@प्रदेश वैसे तो हैं 11 मंत्री लेकिन दौड़ सबसे ज्यादा स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ही लगा रहे हैं।
@ स्वास्थ्य मंत्री सरकार के लिए हर विभाग की जिम्मेदारी लेकर सार्वजनिक जाहिर करते हैं अपनी प्रतिक्रिया।
@ छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री वंदे भारत एक्सप्रेस से भी तेज चल रहे हैं…हर जगह उनकी उपस्थिति दर्ज होती नजर आ रही है।
-विशेष संवाददाता-
रायपुर 30 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मंत्री बनते ही विवादों के चपेट में आ गए थे, खबरों में भी उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं ऐसा लगा कि स्वास्थ्य मंत्री अब उड़ ही जाएंगे, विवाद भी कुछ अजीबोगरीब रहा अपने ओएसडी से लेकर तमाम तरह की परेशानियों से वह घिरे रहे, आलोचनाएं भी उन्हें खूब झेलनी पड़ी पर अचानक उन्होंने अपने अंदर परिवर्तन लाया, परिवर्तन ऐसा लाया कि अब तो वह मुख्यमंत्री के लिए ही हनुमान साबित हो रहे हैं, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री की सारी जवाबदारी इस समय स्वास्थ्य मंत्री के कंधों पर ही देखी जा रही है, वहीं अपना विभाग तो है ही, विवादों के बीच उन्होंने अपने आप को संभालने के लिए प्रयास किया साथ ही पार्टी ने भी स्वास्थ्य मंत्री पर भरोसा बनाए रखा, आज यह भले से उपमुख्यमंत्री नहीं है पर उपमुख्यमंत्री से कम भी नहीं हैं क्योंकि अब यह मुख्यमंत्री की ही जिम्मेदारियां को भली भांति लिए चल रहे हैं, जहां मुख्यमंत्री होते हैं वहां स्वास्थ्य मंत्री आपको मिल ही जाएंगे, मुख्यमंत्री का भरोसा भी लगता है स्वास्थ्य मंत्री पर ही सबसे ज्यादा है इसीलिए उनका प्रतिनिधित्व भी कई बार करते नजर आए हैं। सरकार को लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री भारत के वंदे भारत ट्रेन से भी ज्यादा तेज चल रहे है जहां सभी मंत्रियों से वह तेज काम करते नजर आ जाएंगे, स्वास्थ्य मंत्री लगातार दौड़ते नजर आएंगे उनकी व्यस्तता हमेशा ही बनी रहती है सभी के बीच पहुंचना उनकी प्राथमिकता रहती है। मीडिया से भी वह जुड़े रहते हैं वहीं उनका जनसरोकार भी बढç¸या अब नजर आ रहा है। प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल के एक वर्ष की अवधि को पूर्ण करने जा रही है वहीं अब प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के अन्य मंत्रियों के कार्यकाल की समीक्षा भी हो रही है। प्रदेश में इस बार की भाजपा सरकार नए प्रयोग के तहत मंत्रिमंडल का विस्तार करती नजर आई जो देखने को मिला।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बनते ही ऐसा नहीं है कि श्याम बिहारी पूरी तरह अपनी नई जिम्मेदारी के प्रति बेहतर साबित हुए…पहले वह आलोचनाओं के शिकार हुए
प्रदेश में सबसे पहले तो भाजपा ने आदिवासी समुदाय के व्यक्ति विधायक को प्रदेश की कमान सौंपने मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया वहीं जब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो यह देखने को मिला कि इस बार भाजपा ने पुराने और नए चेहरों के बीच सामंजस्य बनाने का काम किया और पूर्व के कई कैबिनेट मंत्री रह चुके इस बार निर्वाचित होकर आए विधायकों को पार्टी ने मंत्री नहीं बनाया और कुछ पुराने और कुछ नए युवा विधायकों से साथ एक नए कलेवर के साथ सरकार का नया रूप पार्टी ने सामने रखा। प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान प्रमुख विभागों के बंटवारे के दौरान भी पार्टी ने काफी अचंभित किया लोगों को और कई राजनीतिक विश्लेषकों को और कई महत्वपूर्ण विभाग युवा विधायकों को पार्टी के द्वारा प्रदान किए गया, इसी क्रम में मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई और एक तरह से उनके ऊपर पार्टी ने बड़ा विश्वास जाहिर करते हुए उन्हें प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कार्य करने जिम्मेदारी प्रदान किया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बनते ही ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह अपनी नई जिम्मेदारी के प्रति बेहतर साबित हुए पहले वह आलोचनाओं के शिकार हुए और उन्हे काफी कुछ आलोचनाएं सहनी पड़ी प्रदेश की बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था से उन्हें दो चार होना पड़ा लेकिन अब जब सरकार को धीरे धीरे एक वर्ष के कार्यकाल तक पहुंचते देखा जा रहा है स्वास्थ्य मंत्री का स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति