पटना@ जीवित्पुत्रिका पर्व के दौरान भीषण हादसाः43 लोग डूबे

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पटना, 26 सितंबर 2024 (ए)। बिहार में ‘जीवित्पुत्रिका’ त्योहार जिसे स्थानीय भाषा में जीतिया भी कहा जाता है उसे मनाने के दौरान अलग-अलग घटनाओं में नदियों और तालाबों में 37 बच्चों सहित कुल 43 लोग डूब गए। वहीं तीन अन्य लापता हैं। यह घटनाएं बिहार के 15 अलग-अलग जिलों में हुई हैं।
बता दें कि ‘जीवित्पुत्रिका’ त्योहार के दौरान, महिलाएं अपनी संतान (बेटे-बेटी) की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला उपवास रखती हैं और पवित्र स्नान करती हैं। बिहार, झारखंड और यूपी के पूर्वांचल हिस्से में इसे प्रमुखता से मनाया जाता है।
बिहार में डूबने की घटनाओं को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘अब तक कुल 43 शव बरामद किए गए हैं और तलाशी अभियान जारी है।’

रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अनुग्रह राशि देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और आठ मृतकों के परिवार के सदस्यों को यह पहले ही मिल चुकी है।

रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, नालंदा, औरंगाबाद, कैमूर,बक्सर,सीवान,रोहतास, सारण,पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, गोपालगंज और अरवल जिलों में इस त्योहार के दौरान लोगों के नदी और तालाबों में डूबने की घटनाएं सामने आई है।

बिहार के 15 जिलों से मौत की खबर आ रही है। सबसे ज्यादा 10 मौतें औरंगाबाद में हुई हैं। इसके बाद छपरा में 5 लोगों की जान गई है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, रोहतास में 4, कैमूर में 3, सीवान में 3, मोतिहारी में 3, बेतिया में 2, बेगूसराय में 2, गोपालगंज, भोजपुर, नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अरवल आदि में 1-1 मौत की खबर है। मरने वालों में 37 बच्चे, 7 महिलाएं और 2 पुरुष बताए जा रहे हैं।

मुंबई और गुजरात में पिछले 24 घंटे में तूफान और बारिश के चलते 8 लोगों की जान चली गई। मुंबई में बुधवार शाम 5 घंटों में 3.9 इंच से ज्यादा बारिश हुई। सड़कों पर पानी भर गया और लोग जाम में फंस गए।
मुंबई एयरपोर्ट पर 14 फ्लाइट्स डायवर्ट करनी पड़ीं। 4 लोगों की जान चली गई, इनमें एक महिला की मौत मैनहोल में गिरने से हुई। मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में आज भारी बारिश का रेड अलर्ट है।
मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा होनी थी, लेकिन ग्राउंड में पानी भरने के चलते इसे रद्द कर दिया गया है।
गुजरात के सूरत में बुधवार शाम 2 घंटे में 2 इंच बारिश हुई। कदरसा और संग्रामपुरा इलाके में नहरों में बाढ़ आ गई। बच्चे स्कूलों में फंस गए, जिन्हें दमकल ने रेस्क्यू किया। गुजरात में अगले चार दिनों तक बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
ओडिशा में कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। पुरी में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। कोणार्क सूर्य मंदिर के कैंपस में पानी भर गया। मंदिर कैंपस से पानी निकालने के लिए पंप लगाए हैं।

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में गुरुवार को भारी बारिश के कारण बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य में बुधवार शाम से हो रही बारिश के कारण हाईवे-707 सहित 71 सड़कें बंद हैं।
मध्य प्रदेश के खंडवा में बुधवार को 9 घंटे में 2.3 इंच बारिश हुई। यहां भोपाल, इंदौर समेत 21 जिलों में भी बारिश हुई। उत्तर प्रदेश के मथुरा में बारिश से कई इलाकों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया। शहर के रजिस्ट्री ऑफिस में भी पानी भर गया।

आईएमडी ने बताया कि 17 सितंबर को राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू होती है। इस बार 23 सितंबर यानी एक हफ्ते की देरी से हुआ। इसके कारण पुणे और मुंबई में 10-12 अक्टूबर से पहले मानसून खत्म होने की संभावना नहीं है। आमतौर पर महाराष्ट्र से मानसून की वापसी 5 अक्टूबर के आसपास होती है।
आईएमडी वैज्ञानिक एस डी सनप ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र बनने और इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना के कारण 26 सितंबर से महाराष्ट्र में अच्छी बारिश होगी। महाराष्ट्र और गोवा में 28 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस मानसून सीजन में लंबे अंतराल के बाद बारिश शुरू हुई है। ऐसे में अक्टूबर में महाराष्ट्र से मानसून खत्म होने की भविष्यवाणी करना अभी जल्दबाजी होगी।

बीएमसी और पुलिस ने मुंबई के नागरिकों से अपील की है कि वे सुरक्षित रहें और जब तक आवश्यक न हो, घर से बाहर न निकलें। बारिश से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। कई जगहों पर जलभराव होने के बाद इस बीएमसी ने स्कूल और कॉलेज बंद करने का फैसला लिया।मौसम विभाग की ओर से अगले 24 घंटे में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जाहिर की गई है। ऐसे में एहतियात बरतते हुए शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का फैसला किया गया है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से बहुत भारी (12 सेमी) तक बारिश हो सकती है। उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश (7 सेमी) का अलर्ट है। तेज बारिश के सिस्टम की वजह से मध्यप्रदेश एक बार फिर तरबतर हो गया है। बुधवार को भोपाल, इंदौर समेत 21 जिलों में पानी गिरा। गुरुवार को जबलपुर, सागर समेत 16 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर-उज्जैन में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, यह सितंबर का चौथा स्ट्रॉन्ग सिस्टम है।

बिहार में उमस भरी गर्मी के बाद एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। पटना समेत राज्य के कई जिलों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज सभी जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 50 किमी की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने 28 सितंबर तक अधिकांश जिलों में बारिश की संभावना जताई है।

राजस्थान में करीब एक सप्ताह से बंद पड़ा बारिश का दौर बुधवार से फिर शुरू होगा। बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ और उदयपुर के सलूंबर एरिया में 1 इंच से ज्यादा बरसात दर्ज हुई। इधर, पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों में आसमान साफ रहा। धूप के साथ उमस रही। मौसम केन्द्र जयपुर ने आज राजस्थान के 11 जिलों में बारिश का अलर्ट है।


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