बैकुण्ठपुर,@बिल्डर की अगुवाई में हुआ रावण दहन!

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  • शासकीय पैस खर्च के बाद पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री रेणुका समेत जिला प्रशासन ने बनाई दूरीः सूत्र
  • आमंत्रण पत्र में आयोजक ने डलवाया था नाम लेकिन नही शामिल हुए अधिकारी और एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधकःसूत्र
  • यूनिटी वेलफेयर सोसायटी का नाम सिर्फ दिखावा अखबार में विज्ञापन और बड़¸े-बड़े होर्डिंग लगाकर खुद का चेहरा चमकाने का षडयंत्र हुआ पूरा
  • क्या विधायक बैकुंठपुर समेत पार्टी के जिलाध्यक्ष ने दी बिल्डर को क्लीन चिट…जबकि न्यायालय से जमानत पर है बिल्डर?
  • जिस बिल्डर को वर्ष भर पहले कांग्रेस सरकार के समय जिला बदर किया गया उसे भाजपा नेताओं ने दिया संरक्षण,क्या यही है पार्टी का असली चेहरा?
  • बिल्डर की सक्रियता चर्चा का विषय,बिल्डर फिर बनेगा भाजपा नेताओं के गले की फांस?


-विशेष संवाददाता-
बैकुण्ठपुर,13 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। वैसे बिल्डर पुराने समय को भूलाकर फिर से नए पारी के साथ से आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे है पर इनका आगे बढ़ना लोगों को ना गवारा भी गुजर रहा है,क्योंकि इनका चेहरा ही लोगों को लिए परेशानी का सबब बन गया है जबकि मौका तो सभी को मिलता है इन्हें भी मौका देना चाहिए वैसे भाजपा ने मौका ही दे रही है पर जिस समय यह विपçा में थे उसे समय भाजपा भी हाथ खींच ली थी यहां तक की कोरिया के जिलाध्यक्ष यह कहने से कतरा रहे थे कि यह भाजपा के नेता है बिल्डर, उसे समय उन्होंने पुर तरह से बिल्डर को नकार दिया था कि भाजपा के नेता है और आज वह उन्हें अपने साथ लेकर चलते हैं कहीं ना कहीं कमियां संगठन के पदाधिकारी में भी है और कुछ कमियां बिल्डर में भी है बिल्डर की कमी सिर्फ इतनी है कि वह अपने पुराने चीजों को भूल कर फिर से आगे बढ़ाना चाह रहे हैं पर आगे बढ़ाने के लिए जो रास्ता उन्होंने अपनाया है उसमें कई कांटे भी जो ने चुभने लगे।
बैकुंठपुर के रामानुज मिनी स्टेडियम में दशहरा के अवसर पर रावण दहन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जमानत पर चल रहे बिल्डर की अगुवाई की चर्चा इस बार जोरों पर रही तो वहीं इसी वजह से पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी थी,कलेक्टर,एसपी के साथ ही एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधक भी कार्यक्रम से दूर रहे, जबकि आमंत्रण पत्र में सभी का नाम दिया गया था। वहीं आयोजन से अनेक भाजपा नेताओं के साथ ही कांग्रेसी नेता भी दूर रहे। यूनिटी वेलफेयर सोसायटी का नाम दिखावे के लिए डाला गया था जबकि आयोजन स्थल से लेकर प्रमुख स्थलों में लगे होर्डिंग एवं कुछ अखबारों में स्वयं का विज्ञापन प्रकाशन कराकर उक्त बिल्डर ने खुद ही प्रसारित कराया कि वह खुद इस आयोजन का मुखिया है। यह वही बिल्डर है जिसके खिलाफ सरगुजा संभाग के कई थानों में विभिन्न मामले दर्ज हैं, पिछले वर्ष ही इसे भाजयुमो मंडल अध्यक्ष के साथ जानलेवा हमले में संलिप्तता के कारण सूरजपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था, कांग्रेस सरकार कार्यकाल में ही तात्कालिक कलेक्टर विनय लंगेह ने बिल्डर को जिला बदर कर दिया था। सवाल उठता है कि इतने अपराध करने के बाद भी भाजपा नेताओं और खासकर विधायक तथा जिलाध्यक्ष भाजपा ने बिल्डर को खुद की ओर से क्लीन चिट दे दिया है या फिर इसके पीछे कोई और राजनैतिक चाल है। भाजपा नेताओं द्वारा बिल्डर का संरक्षण दिये जाने से पार्टी का असली चेहरा भी सामने दिखलाई दे रहा है। धार्मिक आयोजन के बहाने बिल्डर ने अपना चेहरा चमकाने की साजिश को बखूबी अंजाम दिया आने वाला समय यही बिल्डर एक बार फिर भाजपा नेताओं के गले की फांस बनेगा ऐसी चर्चा होने लगी है पर ये भी सही बात है की सूरजपुर मामला व्यपारी कारणों से हुआ था वाही जिला बदर राजनितिक कारणों से।
