आदमी की जरुरत है रोटी कपड़ा और मकान और इसलिए ही आदमी जहाँ इंडस्ट्री होती है वहाँ लगन से काम होता है। हमें तो इंजीनियरिंग कॉलेज में यही सिखाया है किसी भी प्रोजेक्ट के लिए साइट का विजिट जरुरी है। जहाँ तक रेलवे का प्रश्न है आप इस ट्रेन न 01044 जो समस्तीपुर लोकमान्य तिलक का 9 तारीख के खुलने का पता कीजिये 45घंटे बाद ये ट्रेन खुली है औऱ उसके देरी होने का कारण पर विचार करें ट्रेन कहाँ और कैसे चल रहा है उसे भी ध्यान देना जरुरी है ट्रेन में जो गरीब लोग हैं उनके जनरल बौगी का हाल और भीड़ का पता कीजिये किस कष्ट से सफर कर रहें हैं और जो मिडिल फैमली है उसमें भी स्लीपर का हाल देखना जरुरी है जो अन्य देश में भेड़ बकरी की तरह नहीं बैठते है जहाँ तक पूजा का सवाल हैं। माननीय बिहार के मुख्य मंत्री श्री नीतीश कुमार जी जो कभी रेल मंत्री थे उन्होंने पटना से मुंबई तक सुपरफ़ास्ट ट्रेन चलाया था और हर स्टेशन व प्लेटफॉर्म पर आगे से उसका कंस्ट्रक्शन डिज़ाइन किस तरह से कायाकल्प किया ऐ देखने को मिलेगा मेरी बच्ची बीमार थी और अंत में फ्लाइट का महंगा ट्रेन लेना पड़ा अमेरिका के रेलवे स्टेशन और बौगी की सफाई व बैढ़ने की क्षमता देखिये लेकिन यहाँ तो जनरल बौगी में तो सांस लेना मुश्किल हो जाता है। मैं भगवान राम के अलावा किसी से नहीं डरता हूँ। इसलिए राममंदिर बनने की वजह से माननीय प्रधानमंत्री जी को ही सबसे ज्यादा प्रिय मानता हूँ लेकिन किसी भी कुव्यवस्था को ठीक करने हेतु हकीकत जानना जरुरी है। और इसके लिए जरुरत है खुद उस परिस्थिति में देखें क़ोई भी सेक्टर हो वहाँ देरी होने से अवश्य ही नुकसान होता है जो आज का काम कल के भरोसा पर क्यों छोड़ दें इसके लिए लोजेस्टिक और सप्लाई चैन को जानना बहुत जरुरी है। लॉजिस्टिक्स का मतलब ग्राहक तक माल की कुशल और लागत प्रभावी डिलीवरी पर है। आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन कच्चे माल के तैयार माल में विकास को नियंत्रित करता है जो आपूर्तिकर्ता से उत्पादक, गोदाम से खुदरा विक्रेताओं और/या उपभोक्ताओं तक जाता है।इसपर यदि ध्यान दिया जायेगा तो ऐ मालूम होगा की फ्यूचर में किसी चीज की कितना डिमांड होगा और समय से डिलीवरी हुई या नहीं अतः आप इस सन्दर्भ में ले पर्व में जाने वाली यात्रियों की संख्या क्या हो सकती है और उसके अनुसार साधन कितने हैं इसमें समय सबसे महत्व रखता है सेफ्टी भी समय के अनुसार देखना जरुरी जैसे किसी प्रोडक्ट की गुणवत्ता जरुरी है इसके लिए मानक कोड का पालन हो रहा है ऐ अच्छी बात है रेलवे की सुरक्षा जरुरी है लेकिन ऐ भी जरुरी है इवेंट मॅनॅग्मेंट ताकि तुरंत सुरक्षा का पालन करते हुए उसका सही समय पर प्रबंधन करना,
किसी भी परियोजना के लिए समय बहुत महत्वपूर्ण है।अगर डिले होगा तो आई आई आर गिर जाएगा और उसका नुकसान रेवेन्यू पर पड़ेगा। अतः समय से अगर नहीं है तो कोड में हर चीज का टाइम फ्रेम है सुरक्षा प्राकृतिक़ आपदा में अवश्य काम आएगी लेकिन जब कोई दुकान ही सोमवार की जगह बुधबार को खुलेगा तो क़ोई समान लेने नहीं जायेगा भले ही क्यों ना वो सुरक्षित व मलिटी प्रोडक्ट रखता हो.आज भी ट्रेन में बहुत से काम मैन्युअल ही हो रहें है जैसे ट्रेन की बॉगी को जोड़ने हेतु कपलिंग करना आजतक में दिखाए गए न्यूज़ के अनुसार शनिवार को बिहार के बरौनी जंक्शन पर शंटिंग ऑपरेशन के दौरान दो बॉगी को जोड़ने के लिए कपलिंग करते वक़्त गलत सिग्नल के कारण 25 वर्षीय रेलवे कर्मचारी मुकेश कुमार की मौत हो गई। ऑपरेशन के दौरान, पॉइंट्समैन मोहम्मद सुलेमान ने लोकोमोटिव ड्राइवर को गलत सिग्नल दिया, जिससे कुमार इंजन और पावर कार के बफर्स के बीच फंस गए।यही काम विदेशों में ऑटोमेटेड होता है और यहाँ मैन्युअल जिससे ऐ घटना घटी सुधार की आवश्यकता है जिसे नकारा नहीं जा सकता है बाहर क्या हो रहा है उससे क्या मतलब जो यहाँ हो रहा है उसपर ध्यान देना जरुरी
संजय गोस्वामी
मुंबई महाराष्ट्र
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