अंबिकापुर@नवरात्रि महापर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर लोगों को परोसा गया फुहड़ डांस…वीडियो हुआ वायरल

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-विशेष संवाददाता-
अंबिकापुर,06 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)।
हमारे देश और समाज किस ओर जा रहा है यह इस समय बड़ा सवाल खड़ा होने लगा है, भारतीय संस्कृति को किस तरह का ग्रहण लगा है यह भी विचारणीय हो गया है, क्योंकि जहां धार्मिक स्थलों में सिर्फ भक्ति की सोच होनी चाहिए वहां पर अब अश्लीलता ही का बोल बाला होने लगा है, हिंदू धर्म में भक्ति स्थल को सबसे पवित्र स्थल माना जाता है यहां पर लोग अपनी श्रद्धा के साथ शीश झुकाया करते हैं और श्रद्धा भावना के तहत अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते हैं, जहां अपने आराध्य का आशीर्वाद बने रहे इसके लिए हर संभव परहेज किया जाता है, व्रत किया जाता है लेकिन क्या अश्लीलता का परहेज लोगों से नहीं हो पा रहा है? यह बात इस समय इसलिए हो रही है क्योंकि शारदेय नवरात्रि का पर्व चल रहा है और छत्तीसगढ़ के शिमला में महिला डांसरों का अश्लील डांस, दो अर्थ वाले गाने पर रातभर थिरकते रहे युवा नजर आए। वहीं नवरात्रि के बीच मैनपाट के नर्मदापुर ग्राउंड में जो सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ है उसके संदर्भ में नर्मदापुर दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारे द्वारा नहीं कराया गया है। धार्मिक स्थल पर जहां महिलाएं बच्चे बूढ़े सब खड़े रहते हैं ,उपस्थित रहते हैं वहां पर क्या ऐसे कार्यक्रमों से मर्यादा तारतार नहीं होती? क्या यही संस्कृति व संस्कार हमारे देश की है या हमारे क्षेत्र की है, अब हमारी संस्कृति व संस्कार पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।
वायरल वीडियो के अनुसार छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से मशहूर मैनपाट में नवरात्रि के दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अश्लीलता परोसी गईं। 4 अक्टूबर की रात चले इस कार्यक्रम में महिला डांसरों ने दो अर्थ वाले गाने पर अश्लील डांस किए। इस डांस का लुत्फ वहां मौजूद युवाओं व ग्रामीणों ने भी जमकर उठाया। वे भी डांसरों के साथ रातभर थिरकते रहे। अश्लील डांस का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। क्षेत्र के सभ्य लोगों ने प्रशासन से आयोजनकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं नवरात्रि में मैनपाट के नर्मदापुर में भी दुर्गा पूजा समिति द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है। 4 अक्टूबर की रात नर्मदापुर मिनी स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ऑर्केस्ट्रा में भक्ति गीतों की जगह अश्लील व द्विअर्थी गाने की प्रस्तुति दी गई थी।
प्रशासन तक पहुंचा वीडियो
वायरल हो रहे कई वीडियो को सोशल मीडिया में डालकर लोगों ने कमेंट्स भी करना शुरु कर दिया है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को स्वयं इसका संज्ञान लेकर आयोजनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। मामले को संज्ञान में लेते हुए सीतापुर एसडीएम ने जांच पश्चात आयोजको के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
समिति ने पूरा आयोजन से किया किनारा
आयोजन से हमारा कोई लेना-देना नहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम को नर्मदापुर दुर्गा पूजा समिति द्वारा कराए जाने की चर्चा क्षेत्र में चल रही है। इधर दुर्गा पूजा समिति के संरक्षक सुरेश अग्रवाल व एक अन्य पदाधिकारी ने वीडियो जारी कर कहा है कि उनके द्वारा यह आयोजन नहीं कराया गया है। जिसने भी आयोजन कराया है, उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।
दुर्गा पूजा पंडालों में अश्लीलता का यह कोई पहला मामला नहीं,पहले भी हुई है ऐसी घटनाएं,और पुलिस भी तब दिखी थी मंच पर
दुर्गा पूजा पंडालों में अश्लील नृत्य प्रस्तुति की घटना यह कोई पहली घटना नहीं है पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं या कार्यक्रम होते रहे हैं और आगे भी होंगे इसमें कोई संदेह नहीं। संभाग के ही कई जगहों पर दुर्गा पूजा पंडालों में इस वर्ष के लिए अश्लील नृत्य प्रस्तुति की तैयारी हो गई है और बस अब एक एक करके कार्यक्रम होते जायेंगे और जहां माता दुर्गा की पूजा के लिए नवरात्रि का पर्व प्रसिद्ध और आस्था का विषय माना जाता था अब ऐसे अश्लील आयोजनों से सभ्य समाज को भी विचार करना पड़ रहा है और वह कहीं न कहीं सोचने पर मजबूर है की क्या अश्लील नृत्य आयोजन के बिना पूजा अनुष्ठान नहीं हो सकता।
आखिर पूजा के समय ही क्यों सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कराती हैं दुर्गा पूजा समतियां,क्या इसके पीछे राजनीतिक दखलंदाजी?
दुर्गा पूजा जैसे पवित्र सनातनी पर्व को आज अश्लीलता परोसने का एक अवसर बना दिया जा रहा और लगातार देखा जा रहा है की दुर्गा पूजा समितियां ही अश्लील कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं और पूजा की बजाए कार्यक्रम कराना ही उनका उद्देश्य हो गया है। सनातन संस्कृति या धर्म अनुसार नवरात्रि पर्व अवसर पर माता दुर्गा की पूजा अर्चना का विधान है इस पवित्र अवसर पर दुर्गा पूजा पंडालों में अश्लील नृत्य आयोजन या कोई भी नृत्य आयोजन केवल इसलिए होता है क्योंकि जिससे राजनीतिक छवि वाले या उससे जुड़े लोग अपनी पहचान लोगों के सामने रख सकें।बता दें की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जगह यदि पूजा पंडालों में धार्मिक अनुष्ठान रामायण प्रतियोगिता या धर्म ज्ञान के विषय में कोई परिचर्चा जैसे कार्यक्रम किए जाते समाज को नई दिशा मिलती अपराध भी घटते। अब देखना है की मैनपाट की घटना इस वर्ष की आखिरी घटना है की अभी और भी अश्लीलता सामने आएगी जहां मामला दुर्गा पूजा पंडालों से जुड़ेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर परोसी जाती है फुहडता?
सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने आईं महिला डांसरों ने इन गानों पर अश्लील डांस भी किए। रातभर यह आयोजन चलता रहा। यहां मौजूद युवाओं व किशोरों ने भी महिला डांसरों की ओर अश्लील इशारे कर डांस किया। इसके वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।


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