अंबिकापुर,24 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। विभिन्न मांगों को लेकर जिले के शिक्षक गुरुवार को एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। इससे जिले के स्कूलों में पढ़ाई ठप रही। पूरे दिन शिक्षक एसबीआई कलेक्टोरेट शाखा के सामने धरना पर बैठे रहे।
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर छाीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर जिले के अधिकांश शिक्षक हड़ताल पर रहे। हड़ताल के लिए शिक्षकों ने पूर्व में ही अवकाश ले रखा था। गुरुवार को एसबीआई कलेक्टोरेट शाखा के सामने धरना पर बैठे रहे। इस दौरान शिक्षकों ने बताया कि 7 वर्ष के कार्यकाल के बाद अगले वेतनमान की पात्रता को सरकार ने निरस्त कर दिया था, जिससे किसी भी शिक्षक को कर्मोन्नति की पात्रता अब नहीं है। 1998 से कार्यरत कर्मचारी पंचायत के बाद शिक्षा विभाग में पहुंचे है। उस सेवा को मानते हुए 2008 में सरकार ने इनका सविलियन किया जिसके पश्चात पेंशन के लिए पुरानी सेवा को सरकार द्वारा नहीं मानी जा रही है। इसके अलावा अन्य मांगें भी शामिल है। शिक्षकों की अतिरिक्त व्यवस्था के कारण स्कूलों में ताले तो नहीं लगे, लेकिन पढ़ाई ठप रही। संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि जिले में करीब 10 हजार शिक्षक हड़ताल पर रहे। शिक्षकों के आंदोलन के कारण 80 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी।
हालांकि सभी स्कूलें खुली रही। शिक्षिकों के अभाव में बच्चों की पढ़ाई बाधित रही। छाीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का कहना है कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा का कहना है कि शिक्षकों के एक दिवसीय हड़ताल के कारण स्कूल बंद करने की स्थिति नहीं बनी थी। स्कूलें खुली रही। बीईओ के माध्यम से दूसरे स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी।
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