अनूपपुर@दिखावे की चौकीदारी,करा रहे रात भर रेत की चोरी

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कामर्स एसोसिएट का आतंक जारी,अब सीतापुर की बारी


-बागी कलम-
अनूपपुर,16 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। जिस तरह से पूरे जिले में रेत का अवैध कारोबार चल रहा है ऐसे में अपने आप यह प्रदर्शित हो रहा कि जिम्मेदारों का सिद्धांत एवं उनकी कर्तव्य निष्ठता तथा इमानदारी की बोली खुलेआम लग रही है। पूरे जिले के लिए रेत का अवैध कारोबार बहुत गंभीर समस्या बन चुका है, जिसके फलतः करोड़ो का कारोबार हर महीने होता है। अभी तक तमाम अधिकारियों को अपने सिद्धांतो से समझौता करते देखा गया है, क्योंकि सिद्धांतो से समझौता न किया गया होता तो रेत का यह अवैध कारोबार कब का बंद हो जाता जबकि या कारोबार दिन दुगना बढ़ता ही चला जा रहा है।
सीतापुर में नहीं है रेत खदान स्वीकृत
जिले के सीतापुर में सोन नदी से रेत का यह अवैध कारोबार फिर से शुरू हो चल रहा है। जबकि वर्तमान में सीतापुर में कोई भी वैध रेत खदान स्वीकृत नहीं है बावजूद इसके मैसेज एसोसिएट के संरक्षण में नदी से पूरी रात अवैध रेत का उत्खनन और परिवहन हो रहा है। बावजूद इसके किसी भी अधिकारी ने इस कारोबार पर अंकुश लगाने की कोशिश नहीं की। ऐसे में अपने आप ही यह साबित होता है कि शासन, प्रशासन दोनो की मिलीभगत से रेत का यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
अवैध कारोबार को मिल रहा संरक्षण
अब सवाल यह है कि प्रशासनिक अधिकारी यदि इस कारोबार को संरक्षण दे ही रहे हैं तो जनप्रतिनिधियों को कुछ गंभीर कदम उठाना चाहिए, जबकि राजनीतिक पार्टी के जनप्रतिनिधि को कभी भी इस कारोबार के विरोध में आवाज उठाते नहीं देखा गया। रेत का यह अवैध कारोबार समूचे जिले में चल रहा है वहीं वर्तमान समय मे जिले में दर्जनों रेत माफिया सक्रिय हैं, यहां कोई जरूरी नहीं की रेत की लीज स्वीकृत हो या वैध रेत खदान हो, रेत ठेकेदार का मन चाहे जहां से रेत का उठा ले और उसका परिवहन वैध दस्तावेज से करवा ले।
जिले में रेत ठेकेदार के गुर्गों का आतंक
कुछ मामले में पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की भी है लेकिन रेत चोरों के मुखबिरों के कारण अभियान सफल नहीं हो पा रहा है। जबकि रेत का अवैध खनन व परिवहन कमाई का एक ऐसा धंधा बन चुका है कि इसके लिए यह अवैध व्यवसायी कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। जिसका उदाहरण बीते कुछ ही माह में आधा दर्जन से ज्यादा मारपीट के मामले सारी हकीकत बयां कर रहे हैं कि किस तरह से पूरे जिले में रेत ठेकेदार के गुर्गों का आतंक है जिन्हें मेसर्स एसोसिएशट ने अपने रेत के अवैध काम को संरक्षण देने के लिए रखा हुआ है।
अवैध परिवहन से सड़क के उड़े परखच्चे
सड़क का सत्यानाश और ठेकेदार के अवैध कारोबार का विकास दिखाती यह सड़क जो कलेक्टर निवास व खनिज कार्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर अनूपपुर-कोतमा मुख्य मार्ग से लगी जो ग्राम सीतापुर को जाती है, जहाँ जिले का इकलौता शा. वृद्धाश्रम भी है जिसे जिलेवासी मेलारोड के नाम से जानते हैं। वर्तमान समय में इस ग्रेवल सड़क को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसका विकास अपने चरम पर है और ग्रामीणों को इस विकास से आवागमन में कितनी सुविधा मिल रही है।


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