वन कर्मचारी,ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
सूरजपुर,06 नवम्बर 2024 (घटती-घटना)। 3 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हटाने मंगलवार की दोपहर फॉरेस्ट की टीम जेसीबी लेकर पहुंची थी। कार्रवाई से गुस्साए ग्रामीणों ने अचानक टीम पर हमला बोल दिया। फॉरेस्ट टीम को उन्होंने दौड़ा दौड़ाकर पीटा। इस दौरान वन कर्मचारी भागते नजर आए। यह पूरा मामला सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत धरमपुर सर्किल के गेरुआ मुड़ा के पास का है। यहां इतना विवाद बढ़ गया कि ग्रामीणों ने जान बचाकर फॉरेस्ट टीम को भागना पड़ा। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला संभाला। ग्रामीणों का कहना था कि वन कर्मचारियों की मिलीभगत से ही वन भूमि पर काफी अतिक्रमण हो चुका है।
हम आपको बता दें कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत धरमपुर सर्किल के गेरुआमुड़ा सडक किनारे क्षेत्र के कुछ ग्रामीणों द्वारा लगभग 3 एकड़ की भूमि पर खलिहान बनाकर कजा कर लिया गया था। यह जानकारी जब वन विभाग को लगी तो वे मंगलवार की दोपहर कजा हटाने जेसीबी लेकर पहुंच गए। उन्होंने अतिक्रमित जमीन की खुदाई शुरू कर घेरा लगन शुरू ही किया था कि उनकी कजाधारी ग्रामीणों से जमकर बहस होने लगी। ग्रामीण कार्रवाई का विरोध करने लगे। देखते ही देखते दोनों के बीच झड़प हो गई और ग्रामीणों ने फोरेस्ट टीम पर हमला बोल दिया। उन्होंने दौड़ा-दौड़ाकर वन कर्मचारियों को पीटना शुरू कर दिया। इस स्थिति के बीच वन कर्मचारी किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे। फिर उन्होंने प्रतापपुर पुलिस को मामले की सूचना दी।
ग्रामीणों का है ये आरोप
से वन कर्मचारियों ने रिश्वत की मांग की थी। जब रुपए नहीं दिए गए तो विभाग ने कार्रवाई की तैयारी कर ली। इसी कड़ी में मंगलवार को वन विभाग की टीम जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंची थी।
पुलिस ने मौके पर
पहुंचकर संभाला मोर्चा
वन कर्मचारियों की सूचना पर प्रतापपुर थाने व खडग़वां चौकी से बड़ी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचा और मोर्चा संभाला। तनाव की स्थिति देखते हुए काफी देर तक मौके पर पुलिस बल तैनात रहा। किसी तरह मामला शांत हुआ।
फॉरेस्ट एसडीओ
का है ये कहना
अतिक्रमण हटाने गए वन कर्मचारियों पर हमले को लेकर प्रतापपुर वन विभाग के एसडीओ आशुतोष भगत ने कहा कि वहां स्थिति बिगड़ गई थी। इस घटना की जांच की जा रही है।
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