सुरजपुर@क्या ठगी के पैसे से खरीदी की गई लग्जरी कारें व बनाई गई आलीशान दुकान की होगी कुर्की-जब्ती !

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-ओमकार पांडेय-
सुरजपुर,01 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। असफाक उल्लाह को गिरफ्तार कर पुलिस ने अपनी इस आशय की उपयोगिता साबित कर दी की वह कानून व्यवस्था को लेकर सजग हैं और शिकायत प्राप्त होने पर वह कार्यवाही करने में विलंब नहीं करते और तत्काल शिकायत के आधार पर वह कार्यवाही करते हैं, लेकिन वहीं पुलिस की कार्यवाही के बाद यह प्रश्न भी खड़ा हुआ कि क्यों आखिर पुलिस ने पहले मामले में संज्ञान नहीं लिया? क्यों पहले से ही जब असफाक के विरुद्ध उसके चिटफंड व्यवसाय के विरुद्ध खबर प्रकाशित हो रही थी तभी कार्यवाही नहीं की पुलिस ने? क्यों पुलिस ने तब असफाक को नहीं रोका और रोककर क्यों नहीं सैकड़ों लोगों का करोड़ों रुपए डूबने से बचाया? वहीं तब पुलिस ने क्यों असफाक और उसके पिता की शिकायत को तवज्जो दिया और शिक¸ायत पर पत्रकार को परेशान किया पूछताछ खबर को लेकर क्यों किया? जबकि पुलिस को असफाक और उसके पिता को ही रोकना था खबर के आधार पर संज्ञान लेकर। वैसे अब जो हो चुका है और जो ठगी बड़ी अब अंजाम दी जा चुकी है उसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि अब जिन लोगों की गाढ़ी कमाई असफाक और उसके पिता ने डूबा दी है अपने ऐशोआराम के लिए वह पैसा अब उन्हें कैसे वापस होगा जिनकी जीवन भर की कमाई थी वह?
पुलिस कर्मी भी कुछ हैं निवेशक,क्या पहले वह अपने पैसे की वापसी के लिए प्रयास करेंगे?
असफाक के पास पैसा निवेश करने वाले कुछ पुलिसकर्मियों का भी पैसा दुगुना होने की लालच में फंसा है। क्या वह पहले अपना पैसा निकलवाने की कोशिश करेंगे फिर अन्य का पैसा वापसी का उनका प्रयास होगा यह भी सवाल है वहीं ऐसी बातें सुनी जा रही हैं। क्या रिमांड अवधि में ही पुलिस कर्मियों के निवेश का मामला सुलझ जाएगा और वह अपना पैसा वापस पाने में सफल हो जायेगे यह भी बड़ा सवाल है जिसकी चर्चा जारी है। वैसे यदि ऐसा कुछ हुआ तो अन्य निवेशक जो शिकायत करके अपने पैसे की वापसी की उम्मीद में हैं उनकी उम्मीद टूट जाएगी क्योंकि सभी का पैसा भरपाई कर सके अशफाक इतनी रकम उसने एशो आराम और अय्याशी के बाद बचा रखी है लगता नहीं है।
बड़े निवेशक यदि नहीं आए सामने ,असफाक उसके पिता को मिलेगी मदद,जल्द जाएंगे वह जेल से छूट
वैसे माना जा रहा है कि यदि बड़े निवेशक सामने नहीं आयेगे तो अशफाक और उसके पिता के लिए यह राहत की बात होगी और वह जल्द कानूनी उलझनों से बरी हो जायेगे। बड़े निवेशकों के सामने आने के बाद ही कुल ठगी का सच सामने होगा और तभी यह तय होगा कि मामला कितना बड़ा है और तभी असफाक और उसके पिता को कानूनी दिक्कतें होंगी वरना वह बच निकलेंगे और 3 से 4 करोड़ वह भुगतान भी शायद कर ले जाएं और बड़े निवेशक फिर शिकायत कर भी कुछ नहीं पाएंगे दोनों से।
क्या केवल मेहनत की कमाई वाले ही बनेंगे शिकायतकर्ता,क्या बड़े दो नंबर वाले निवेशक रहेंगे मौन,क्या वह अपना निवेश जायेंगे भूल?