किया गया कार्य भी नजर आने लगा है वहीं अब स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए बेहतर से बेहतर योजनाएं बनाते नजर आ रहे हैं वहीं उन्हें अमली जामा भी वह पहनाने में पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री केवल स्वास्थ्य व्यवस्था तक ही अपनी जिम्मेदारी मानकर कार्य नहीं कर रहे यह भी देखने को मिल रहा है स्वास्थ्य मंत्री अन्य शासन के मामलों में भी पूरी तरह खुद को सामने ला रहे हैं और जरूरत पड़ने पर बयान भी वह जारी कर लोगों की जिज्ञासाओं सहित उनके प्रश्नों का उत्तर दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी बयान दिया और उन्होंने यह कहा कि प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था अब पटरी पर आने लगी है। बता दें कि इस बीच सरकार के कार्यकाल के बीच यह भी देखने को मिला कि स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य क्षेत्र में भी काफी कुछ उपलब्धियां खुद के कार्यकाल के लिए साबित कर सके हैं वहीं यह उनकी उपलब्धियां प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित होगी जो प्रदेश के लोगों को निश्चिंतता प्रदान करेगी स्वास्थ्य संदर्भ में।
निरीक्षण के दौरान मरीज को भी भाजपा समर्थक का दर्जा देकर करते हैं प्रणाम
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल में एक खूबी है जो काफी देखने को मिलती है निरीक्षण के दौरान जब वह अस्पतालों में जाते हैं वह भर्ती मरीजों लोगों को भाजपा का समर्थक मानकर या फिर भाजपा के विचारधारा से जुड़ने के लिए अपने स्वभाव से प्रेरित करते हैं बड़ा छोटा सभी को प्रणाम करते उनकी तस्वीरें अक्सर देखी जाती हैं हाल फिलहाल में ही कई अस्पतालों के निरीक्षण में उन्होंने मरीजों के हाल-चाल जानने के लिए पहुंचते तो है पर पहले उनसे दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करते हैं उसके बाद हाल-चाल जानते हैं।
उपमुख्यमंत्री से कम नहीं
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल वैसे तो उप मुख्यमंत्री नहीं हैं वह केवल कैबिनेट मंत्री हैं लेकिन वह जिस तरह सरकार में काम कर रहे हैं और जिस ऊर्जा से वह काम कर रहे है जिस तरह सरकार सहित पार्टी में उनका विश्वास कायम है वह उप मुख्यमंत्री से कम भी नहीं हैं। स्वास्थ्य मंत्री को काफी जिम्मेदारियां मिली हुईं हैं और वह काफी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं यह देखा भी जा रहा है।
लोकसभा के बाद नगरीय निकाय चुनाव में भी जिम्मेदारी निभाएंगे, अपने क्षेत्र में जीत दिलाना पहली प्राथमिकता होगी
स्वास्थ्य मंत्री अब नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभायेंगे,स्वास्थ्य मंत्री की पहली प्राथमिकता होगी कि वह अपने क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने में उनकी मदद करें वहीं वह पार्टी प्रत्याशियों की जीत पूरे प्रदेश में भी तय करने प्रयास करें। स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में खासकर जिले में एक नगर निगम भी शामिल है जहां कांग्रेस का कब्जा है वर्तमान में और जहां भाजपा इस बार कब्जा दर्ज करे यह स्वास्थ्य मंत्री को तय करना होगा। स्वास्थ्य मंत्री के लिए पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव काफी कुछ साबित करने के लिए एक अभियान होगा जहां वह जीत ही जीत तय करने पूरा प्रयास करते नजर आयेंगे।
डगमगाते संभालते अब तक का इनका मंत्री पद का कार्यकाल
स्वास्थ्य मंत्री का मंत्री पद का कार्यकाल अब एक वर्ष का होने जा रहा है। सरकार के साथ ही इनका भी कार्यकाल शुरू हुआ है। अब तक के सफर में कई बार इन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा आलोचनाओं से भी यह घिरे नजर आए। सभी कुछ सहते और डगमगाते स्वास्थ्य मंत्री धीरे धीरे स्थिर हुए और अब लंबी पारी के लिए वह तैयार हैं। स्वास्थ्य मंत्री की लंबी पारी में अब शायद उनकी उपलब्धि ही देखने को मिलेगी क्योंकि उन्होंने साफ कर दिया हैं कि वह स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर वह कोई कोताही न बर्दाश्त करेंगे वहीं न ही वह कमियां रहने देंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी जाहिर करना शुरू कर दिया है कि वह प्रदेश को स्वास्थ्य मामले में अव्वल लाकर रहेंगे।
मुख्यमंत्री के काफी पसंदीदा मंत्रियों में है शुमार
