@ बीजापुर में रात में कराया फिजिकल टेस्ट
@ वनविभाग की मनमानी से युवाओ में आक्रोश.
बीजापुर19 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में वनविभाग के वनरक्षक भर्ती मामले में एक नई धांधली सामने आई है। बता दें, जिला मुख्यालय के एजुकेशन सिटी में 16 से 20 नवंबर तक वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में 70 पदों के लिए फिजिकल टेस्ट होनी थी।खेल करने में वनविभाग को पार पाना किसी और के बस में नहीं हैं।पूर्व की भूपेश सरकार में घोटालों के नाम से जाना जाता था आज भी अफसर वही काम करते आ रहे है. सांय सरकार के आने के बाद भी वनविभाग का तरीका नहीं बदला.सूत्रो के अनुसार इस खेल में लाखो का वारा न्यारा होने की जानकारी सामने आ रही है।भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े फैसले लेने की आवश्यकता है.
इसकी जिम्मेदारी वनविभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अधिकारियो और कर्मचारियों को दी गई है। इसके लिए अभ्यर्थी अपना फिजिकल टेस्ट पास करने के लिए सुबह से ही एजुकेशन सिटी के फुटबॉल ग्राउंड में नजर आ रहे है और अपनी पारी का इंतजार कर रहे है।बेरोजगारी से जूझते
युवा अपनी किस्मत को ही कोस रहे है.युवाओ के साथ अन्याय कब बंद होगा.रात को फिजिकल करवाना समझ से परे हैं.लेकिन अब देखा जा रहा है कि इसके लिए आवेदन दिए लगभग 9500 अभ्यर्थियों को दिन के साथ-साथ रात में भी फिजिकल टेस्ट करवाया जा रहा है।
डीएफ ओ ने नहीं दिखाया अनुमति पत्र
हालांकि इस मामले पर क्षेत्र के जिला वन अधिकारी ने कहा, यह फिजिकल टेस्ट रायपुर के पीसीसीएफ कार्यालय से अनुमति लेकर करवाया जा रहा।लेकिन, जब उनसे अनुमति का पत्र
माँगा गया तो उन्होंने खबर लिखे जाने तक मीडिया को प्राप्त अनुमति पत्र साझा नहीं गया।इससे यह बात तो साफ़ है की वनविभाग में बड़ा खेल कर दिया गया.
अधिकारियों के द्वारा गोलमाल करने का प्लान: अभ्यर्थी
वन विभाग के इस खेल को लेकर बहुत सी बाते सुनने में आ रही है.ऐसे में नाराज अभ्यर्थियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमने इस पद के लिए जी तोड़ मेहनत की है, लेकिन वनविभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अधिकारी और कर्मचारी अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट रात्रि में करवा रहे है, जो की सरासर गलत है।
साथ ही अभ्यर्थियों ने यह भी अटकलें लगाई हैं कि कहीं न कही वनरक्षक की भर्ती प्रक्रिया में अधिकारियों ने कुछ गोलमाल करने का षड्यंत्र रचा है और कुछ चुनिंदा अभ्यर्थियों से पैसे का लेनदेन करने का विचार कर रहे हैं।हालांकि इस संबध में वनविभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अधिकारी इस घोटाले में अपने आपको बचाते हुए अपनी अलग कहानी बताते है उनका कहना है की भर्ती प्रकिया में कोई भी गड़बड़ी नहीं हो रही है।हर जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है और नियम के साथ भर्ती की प्रकिया की चल रही है।खैर वनविभाग अक्सर अपने कारनामों से ही चर्चा में रहा है इस मामले से फिर एक बार वनविभाग का फर्जीवाड़ा सामने आ गया है।
नियम को ताक पर रखकर विभाग करवा रहा फिजिकल टेस्ट
वनरक्षक भर्ती परीक्षा का फिजिकल टेस्ट सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच पर्याप्त रोशनी की अवस्था में कराए जाने का प्रावधान है। यही बात भर्ती के नियमों में भी लिखा है।लेकिन, पीसीसीएफ के इस आदेश की अवहेलना कर वनविभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अधिकारी व कर्मचारी रात के अँधेरे में शनिवार को अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट कराते नजर आ रहे हैं।इस मामले को लेकर युवाओ में आक्रोश दिखने लगा है.