अपनी रचनाओं से सभी को प्रभावित किया। बैकुंठपुर के शिक्षक सौरभ नामदेव और आदर्श तिवारी ने भी कविताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। चिरमिरी के अधिवक्ता अभिजीत ठाकुर ने शायरी के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त किया। प्रतापपुर के कृषक श्री रोहित मानिकपुरी ने अपनी कविताओं से ग्रामीण जीवन का चित्रण किया। भगवान दास ने अपनी भावनात्मक शायरी से सभी के दिलों को छू लिया। इन सभी प्रतिभागियों ने अपनी विविध प्रस्तुतियों से लिरिक्स ओपन माइक 2024 को एक यादगार आयोजन बना दिया।
कार्यक्रम की विविधता और दर्शकों की सराहना
कार्यक्रम में प्रत्येक प्रतिभागी ने अपनी कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कविताओं में जहां जीवन के विभिन्न पहलुओं को खूबसूरती से उकेरा गया, वहीं शायरी ने भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम प्रदान किया। मिमिक्री और स्टैंडअप कॉमेडी ने दर्शकों को हंसी के ठहाकों में लीन कर दिया, जबकि रैप प्रस्तुतियों ने युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया।
विशेष अतिथि और सांस्कृतिक रंग
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री सूरज सिंह परिहार रहे, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। उन्हें विशिष्ट अतिथियों के साथ मंच पर पुष्पगुच्छ और भेंट देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने स्वयं भी काव्य पाठ किया, जिससे दर्शकों में साहित्य के प्रति और अधिक रुचि जाग्रत हुई। कार्यक्रम को और अधिक रंगीन बनाने के लिए प्रसिद्ध गायकों ओम अग्रहरि, सचि पांडे और शुभांक सुर्वे ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सम्मान और स्मृति चिह्न वितरण
कार्यक्रम के समापन पर आयोजकों ने लिरिक्स ओपन माइक 2024 को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी प्रायोजकों और प्रतिभागियों को सम्मानित किया। प्रायोजकों को प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथीगण द्वारा स्मृति चिह्न भेंट किए गए। प्रतिभागियों को प्रायोजकों द्वारा प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए। पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री सूरज सिंह परिहार को प्रायोजकों और मीडिया साथियों के माध्यम से एक विशेष किताब भेंट की गई।
प्रायोजक और आयोजन समिति का योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में होटल रामसेतु, कंप्यूटर प्लाजा, शुभ डिलाइट केक एंड बेकर्स, डस्टिंग डॉक्टर, हरिओम स्टेशनरी और कस्तूरी स्टील जैसे प्रायोजकों का विशेष योगदान रहा। शारदा गुप्ता और राजीव गुप्ता ने अपने अथक प्रयासों से इस कार्यक्रम को सफल और यादगार बनाया। शारदा गुप्ता एवं राजीव गुप्ता ने भी अंत में अपनी प्रस्तुति दी..
भविष्य की योजनाएँ
कार्यक्रम के समापन पर शारदा गुप्ता एवं राजीव गुप्ता ने लिरिक्स ओपन माइक 2024 के अगले संस्करण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन निरंतर होता रहेगा और नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा। अगले संस्करण में और भी अधिक प्रतिभाओं को मौका देने की योजना है। लिरिक्स ओपन माइक 2024 ने न केवल कला और साहित्य के प्रति लोगों में रुचि बढ़ाई है, बल्कि उभरती हुई प्रतिभाओं को अपनी पहचान बनाने का एक सशक्त मंच भी प्रदान किया है। यह आयोजन स्थानीय समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत बना और इसे एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में लंबे समय तक याद किया जाएगा। कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि कला और साहित्य के प्रति जुनून रखने वाले कलाकारों को अगर सही मंच मिले, तो वे न केवल अपनी पहचान बना सकते हैं, बल्कि समाज को भी प्रेरित कर सकते हैं। लिरिक्स ओपन माइक 2024 का यह प्रयास निश्चित रूप से कला और संस्कृति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।


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