अंबिकापुर@कार्यशाला के माध्यम से बाल विवाह के दुष्टप्रभाव की दी गई जानकारी

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अंबिकापुर,05 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। शासकीय राजमोहिनी देवी कन्या स्नातकोार महाविद्यालय में महिला एवं बाल विकास विभाग, यूनिसेफ और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में 4 दिसंबर को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय किशोर सशक्तिकरण एवं बाल विवाह रोकथाम, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ था। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में ममता चौहान, यूनिसेफ, जिला समन्वयक, सुनीता भारद्वाज, महिला थाना प्रभारी, राज लक्ष्मी पाण्डे मबावि अम्बिकापुर शहरी, सुमंती खाखा ,विधिक सहपरवीक्षा अधिकारी, डॉ. खुशबू तिवारी परियोजना अधिकारी, अधीक्षक नारी निकेतन महिला एवं बाल विकास विभाग, सुमन द्विवेदी, केंद्र प्रशासक, सखी वन स्टॉप सेंटर, डॉ. डीके सोनी,वरिष्ठ वकील, डॉ . श्रीकांत सिंह चौहान, जिला नोडल अधिकारी सिकल सेल, स्वास्थ्य विभाग रहे। इनके द्वारा द्वारा विभिन्न मुद्दों पर जैसे बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, स्वास्थ्य, एनीमिया, सिकल सेल, शिक्षा, साइबर क्राइम, अभिव्यक्ति एप, नशामुक्ति , मानव तस्करी,घरेलू हिंसा, सेल्टर होम, टोनही प्रताडऩा, किशोर सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, पॉक्सो एक्ट, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोषण स्पॉन्सरशिप योजना, यातायात नियम, आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई । कार्यशाला में मुख्य वक्ता ममता चौहान ने बाल विवाह के दुष्टप्रभाव और रोकथाम पर अपनी प्रस्तुतीकरण दी। जिसमें छाीसगढ़ राज्य में बाल विवाह की स्थिति, बाल विवाह के कारण, प्रभाव, उपाय एवं बाल विवाह के खिलाफ कानूनी उपाय के बारे में जानकारी देते हुए सरगुजा जिला को बाल विवाह मुक्त करने की अपील भी किए। यौन शोषण के कानूनी जानकारी पर विस्तृत चर्चा हुई। इस कार्यशाला में महिला थाना की ज्योति पैकरा, दुर्गा सिंह, पैरा लीगल वॉलिंटियर, महाविद्यालय से रेड क्रॉस सोसायटी कार्यक्रम अधिकारी प्रियंका सिंह चंदेल, डॉ. अल्का जैन, प्रियंका टोप्पो उपस्थित रहीं ।


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