एक समय ऐसा था जब बिल्डर का चेहरा देख विधायक भैयालाल ने बनाई थी दूरी
बैकुंठपुर शहर में रावण दहन कार्यक्रम की शुरूआत कोरिया सर्व विकास मंच के बैनर तले स्व.तीरथ गुप्ता की अगुवाई में हुई थी। कुछ वर्ष पहले भी जब वर्तमान विधायक ही क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे तब सर्व विकास मंच के बैनर तले बिल्डर ने खुद को आगे करने की कोशिश की थी जानकारों का कहना है कि उस दौरान विधायक ने स्वयं नाराजगी जाहिर की थी और कार्यक्रम में शामिल नही हुए थे। अब विधायक द्वारा बिल्डर को खुद को आगे किया जा रहा है जो कि चिंताजनक है।
वसूली से परेशान रहे अनेक अधिकारी भी रहे दूर
सूत्रों का दावा है की जैसा कि चर्चा का विषय था कि रावण दहन हेतु प्रशासनिक अधिकारियों से दबावपूर्वक भारी भरकम राशि की वसूली की जा रही है। अधिकारी वर्ग इससे मानसिक रूप से परेशान थे,और जैसा सूत्रों का कहना है कि वसूली से परेशान अधिकारियों ने आयोजन से खुद का दूर कर लिया था। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि रावण दहन इस बार बैकुंठपुर शहर में राजनीति और बिल्डर की चाल में फंसकर रह गया।
डेढ़ घंटा लगाते रहे फोन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बनाई दूरी
घटती-घटना के खबर का व्यापक असर देखा गया, जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में मिनी स्टेडियम में हुए रावण दहन कार्यक्रम के पूर्व भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह को कार्यक्रम में आने के लिए काफी फोन लगाया गया, आयोजको सहित नेताओ ने खूब पैरवी की वो इस आयोजन में शामिल हो कार्यक्रम का समय भी बढ़ाया, परंतु पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह मझ गई कि कार्यक्रम में जरूर कुछ दाल में काला है। जिसके कारण उन्होंने इसमे आने का कार्यक्रम बदल दिया और नागपुर में हो रही रामलीला के मंचन को देखा।
गणमान्य नागरिकों ने बनाई दूरी
प्रति वर्ष इस आयोजन में शहर व आसपास क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति देखी जाती रही है परंतु इस बार कांग्रेस के दिग्गज नेता योगेश शुक्ला,जिला पंचायत के उपाध्यक्ष बेदान्ति तिवारी,कोरिया विकास मंच के संरक्षक देवेंद्र तिवारी, देवरहा बाबा सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेश शिवहरे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नज़ीर अजहर,वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता,चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा।
जिला प्रशासन ने बनाई दूरी
इस वर्ष हुए रावण दहन कार्यक्रम से जिला प्रशासन ने भी दूरी बनाए रखी, कलेक्टर, एसपीज़ जिला सीईओ सहित कई बड़े अधिकारी इस आयोजन में नही पहुंचे,हालांकि सुरक्षा के लिहाज से पुलिस कर्मियों की तैनाती खूब की गई थी,परंतु कार्यक्रम में शामिल होने जिले के बड़े अधिकारियो ने अपने को दूर रखा।
भाजपा के कई नेता नदारद,कांग्रेसी भी दूर