वैसे अब तक की शिक¸ायत जो सामने आई है जिसके आधार पर असफाक और उसके पिता को पुलिस ने गिरफ्त में लिया है एक को जेल दाखिल किया है एक को रिमांड में लिया है उसमे सभी मेहनत की कमाई वाले निवेशक हैं जिन्होंने अशफाक को अपनी गाढ़ी कमाई जीवन भर की कमाई सौंप दी थी दोगुने के लालच में। मेहनत की कमाई जीवन भर की कमाई डूबते देख उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने पैसा वापसी की उम्मीद में शिकायत की है वहीं जो बड़े निवेशक बताए जा रहे हैं वह अपना पैसा दो नंबर का होने की वजह से वापस नहीं मांग पा रहे हैं और इसलिए मौन हैं । क्या वह अपना निवेश भूल जाएंगे अब यह भी सवाल खड़ा हो रहा है?
असफाक के गुर्गों और सहयोगियों से भी होनी चाहिए पूछताछ,होनी चाहिए उनपर भी कार्यवाही
लोगों का कहना है की असफाक के पास निवेश करने के लिए प्रेरित करने का काम कुछ उसके गुर्गे करते थे और जो उसके ही रहमो कर्मों पर पलते भी थे। ऐसे लोग यह तलाशते थे दिनभर की कौन लालच में आकर या किसी मजबूरी की वजह से लालच में आकर अपनी गाढ़ी कमाई का जुआं खेल सकता है। ऐसे लोग एक तरह से असफाक के लिए गुर्गे का काम करते थे उसके लिए दलाली का काम करते थे वहीं वह ऐसे लोगों के साथ विश्वासघात करते थे जो उनपर काफी विश्वास करते थे और उनकी गाढ़ी कमाई वह असफाक के हवाले करते थे और फिर अपनी दलाली लेकर किनारे निकल लेते थे। ऐसे लोगों को दलालों को भी पुलिस को चिन्हांकित कर शिक¸ायत करने वालों से पूछकर बुलाना चाहिए और उनसे भी वसूली का प्रयास कर ठगी के शिकार लोगों को पैसा लौटाना चाहिए।वैसे ऐसे दलालों ने सबसे ज्यादा विश्वासघात अपने ही सगे संबंधियों से दोस्तों से किया है और पैसा डूबना तय है यह जानते हुए भी लोगों को उकसाया परिचितों को नुकसान पहुंचाया।
क्या अब असफाक और उसके पिता की संपत्ति जो ठगी के पैसे से अर्जित की गई हैं वह नीलाम कुर्क होंगी?