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मुख्यमंत्री के पसंदीदा मंत्रियों में शुमार हैं, स्वास्थ्य मंत्री को लेकर मुख्यमंत्री को काफी संजीदा देखा जा रहा है। कहीं भी वह उन्हें साथ लेकर जा रहे हैं या फिर जहां उन्हें जाना है स्वास्थ्य मंत्री को भेज रहे हैं। मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य मंत्री पर सबसे ज्यादा विश्वास है यह नजर आ रहा है।
रायपुर उपचुनाव के बीच जिम्मेदारी निभा रहे हैं
रायपुर उप चुनाव में भी वह जिम्मेदारी निभा रहे हैं वहीं वह इसी बीच अपने पद का भी दायित्व निभा रहे हैं। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा ने अपना प्रत्याशी सुनील सोनी को बनाया है। सुनील सोनी की जीत भाजपा के लिए साथ ही बृजमोहन अग्रवाल के लिए प्रतिष्ठा की सीट है क्योंकि इस सीट पर हमेशा भाजपा अजेय रही है और बृजमोहन अग्रवाल ही चुनाव जीतते आए हैं। बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के कुशल नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था आ रही है पटरी पर
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के कुशल नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर आ रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर लाने का प्रण लिया है और लगातार वह अपने प्रयास में सफल हो रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के अस्पतालों की दशा सुधारने कई निर्णय लिए हैं और उन्होंने कई अस्पतालों में कई उन्नत चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराने प्रयास जारी किया है जिसमें से कई अस्पतालों में सुविधा पहुंच भी गई है। प्रदेश में अंग प्रत्यर्पण के लिए भी अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध हो सके यह भी वह प्रयास कर रहे हैं।कई जिला अस्पतालों में वह कई ऐसी सुविधा भी प्रदान करने प्रयासरत हैं जो मेडिकल कॉलेज या निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध हैं।
अस्पतालों की सुधर रही है दशा भी और अब समय पर उपस्थित हो रहे हैं चिकित्सक भी
प्रदेश के अस्पतालों की दशा सुधर रही है। डॉक्टर समय पर अस्पतालों में आने लगे हैं।पहले की अपेक्षा काफी सुधार देखने को मिल रहा है। पहले अस्पतालों में डॉक्टर तो पदस्थ थे लेकिन वह कब आते थे कब जाते थे यह तय नहीं रहता था ,अब समय पर डॉक्टर उपस्थित हो रहे है मरीजों को सही इलाज मिल पा रहा है। जिन्हे आर्थिक कठिनाई आ रही है अच्छे इलाज के लिए उन्हें अलग से स्वास्थ्य मंत्री मदद कर रहे हैं। देखा जाए तो वह स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर काफी चिंतित हैं और वह प्रदेश के लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने संकल्पित हैं।
गंभीर बीमारी साथ ही आर्थिक स्थिति से कमजोर ऐसे लोगों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं श्याम बिहारी,जिन्हे निःशुल्क बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की है दरकार
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज उन लोगों के साथ भी खड़े नजर आ रहे हैं जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर तो हैं ही वहीं उन्हें अपने या अपने किसी परिजन के इलाज में आर्थिक दिक्कत आ रही है। कई ऐसी बीमारी जिनके इलाज में पैसा बहुत लगना है और जिन्हें यह बीमारी है उनके या उनके परिजनों के पास इतना पैसा नहीं है कि वह इलाज करा पाएं उनके लिए श्याम बिहारी किसी अवतार से कम साबित नहीं हो रहे हैं।वह इलाज के लिए उनके हर संभव मदद का वादा कर रहे हैं और इलाज का प्रबंध भी कर रहे हैं। श्याम बिहारी ऐसे लोगों से सहृदयता के साथ मुलाकात कर रहे हैं और वह अपनी सहजता से उन्हें आश्वासन देकर और मदद कर उन्हें लाभ प्रदान हो ऐसा सम्भव कर रहे हैं।
आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी निभा रहे हैं श्याम बिहारी जायसवाल, मुख्यमंत्री का है मौखिक निर्देश:सूत्र
श्याम बिहारी जायसवाल आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी निभा रहे है। बताया जा रहा है कि उनकी ऊर्जा का लाभ मुख्यमंत्री पूरी तरह उठा रहे हैं और मौखिक आदेश देकर वह आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी श्याम बिहारी जायसवाल से निर्वाहन करवा रहे हैं। श्याम बिहारी जायसवाल सभी मंत्रियों में से सबसे ऊर्जावान हैं वहीं वह गंभीर और काफी जिम्मेदार हैं विभागीय जिम्मेदारियों के प्रति जिस कारण उन्हें अब कई विभाग ऐसे भी देखना पड़ रहा है।