रावण दहन कार्यक्रम में चेहरा चमकाने के लिए बिल्डर ने अपनी ताकत झोंक रखी थी,सभी को खुद बिल्डर द्वारा ही आमंत्रण दिया जा रहा था। चुकि आयोजन में स्पष्ट देखने को मिला कि बिल्डर ही अगुवा है और आयोजन समिति नाममात्र की इसलिए बिल्डर के काले कारनामों के कारण उससे दूरी बनाकर रखने वाले अनेक भाजपा नेता भी आयोजन से दूर रहे। अनेक कांग्रेसी जो सामाजिक सद्भाव का संदेश देते हुए पूर्व के आयोजन में शामिल होते रहें हैं उन्होने भी दूरी बनाने में ही भलाई समझी।
भीड़ जुटना स्वाभाविक,लेकिन पीठ थपथपाने की कोशिश
बैकुंठपुर शहर में रावण दहन पिछले एक दशक से भी अधिक समय से किया जा रहा है,इसका प्रचार प्रसार सभी क्षेत्रों मे है। इसलिए आयोजन में भीड़ जुटना स्वाभाविक है हर वर्ष हजारों की संख्या में शहर सहित आसपास के लोग रावण दहन देखने हेतु एकत्र होते हैं लेकिन आयोजन के कर्ताधर्ता एवं उनके चंगु मंगुओं द्वारा भीड़ को लेकर खुद की पीठ थपथपाई जा रही है जो कि आश्चर्यजनक है।
देर रात हुआ रावण दहन,परेशान रहे दर्शक
रावण दहन हेतु आयोजक द्वारा जो समय दिया गया था उसके अनुसार दर्शक मिनी स्टेडियम में पहुंचे थे लेकिन समय से काफी विलंब रात 11.30 के बाद रावण दहन किया गया जिससे कि महिला, बच्चों एवं बुजुर्गो को घंटो मैदान में खड़े रहना पड़ा और उन्हे परेशानी हुई लेट लतीफी के कारण कई दर्शक पहले ही वापिस चले गए।
मुंह देखकर दी गई थी कुर्सी,ग्रामीण जनता का कद्र नही
कार्यक्रम स्थल में 30 प्रतिशत भीड़ शहरवासियों की थी जबकि 70 प्रतिशत ग्रामीण जन शमिल रहे बतलाया जाता है कि आयोजन स्थल में मुंह देखकर बैठने हेतु कुर्सी दी जाती है, शहरवासी एवं अपने खास लोगो को बैठक व्यवस्था दी जाती है जबकि ग्रामीण जनता का कोई कद्र नही होता।
विधायक ने बेटी को मंच पर बैठाया,चर्चा शुरू
जैसा की सूत्रों का कहना है आयोजन हेतु पहल स्थानीय विधायक ने की थी लेकिन अपनी चाल के तहत बिल्डर ने कार्यक्रम में कजा कर लिया था। पहली बार यह भी देखने को मिला कि विधायक ने जिला पंचायत सदस्य बहू के साथ मंच पर बेटी को भी बिठा रखा था,जो कि भविष्य की राजनीति के लिए चर्चा का विषय बन गया है।
क्या जमानती बिल्डर के सहारे आगे की राजनीति करेंगे विधायक?
बैकुंठपुर विधायक जो कभी उक्त बिल्डर के काले कारनामों का विरोध किया करते थे,उससे दूरी बनाकर रखते थे,लेकिन अब उन्होने खुद ही बिल्डर को रावण दहन की कमान दे डाली थी। पुराने नेताओ से दूरी बनाते हुए विधायक ने इस बार बिल्डर को संरक्षण देकर आगे किया है,ऐसा प्रतीत होता है जैसे विधायक द्वारा आगे की राजनीति बिल्डर के सहारे की जाएगी।
अंत तक रेणुका के नाम पर रोका गया दर्शको को,अंततः उन्होने बनाई दूरी
रावण दहन कार्यक्रम हेतु मंचीय कार्यक्रम रात 9 बजे से शुरू किया गया,आयोजन में बतौर अध्यक्षता पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को आमंत्रित किया गया था। मंच संचालक द्वारा बार-बार दर्शको को रेणुका सिंह के आने की सूचना दी जाती रही जिससे कि जनता एकत्र रहे लेकिन रात 11.30 बजे तक वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं और यह सूचना प्राप्त हुई कि वे अब शामिल नही होंगी जिसके बाद रावण दहन किया गया। विवादित बिल्डर की अगुवाई मंे हुए इस आयोजन से पूर्व केन्द्रीय मंत्री समेत प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों एवं मुख्य महाप्रबंधक की दूरी की चर्चा भी लोगो की जुबान पर रही। कार्यक्रम स्थल पर भी बिल्डर ने खुद का चेहरा चमकाने की भरपूर कोशिश की लोगो में इसका नाराजगी भी देखने को मिला।


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