क्या अब असफाक और उसके पिता की संपत्ती जिसमें उसकी महंगी गाडि़यां जिसमे विदेशी गाडि़यां भी हैं और देश की भी महंगी गाडि़यां हैं और उनका वह मकान दुकान जो काफी आलीशान बनाया गया है और वह अचल संपçायां जो पैतृक हैं या ठगी के पैसे से अर्जित की गई हैं वह नीलाम कुर्क होंगी? जिससे मिलने वाली रकम से लोगों का वह पैसा वापस मिल सके जो वह असफाक के पास निवेश तो दुगने की लालच में किए लेकिन अब वह डूब चुका है। वैसे अभी तक जितनी शिक¸ायत मिली है उतनी शिकायतों के शिकायतकर्ताओं की राशि वापस हो सके इतनी संपत्ती असफाक के पास चल अचल है, अभी यह माना जा रहा है क्योंकि अभी तक की शिकायत अनुसार ठगी की राशि 3 से 4 करोड़ के बीच की समझ आ रही है वहीं अनुमान है कि ठगी 200 करोड़ से अधिक की है ओर ज्यादातर शिकायतकर्ता इसलिए शिकायत नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनका पैसा एक नंबर का नहीं है या उनकी शिकायत के बाद उन्हें आयकर विभाग से खतरा है। वैसे यदि वास्तविक शिकायत जो अब तक प्राप्त शिकायत है वही है तो इतनी शिकायतों का भुगतान असफाक की चल संपत्तियों अचल संपत्तीयों से की जा सकती है यह माना जा रहा है। अब देखना है कि पुलिस आगे क्या करती है या आगे असफाक और उसके पिता से कैसे वसूली होती है उनके लिए जिन्होंने रकम दुगने की लालच में असफाक के पास निवेश किया है।
कई असफाक के पास सीधे निवेशक करने नहीं पहुंचते थे…
वैसे असफाक की महंगी गाडि़यां जिनमें देशी विदेशी गाडि़यां हैं वह कहां हैं यह भी बड़ा सवाल है वहीं इस पूरे मामले का एक पहलू और है वह यह की असफाक के पास सभी निवेशक सीधे पैसा निवेश करने नहीं पहुंचते थे कई बार या अधिकाशं बार असफाक के लिए काम करने वाले उसके गुर्गे जो ठगी के एक हिस्से के हकदार हुआ करते थे वही निवेशकों को आकर्षित करते थे उन्हें प्रलोभन देकर अपनी गाढ़ी कमाई असफाक के पास निवेश करने उकसाते थे यह बताया जा रहा है और वह भी इस कार्यवाही की जद में आएं और पुलिस उन्हें भी उठाए शिकायतकर्ताओं से पूछकर की उन्हे निवेश के लिए कौन प्रेरित किया प्रलोभन किसने दोगुने का दिया ऐसे में पुलिस ज्यादा से ज्यादा लोगों का नुकसान भरपाई करवा पाएगी और तभी ठगी के इस मामले में अधिकांश लोग अपनी गाढ़ी कमाई वापस पा सकेंगे। वैसे असफाक के गुर्गों की भी संपçा काफी बढ़ी है और उनके पास भी कुछ अंश है ऐसा मानकर ही पुलिस को जांच की दिशा तय करनी चाहिए ऐसा लोगों का मानना है।
शिकायतकर्ताओं में अब तक केवल छोटे रकम के ही शिकायतकर्ता,ठगी के बड़े शिकार हैं मौन,क्या है वजह?
असफाक और उसके पिता के द्वारा कुल ठगी 200 करोड़ से ज्यादा की की गई है ऐसा अनुमान है वहीं अब तक पुलिस के पास दर्ज शिकायतों को देखा जाए तो अभी कुल शिकायत 2 करोड़ के आसपास ही ठगी का है या कम का है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्यों लोग शिकायत नहीं कर रहे हैं। वैसे असफाक के उसके पिता के ठगी के करोबार को करीब से जानने वाले बताते हैं कि ठगी 200 करोड़ से ज्यादा का है ऐसी अफवाह झूठी ही है ऐसा मानना गलती होगी बड़ी ,बड़े निवेशक शिकायत नहीं कर रहे हैं और वह अभी मौन हैं इसलिए ठगी का पूरा मामला 2 करोड़ या उससे कम के आसपास का समझ में आ रहा है। बड़े निवेशकों के सामने आते ही शिकायत अनुमान के करीब की होगी यह तय है ऐसा बताया जा रहा है। वैसे बड़े निवेशक जो ठगी के शिकार हुए हैं वह क्यों मौन हैं यह भी सवाल उठ रहा है और माना जा रहा है कि मामला इनकम टैक्स वाला है और यही भय बड़े निवेशकों को शिकायत से रोक रहा है। बड़े निवेशकों को यह असमंजस है कि वह कैसे शिक¸ायत अपनी दर्ज करें जबकि वह अपनी रकम सीधे तौर पर नहीं बता सकते। कुल मिलाकर यहा कहा जाए कि बड़े निवेशक पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और कैसे उनका पैसा वापस मिले वह इस जुगत में भी लगे है।


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